निगम में सुनवाई नहीं, बाजार प्रधान पहुंचे डीसी दरबार

जागरण संवाददाता, पानीपत : शहर के प्रमुख कचहरी बाजार, पालिका बाजार, गुरुद्वारा रोड, इंसार बाजार

By JagranEdited By: Publish:Thu, 23 Mar 2017 02:05 AM (IST) Updated:Thu, 23 Mar 2017 02:05 AM (IST)
निगम में सुनवाई नहीं, बाजार प्रधान पहुंचे डीसी दरबार
निगम में सुनवाई नहीं, बाजार प्रधान पहुंचे डीसी दरबार

जागरण संवाददाता, पानीपत :

शहर के प्रमुख कचहरी बाजार, पालिका बाजार, गुरुद्वारा रोड, इंसार बाजार में बरसात के दिनों में 3-4 फीट पानी भर जाता है। दुकानदारों को लाखों रुपये का नुकसान होता है। बाजारों में नाले 30 साल से अधिक पुराने हैं, जो जगह-जगह से टूट चुके हैं। सफाई नहीं होने से कई नाले बंद पड़े हैं। दुकानों के बाहर 7-8 फीट तक सामान रखकर अतिक्रमण किया हुआ है। रात को स्ट्रीट लाइटें ठप होने के कारण अंधेरा छाया रहता है। चोरी की कई घटनाएं हो चुकी हैं। इन्हीं समस्याओं को लेकर बाजारों के प्रधान दर्शनलाल वधवा, गौरव लिखा, अनिल मदान, मुलख राज, विजय कक्कड़, राजेश सूरी, सुशील भराड़ा उपायुक्त से मिले। बाजार प्रधानों ने ज्ञापन उपायुक्त को सौंपा।

बाजार प्रधानों ने कहा कि अनेक बार समस्याओं को लेकर नगर निगम आयुक्त से मिले। आश्वासन मिला, कोई कार्रवाई नहीं हुई। जिस पर उपायुक्त डॉ.चंद्रशेखर खरे ने मौके पर नगर निगम आयुक्त वीना हुड्डा को बुलाया। आयुक्त के आने के बाद प्रधानों के साथ बाजार की एक-एक समस्या पर मंथन किया गया। सभी समस्याओं का कारण व निवारण पूछा गया। उपायुक्त ने नगर निगम के अधिकारियों को एक सप्ताह में समस्याओं का हल करवाने के आदेश दिए। एक अप्रैल को ंवे स्वयं इन बाजारों का दौरा करेंगे।

बाजारों की प्रमुख समस्याएं

-इंसार बाजार, पालिका बाजार, कचहरी बाजार, गुरुद्वारा रोड, चौड़ा बाजार में बारिश के दिनों में पांच-पांच फीट पानी भर जाता है। दुकानों, गोदामों पानी जाने से लाखों रुपये का नुकसान उठाना पड़ता है।

-बाजार में अतिक्रमण की समस्या है।

-नालों में गंदगी फेंकने वालों की वीडियोग्राफी करवाकर जुर्माना किया जाए

-बाजार में सफाई की समस्या है रात में सफाई होनी चाहिए

-बाजारों में स्ट्रीट लाइटें ठप पड़ी हैं।

किसने क्या कहा

इंसार बाजार प्रधान गौरव लिखा ने कहा कि रात को बाजारों में सफाई होती थी। वह अच्छी व्यवस्था थी। शिकायत के लिए नंबर जारी किया जाए। स्ट्रीट लाइट ठीक करवाई जाए।

आायुक्त वीना हुड्डा : रात के लिए कच्चे कर्मचारी नियुक्त किए थे, वे हटाने पड़े, इसीलिए रात की सफाई व्यवस्था बंद की गई। एप जारी की थी लेकिन उस पर कोई शिकायत नहीं मिलती है। निगम में नीचे रजिस्टर हैं। उसमें जो शिकायत आती है, उस पर कार्रवाई की जाती है।

मुलख राज : बाजार में बंद नाले खुलवाए जाएं

आयुक्त : नाले खुलवाने का काम किया जाएगा। सीवर नहीं बिछ सकता।

दर्शन लाल : बाजारों में निकासी के लिए नाले जीटी रोड के नाले से जोड़ा जाए।

आयुक्त : एलएंडटी का एतराज होता है। यह कार्य कैसे करें।

उपायुक्त : एलएंडटी को कहा जाएगा। कोई एतराज नहीं होगा। निगम इस पर काम करे।

गौरव लिखा : बाजार में ट्रैफिक व्यवस्था के लिए छह बैरीकेड लगाए जाएं।

उपायुक्त : जो बैरीकेड लगाए, उसकी वीडियोग्राफी करवाकर भेजें। उसके बाद फैसला लेंगे।

राजेश सूरी : बाजारों के अतिक्रमण हटाया जाए।

आयुक्त : फोर्स नहीं मिल रही। यही कारण डेयरी भी शहर से बाहर नहीं की जा सकी।

उपायुक्त : फोर्स के साथ जाएं। यदि कोई थड़ा तोड़ना पड़े तो तोड़ें। अतिक्रमण हटाएं। ये व्यापारियों की छोटी -छोटी समस्या हैं, इन्हें एक सप्ताह में दूर कर रिपोर्ट करें। एक सप्ताह बाद बाजारों का दौरा होगा।

उपायुक्त ने प्रशासन की मजबूरी भी बताई

बाजार प्रधानों की साथ हुई बैठक में उपायुक्त डॉ. चंद्रशेखर खरे ने कहा कि शहर छोटा है, आबादी ज्यादा है, इसीलिए समस्या गंभीर है। बस अड्डे के पास से रेहड़ी हटाने पर कई दिन की प्रशासन की नींद खराब हुई।

फ्लाईओवर के नीचे टाइल बिछाने के लिए छह बार दिल्ली के चक्कर लगाने पड़े। ऑटो को लेकर भी यही हो रहा है। पहले बंद किया तो विरोध हुआ। फिर चलाने पड़े। चालान भी नहीं हो पाते। बंद करते है तो गरीबों का रोजगार छिन गया, यह कहा जाता है। सिफारिश आनी शुरू हो जाती हैं। पुलिस कर्मियों के ऑटो भी चल रहे हैं। बंदर उत्पात के मामले पर भी उपायुक्त ने आयुक्त नगर निगम को कार्रवाई के निर्देश दिए।

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