ठहाकों से गूंज उठा हॉल, हरियाणवी संस्कृति से जुड़े रहने का आह्वान

मौका हंसी-मखौल का हो तो ठहाके गूंज ही उठते हैं। आर्य पीजी कॉलेज में शनिवार को हरियाणवी हंसी-मखौल 2020 हास्य कार्यक्रम में ऐसा ही हुआ। जहां चुटकुलों से हंसाया तो वहीं आज की पीढ़ी को अपने संस्कारों से भी जुड़ने का संदेश दिया।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 08 Mar 2020 09:57 AM (IST) Updated:Sun, 08 Mar 2020 09:57 AM (IST)
ठहाकों से गूंज उठा हॉल, हरियाणवी संस्कृति से जुड़े रहने का आह्वान
ठहाकों से गूंज उठा हॉल, हरियाणवी संस्कृति से जुड़े रहने का आह्वान

जागरण संवाददाता, पानीपत : मौका हंसी-मखौल का हो तो ठहाके गूंज ही उठते हैं। आर्य पीजी कॉलेज में शनिवार को हरियाणवी हंसी-मखौल 2020 हास्य कार्यक्रम में ऐसा ही हुआ। जहां चुटकुलों से हंसाया तो वहीं आज की पीढ़ी को अपने संस्कारों से भी जुड़ने का संदेश दिया।

हरियाणा कला परिषद एवं दादा लख्मीचंद कला विकास मंच की ओर से आयोजित कार्यक्रम में जयपाल मलिक मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। हाजी साधना किन्नर, खुशदिल कादियान, गजेंद्र फौगाट, रणदीप मलिक, विष्णु गोस्वामी और नवीन मलिक ने विशिष्ट अतिथि के रूप में कार्यक्रम में शिरकत की। अध्यक्षता संजय भसीन और कॉलेज प्राचार्य डॉ. जगदीश गुप्ता ने की। जयपाल मलिक ने कहा कि हंसी के बिना मनुष्य जीवन व्यर्थ है। हास्य कवि यूसुफ भारद्वाज, डॉ. जोगेंद्र मोर, मास्टर महेंद्र सिंह, अशोक बरौदा ने दर्शकों को खूब हंसाया। हास्य कविता में दिया परिवार का मान बढ़ाने का संदेश

जिस बाप नै पूरी उम्र इज्जत कमान मै गाल दी, उसके बेटे करावै पंचायत, के बैंगन सौदा सै। जिस छोरे ने शहर में जाकै एंडी कोठी गाड़ दी, मां-बाबू की टपकै घर की छात, के बैंगन सौदा सै। कार्यक्रम में ये पंक्तियां सुनाकर कॉलेज के विद्यार्थी मोहित पंडित राधेय ने युवाओं को परिवार की लाज का ख्याल रखने का संदेश दिया। वहीं हास्य कवियों ने भी बातों-बातों में माता-पिता की सेवा करने का पाठ पढ़ाया। 21 महिलाओं को दुर्गा शक्ति और 11 को उत्कृष्ट सेवा सम्मान से नवाजा

महिला विग प्रधान की रजनी बैनीवाल ने बताया कि कार्यक्रम में मंच की ओर से कंचन सागर, डॉ. संतोष कुमारी, डॉ. पूनम जागलान, राजेश रानी, पूर्व सरपंच सरोज बाला, बबली अग्रवाल, प्रथम रेल चालक नीलम, ज्योति चोपड़ा सहित 21 महिलाओं को दुर्गा शक्ति अवार्ड दिया गया। सोनिया नरवाल, सुनीता मलिक सींक, उषा मित्तल, चंचल, अलका शर्मा, अमृत कौर, पिकी सैनी सहित 11 महिलाओं को उत्कृष्ट सेवा सम्मान से नवाजा गाय। खून के रिश्तों से ज्यादा हुई डिजिटल रिश्तों की अहमियत

हरियाणवी कलाकार गजेंद्र फौगाट ने बताया हमारे जीवन में आज डिजिटल रिश्तों की अहमियत खून के रिश्तों से ज्यादा हो गई है। शायद इसलिए आजकल सोशल साइट्स पर हमारे पांच हजार से अधिक अंजान दोस्त है, लेकिन घर में सगे भाई से बोलचाल बंद होती है। ये लोग रहे उपस्थित : कार्यक्रम में सह-संस्थापक हरिदास शास्त्री, रणवीर देशवाल, नरेंद्र गर्ग, कृष्ण वर्मा, सोमदत्त नारायणा, राकेश तायल, एसपी बंसल, ललित गोयल, प्रवीण वर्मा, नरेश अहलावत डीएसपी, सतीश वत्स डीएसपी, सुशील मलिक, मुकेश आर्य मुख्य रूप से उपस्थित रहे।

chat bot
आपका साथी