पैसा कमाने का झांसा दे एजेंटों ने हंगरी के बर्फीले जंगलों में छोड़ा, वीडियो वायरल हुआ तो बची जान Panipat News
यमुनानगर के हरनेक रंधावा की हेल्पलाइन ने हंगरी व रोमानिया बार्डर से तीन युवकों को बचाया। जर्मनी भेजने के नाम पर रुपये लेकर जंगलों में छोड़ दिया गया था।
पानीपत/यमुनानगर, [पोपीन पंवार]। पाकिस्तान व अफगानिस्तान के डोंकरों ने जर्मनी में अधिक पैसे कमाने के चक्कर में एजेंटों के झांसे में आए राजस्थान के तीन युवकों को पैदल बार्डर क्रॉस करवाकर रोमानिया व हंगरी की सीमा पर बर्फीले जंगल में मरने के लिए छोड़ दिया। सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो के माध्यम से यमुनानगर के थाना छप्पर की हरनेक रंधावा हेल्पलाइन इनके संपर्क में आई। इनकी मदद से तीनों युवकों की सकुशल वापसी हो गई। सात माह तक युवक वहां पर फंसे रहे। युवकों ने हरनेक सिंह रंधावा व सतबीर सिंह हेल्पलाइन की पूरी टीम का आभार जताया। उन्होंने एजेटों में झांसे में न आने की बात कहीं है। उनका कहना है कि एजेंट सुनहरे सपने दिखाकर युवाओं को गुमराह करते हैं। जमीनी हकीकत से इन युवाओं को दूर रखा जाता है। जांच पड़ताल के बाद ही इन पर विश्वास करना चाहिए।
ये है मामला
जून-2019 में राजस्थान के चुरु जिले के सुजानपुर में रहने वाले तीन युवक पंकज, रामेंद्र व विकास से एजेंटों ने 12-12 लाख रुपये जर्मनी भेजने का झांसा दिया। जर्मनी में एक माह रखने के बाद सर्बिया भेजा दिया। यहां पर भी पांच माह तक जबरन रखा। आवाज उठाने पर धमकी दी कि वे यहां पर टूरिस्ट वीजा पर हैं। कोई शिकायत की तो जान का भी नुकसान हो सकता है। इस दौरान पैसे मांगते रहे। यहां से रोमानिया ले गए। हंगरी व रोमानिया के बार्डर के पास पुलिस आ गई। यहां पर पाकिस्तान व अफगानिस्तान के डोंकर उनको बर्फीले जंगल में छोड़कर फरार हो गए। तीनों की वहां पिटाई भी की गई। जंगल में फंसे युवकों ने चप्पल व बनियान पहने वीडियो बनाई था।
निकाला बर्फीले जंगल से
वायरल वीडियो रंधावा हेल्पलाइन के पास पहुंचा। हेल्पलाइन चलाने वाले यमुनानगर के थाना छप्पर निवासी हरनेक सिंह रंधावा ने दुबई में रहने वाले अपने साथी सतबीर से इस बारे में बात की। इसके बाद तीनों दिल्ली पहुंचे और अपने परिजनों से मिले।