क्‍या ये सही है ? मेयर बेटी और उनके पिता ने सुपरवाइजर के बैग में भर दिया कूड़ा

पानीपत की मेयर अवनीत निरीक्षण करने निकलीं। साथ में थे उनके पिता पूर्व मेयर भूपेंद्र सिंह। दोनों ने कंपनी के सुपरवाइजर के बैग में भर दिया कचरा। भूपेंद्र सिंह इसे नहीं मानते गलत।

By Ravi DhawanEdited By: Publish:Tue, 12 Feb 2019 01:29 PM (IST) Updated:Wed, 13 Feb 2019 10:00 AM (IST)
क्‍या ये सही है ? मेयर बेटी और उनके पिता ने सुपरवाइजर के बैग में भर दिया कूड़ा
क्‍या ये सही है ? मेयर बेटी और उनके पिता ने सुपरवाइजर के बैग में भर दिया कूड़ा

पानीपत, जेएनएन। शहर में सफाई व्‍यवस्‍था में सुधार के लिए मेयर अवनीत कौर और उनके पिता पूर्व मेयर भूपेंद्र सिंह ने ऐसा कदम उठाया कि हर कोई उन्‍हें देखकर हैरान रह गया। अवनीत ने कंपनी के सुपरवाइजर के बैग में कचरा भर दिया। भूपेंद्र सिंह ने यह बैग उस सुपरवाइजर के कंधे पर टांग दिया। कुछ लोगों ने इसे सही नहीं ठहराते हुए कहा कि अगर व्‍यवस्‍था में सुधार लाना है तो जुर्माना लगाया जाए। टेंडर रद करें। इस तरह बैग में कचरा भरना सही नहीं। वहीं, भूपेंद्र सिंह का कहना है कि उन्‍हें यह काम गलत नहीं लगा।

मेयर अवनीत कौर शहर में कूड़े की स्थिति जांचने के लिए एक बार फिर बाजरों की सड़क पर उतर गई। वे वार्ड-11 की पार्षद कोमल सैनी की स्कूटी पर उनको साथ लेकर करीब चार घंटे तक शहर की सड़कों पर रही। उनको हर दो कदम पर कूड़े की ढेर मिले। श्री दिगंबर जैन मंदिर के पास कूड़ा पड़ा मिला। मेयर अवनीत कौर और पूर्व मेयर भूपेंद्र सिंह ने जेबीएम के सुपरवाइजर के बैग में कूड़ा भर दिया।

कूड़े पर जताई नाराजगी
मेयर अवनीत कौर दोपहर बाद एक बजे स्कूटी पर शहर के बाजारों का निरीक्षण शुरू किया। उन्होंने सबसे पहले पालिका बाजार का निरीक्षण किया। यहां से प्रेम मंदिर वाली गली से होते हुए श्री दिगंबर जैन मंदिर के पीछे मुख्य गली में पहुंची। प्रेम मंदिर वाली गली में जगह-जगह कूड़े के ढेर मिले। दिगंबर जैन मंदिर के पीछे सेकेंडरी प्वाइंट पर करीब एक ट्राली कूड़ा मिला। स्थानीय लोगों ने कूड़ा उठान न होने पर नाराजगी जताई। मेयर अवनीत कौर और पूर्व मेयर भूपेंद्र सिंह ने जेबीएम के सुपरवाजइरों की जमकर खिंचाई की।

पहुंचने से पहले उठा कचरा
वे इसके बाद किला पर पहुंची। कंपनी ने उनके पहुंचने से पहले यहां से कूड़े का उठवा दिया। विदित है कि मेयर अवनीत कौर ने शपथ ग्रहण करते ही शहर में सफाई का निरीक्षण किया था। जेबीएम कंपनी ने श्री दिगंबर जैन मंदिर के पीछे सेकेंडरी प्वाइंट बंद करने का भरोसा दिया था। जेबीएम के सहयोगी ठेकेदार राजकुमार ने शहर के 26 वार्डों में डोर-टू-डोर कूड़ा उठान सोमवार से शुरू करने का दावा किया था। कंपनी शायद ही किसी वार्ड में इसको प्रमुखता के साथ शुरू कर पाई हो। वार्ड-9 की पार्षद मीनाक्षी नारंग के पति अशोक नारंग उनके साथ रहे।

कंपनी को शर्मसार करना था - भूपेंद्र सिंह
पूर्व मेयर भूपेंद्र सिंह का कहना है कि जेबीएम कंपनी शहर में डोर-टू-डोर कूड़े का उठान नहीं कर रही। कंपनी ठीक से काम करें तो लोगों को चौक-चोराहों पर कूड़ा नहीं डालना पड़े। अधिकारी कंपनी पर कोई सख्त कार्रवाई नहीं कर रहे। शहर से हर महीने कूड़ा उठान के नाम पर कंपनी को करोड़ों रुपये दे दिए जाते हैं। मुझे कंपनी के सुपरवाइजर के बैग में कूड़ा डालने में कोई ग्लानि महसूस नहीं हुई। यह सब कंपनी और अधिकारियों को शर्म महसूस कराने के लिए किया गया है।

आगे से हेलमेट पहनकर निकलूंगी - अवनीत कौर
मेयर अवनीत ने कहा, मैं सोमवार को अपने कार्यालय में लोगों की समस्याएं सुन रही थी। वार्ड-11 पार्षद कोमल सैनी भी कार्यालय में आ गई। मैं उनकी स्कूटी लेकर शहर के निरीक्षण के लिए निकल पड़ी। कोमल सैनी मेरे साथ ही थी। मेरे पास लेडीज हेलमेट नहीं था और दूसरा हर दो कदम पर स्कूटी रोकनी पड़ती थी। जिसके चलते हेलमेट नहीं पहन सकी। मैं सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन करती हूं। गाड़ी चलाते समय हमेशा सीट बेल्ट लगाती हूं। शहर का भविष्य में इस तरह का दौरा करते समय हेलमेट पहनूंगी।

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