पीड़ि‍त पर ही कैथल पु‍ल‍िस ने दर्ज करा केस, परेशान होकर युवक ने दे दी जान

कैथल में हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। कैथल पुलिस से तंग आकर एक युवक ने आत्‍महत्‍या कर लिया। युवक के परिजनों ने पुलिस पर प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए जाम लगा दिया है। मामला जाखौली गांव का है।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Mon, 26 Oct 2020 12:23 PM (IST) Updated:Mon, 26 Oct 2020 12:23 PM (IST)
पीड़ि‍त पर ही कैथल पु‍ल‍िस ने दर्ज करा केस, परेशान होकर युवक ने दे दी जान
कैथल में युवक की मौत के बाद सड़क जाम करते लोग।

कैथल, जेएनएन। कैथल में पु‍ल‍िस का एक नया कारनामा सामने आया है। पुल‍िस ने पीड़‍ित युवक पर ही मुकदमा दर्ज कर द‍िया। पुल‍िस की इस कार्रवाई से परेशान युवक ने फंदा लगाकर जान दे दी। युवक की मौत के बाद परिजनों ने शव को सड़क‍ पर रखकर जाम लगा दिया। परिजनों ने इस घटना के लि‍ए पु‍लि‍स अ‍‍ध‍िकार‍ियों को ज‍िम्‍मेदार ठहराया है।

जाखौली गांव में सितंबर माह में दो पक्षों में हुए विवाद को लेकर मारपीट करने के आरोपितों की गिरफ्तारी न होने से खफा गांव के 30 साल के युवक बिट्टू ने प्रताड़ना से तंग आकर सोमवार को घर में फांसी लगाकर जान दे दी। युवकों द्वारा किए गए हमले में युवक को काफी चोट आई थी। काफी दिन चंडीगढ़ पीजीआइ में भर्ती रहने के बाद युवक घर आया था। परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने हमलावर युवकों पर कार्रवाई करने की बजाय पीड़ित पर ही आइपीएस की धारा-326 के तहत मामला दर्ज कर दिया था। युवक तभी से मानसिक तौर पर परेशान रहता था। युवक ने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। परिजनों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ रोष जताते हुए शव को सड़क पर रखकर जाम लगा दिया। परिजनों द्वारा इस मामले में दोषी थाना प्रभारी और जांच अधिकारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग।

दो घंटे तक जाम लगा, बदले वाहनों के रूट

असंध-कैथल मार्ग पर दो घंटक तक स्वजनों ने जाम लगाए रखा। इस दौरान पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर रोष जताया। स्वजनों ने बताया कि बिट्टू ने गांव के ही एक युवक से मोटरसाइकिल खरीदी थी। इसके बाद पैसे के लेनदेन को लेकर दोनों में विवाद हो गया। इसे लेकर बाद में एक युवक ने कई साथियों के साथ मिलकर बिट्टू के साथ मारपीट की थी। इसमेें बिट्टू को काफी चोट आई। करीब डेढ़ माह तक चंडीगढ़ पीजीआई में इलाज चला। स्वजनों का आरोप है की इस मामले में तितरम थाना पुलिस ने केस दर्ज होने के बावजूद आरोपितों को गिरफ्तार नहीं किया और बिट्टू पर ही झूठा केस दर्ज कर लिया। इस कारण बिट्टू मानसिक रूप से परेशान रहता था। कई बार थाना प्रभारी और जांच अधिकारी से मिले, लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हुई। इस कारण उसने यह कदम उठाया। स्वजनों का आरोप है की इस मामले में दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ केस दर्ज करते हुए कार्रवाई की जाए।

डीएसपी के आश्वासन पर खोला जाम

डीएसपी दलीप कुमार ने जाम लगा रहे ग्रामीणों को समझाते हुए शांत किया। उन्होंने आश्वासन दिया की इस मामले में निष्पक्ष जांच करते हुए कार्रवाई होगी। जिस भी पुलिस अधिकारी ने लापरवाही बरती है उसके खिलाफ विभागीय कार्यवाही की जाएगी।

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