HSGPC में खींचतान, झिंडा ने कहा, अदालत के फैसले की करवाई ड्राफ्टिंग, जल्द सीएम को सौंपेंगे इसकी कापी
एचएसजीपीसी नेता जगदीश सिंह झिंडा कुुुुुुुुरुक्षेत्र के गुरुद्वारा छठी पातशाही में पहुंचे। उन्होंने कहा कि अदालत के फैसले की करवाई ड्राफ्टिंग की कापी जल्द मुख्यमंत्री को सौंपेंगे। वहीं एचएसजीपीसी के अध्यक्ष बलजीत सिंह दादूवाल ने कहा कि झिंडा आप में सुलह की बात भूले हैं। उनकी याददाश्त कमजोर हैै।
कुरुक्षेत्र, जागरण संवाददाता। हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एचएसजीपीसी) के हक में सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद से ही दादूवाल और झिंडा में प्रधानी को लेकर अपने-अपने पक्ष में दावे किए जा रहे हैं। कुरुक्षेत्र में शनिवार को एचएसजीपीसी नेता जगदीश सिंह झिंडा गुरुद्वारा छठी पातशाही पहुंचे। एचएसजीपीसी नेता जगदीश सिंह झिंडा ने कहा कि प्रधानी को लेकर कई तरह की अफवाहें उड़ाई जा रही हैं। इन्हीं अफवाहों को विराम देने के लिए उन्होंने अदालत के फैसले की एक ड्राफ्टिंग तैयार करवाई है।
उन्होंने कहा, वह इस ड्राफ्टिंग को मुख्यमंत्री मनोहर लाल को सौंपेंगे। कानूनन वही प्रधान हैं और एचएसजीपीसी के सदस्य उनके साथ हैं। दूसरी ओर एचएसजीपीसी अध्यक्ष बलजीत सिंह दादूवाल ने कहा कि झिंडा की याददाश्त कमजोर है। वह हरियाणा निवास पर सुलह की बात भूल गए हैं। जो भी होगा वह कानूनन और गुरु मर्यादा अनुसार ही होगा।
ड्राफ्टिंग में पूरी बात स्पष्ट
एचएसजीपीसी नेता जगदीश सिंह झिंडा ने कहा कि इस ड्राफ्टिंग में यह बात स्पष्ट है कि प्रदेश सरकार की ओर से एचएसजीपीसी की जो एडहाक कमेटी बनाई थी। उसके 41 सदस्य बनाए गए थे। यह कमेटी 18 माह के लिए बनाई गई थी। इन सदस्यों को उपायुक्त ने शपथ दिलवाई थी। इसी कमेटी के खिलाफ शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) ने अदालत में केस डाला था। अब अदालत में आए फैसले में इसी कमेटी को मान्य किया गया है। ऐसे में कानूनन वही एचएसजीपीसी के प्रधान हैं। वह इस ड्राफ्टिंग को जल्द मुख्यमंत्री मनोहर लाल को सौपेंगे। इसके साथ ही यही ड्रा¨फ्टग उपायुक्त को सौंपकर जल्द आगामी कार्रवाई करने की मांग की जाएगी। उन्होंने कहा कि बादल परिवार वोट और नोट की राजनीति के चक्कर में पंजाब और हरियाणा के सिखों को बांट रहे हैं।
झिंडा की याददाश्त कमजोर : दादूवाल
एचएसजीपीसी के अध्यक्ष बलजीत सिंह दादूवाल ने कहा कि झिंडा की याददाश्त कमजोर है। वह हरियाणा निवास पर आपसी सुलह की बात भी जल्दी भूल गए हैं। उन्होंने आम इजलास करवाने की बात कही थी, अब वह कहां गई। उन्होंने कहा कि जो भी कानूनन और गुरु मर्यादा अनुसार ही होगा। अभी वह शुक्राना श्रीअखंड पाठ की तैयारियों में लगे हैं।