संस्कारशाला में बच्चों को पढ़ाया संवेदनशीलता का पाठ

जागरण संवाददाता, पानीपत : सेक्टर 13-17 स्थित दयाल ¨सह पब्लिक स्कूल में बुधवार को दैनिक जागरण

By JagranEdited By: Publish:Wed, 19 Sep 2018 07:47 PM (IST) Updated:Wed, 19 Sep 2018 07:47 PM (IST)
संस्कारशाला में बच्चों को पढ़ाया संवेदनशीलता का पाठ
संस्कारशाला में बच्चों को पढ़ाया संवेदनशीलता का पाठ

जागरण संवाददाता, पानीपत : सेक्टर 13-17 स्थित दयाल ¨सह पब्लिक स्कूल में बुधवार को दैनिक जागरण की तरफ से संस्कारशाला कार्यक्रम का आयोजन किया गया। बच्चों ने मैं नहीं, हम.विषय पर समाचार पत्र में छपी गिलहरी की कहानी को लघु नाटिका के माध्यम से प्रदर्शित किया। सोलह संस्कार से संबंधित पूछे गए प्रश्नों का शालीनता से जवाब दिया। विद्यार्थी जीवन में माता-पिता और गुरुजनों से अच्छे संस्कार सीख कर सभ्य नागरिक बनने की शपथ भी ली।

स्कूल परिसर में सुबह 7:45 बजे ड्रम बि¨टग की आवाज सुनकर 2000 से अधिक बच्चे मार्निंग असेंबली के ग्राउंड में एकत्र हुए। शिक्षकों ने कक्षा के अनुसार उन्हें कतार में खड़ा किया। प्रधानाचार्य विनीता कुमार तोमर और मुख्यध्यापिका नीलम वत्स की मौजूदगी में आठवीं कक्षा के रौनक, हर्षिता, चेतना, पियूष, कृति और रौनक ने संवेदनशीलता पर आधारित लघु नाटिका प्रदर्शित की। नाटिका में दिखाया कि घायल गिलहरी की जान बचाने के लिए बच्चों ने माता-पिता से भी मदद ली। गिलहरी जैसे छोटे प्राणियों के लिए संवेदनशीलता के महत्व को समझा। छात्रा समृद्धि ने अंग्रेजी में और वैभव शर्मा ने ¨हदी में संस्कार के महत्व बताए। भाषण में बच्चों ने कहा कि विकास की दौड़ में हम अपनी संस्कृति को भूलते जा रहे हैं। मंच का संचालन पूर्ति दुआ ने किया। इस अवसर पर रितिका, प्रियंका कौशिक, रुचि गुप्ता, डॉ. रवि जांगड़ा, विनोद भार्गव और संगीत अध्यापक दीपक मौजूद थे।

संस्कार ही जीवन का आधार : विनीता

प्रधानाचार्य विनीता तोमर ने कहा कि संस्कार ही जीवन का आधार है। दैनिक जागरण के इस प्रयास से बच्चे बचपन से अच्छे संस्कारों के बीज बोएंगे। संस्कारी व्यक्ति, परिवार और राष्ट्र हमेशा उन्नति करता है। संस्कारों के बिना जीवन बेकार है।

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