हिंदू विवाह अधिनियम में बदलाव के लिए जींद में महापंचायत, दिल्‍ली-हरियाणा से जुटे 50 से अधिक खाप चौधरी

हिंदू विवाह अधिनियम में बदलाव की मांग के लिए जींद में महापंचायत शुरू हो चुकी है। इस महापंचायत में दिल्‍ली और हरियाणा के करीब 50 से ज्‍यादा खाप चौधरी पहुंचे। वहीं प्रेम विवाह को लेकर भी खाप चौधरी ने निर्णय लिया।

By Dharmbir SharmaEdited By: Publish:Tue, 04 Oct 2022 01:01 PM (IST) Updated:Tue, 04 Oct 2022 01:01 PM (IST)
हिंदू विवाह अधिनियम में बदलाव के लिए जींद में महापंचायत, दिल्‍ली-हरियाणा से जुटे 50 से अधिक खाप चौधरी
जींद में खाप चौधरी की महापंचायत शुरू हुई।

जींद, जागरण संवाददाता। हिंदू विवाह अधिनियम में बदलाव की मांग को लेकर जींद की जाट धर्मशाला में खाप पंचायतों ने बैठक शुरू की है। खापों की मांग है कि एक ही गांव, एक ही गौत्र व साथ लगते गांव (गुहांड) में होने वाली शादियों पर रोक लगाई जाए। सर्वजातीय खाप के संयोजक टेकराम कंडेला ने बताया कि सरकार द्वारा इस मुद्दे पर काूनन बनाया जाना चाहिए। खाप नेताओं का कहना है कि एक ड्राफ्ट तैयार किया जा रहा है, जिसके आधार पर समगौत्र व एक ही गांव की शादियों को कानूनी मान्यता देने से रोका जा सकता है।

कंडेला ने कहा कि इसके लिए विवाह व सामाजिक परंपराओं पर आधारित दस्तावेज एकत्रित किए जा रहे हैं। एक ही गांव, एक ही गौत्र व साथ लगते गांवों में शादियों पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए। टेकराम कंडेला के अनुसार मेडिकल विज्ञान भी मानता है कि एक गोत्र में शादी होने से संतान कमजोर पैदा होती है। एक गोत्र या आसपास के गांव में शादियां संस्कृति के खिलाफ है। परंपराओं में आसपास के समाज में भाईचारा माना जाता है। इस प्रकार की शादियों से भाईचारा भी खराब होता है।

कंडेला ने कहा कि इस विषय पर लंबे समय से लड़ाई लड़ी जा रही है। अब समय आ गया है कि इस प्रकार की शादियों पर रोक लगाई जाए। कंडेला के अनुसार संविधान भी सभी को अपनी परंपराओं को बचाने का अधिकार देता है। हरियाणा सहित सभी उत्तर भारत के राज्यों में इस प्रकार की परंपराएं है। सरकार को इन का सम्मान करना चाहिए। इस दौरान खापों ने कहा कि इंटरनेट व मोबाइल फ़ोन के कारण संस्कार समाप्त हो रहे हैं। थुआ तपा के प्रधान सोमदत्त ने कहा प्रेम विवाह में माता पिता की स्वीकृति हो

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