Gita Mahotsav 2021: गीता जयंती महोत्सव दो दिसंबर से, देश विदेश से आएंगे कलाकार, 75 तीर्थों पर होंगे कार्यक्रम

गीता जयंती महोत्‍सव दो से 19 दिसंबर तक मनाया जाएगा। विदेशी और देसी कलाकार महोत्सव में बिखरेंगे कला के रंग। कोरोना के बाद होगा पहला बड़ा आयोजन। सभी कार्यक्रम आजादी के अमृत महोत्सव को समर्पित होंगे। 14 दिसंबर को गीता जयंती समारोह होगा।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Wed, 27 Oct 2021 09:55 AM (IST) Updated:Wed, 27 Oct 2021 09:55 AM (IST)
Gita Mahotsav 2021: गीता जयंती महोत्सव दो दिसंबर से, देश विदेश से आएंगे कलाकार, 75 तीर्थों पर होंगे कार्यक्रम
दो दिसंबर से कुरुक्षेत्र में गीता जयंती महोत्‍सव।

कुरुक्षेत्र, जागरण संवाददाता। अंतरराष्ट्रीय गीता जयंती दो से 19 दिसंबर तक मनाया जाएगा। महोत्सव में देश के ही नहीं विदेशों से भी कलाकार पहुंचेंगे। यहां पर देसी व विदेशी कार्यक्रमों की छटा बिखेरेंगे। राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय आयोजन पुरुषोत्तमपुरा बाग और हरियाणवी लोक कलाकारों का मंच हरियाणा पैवेलियन में होगा। धर्मनगरी कुरुक्षेत्र में कोरोना के बाद बड़े आयोजन को सफल बनाने की दिशा में काम शुरू कर दिया है। सांस्कृतिक कार्यक्रमों का चयन करने की जिम्मेवारी हरियाणा कला एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग, हरियाणा कला परिषद और उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक कला केंद्र पटियाला (एनजेडसीसी) को सौंपी गई है।

जिला उपायुक्त मुकुल कुमार ने मंगलवार को लघु सचिवालय में बैठक लेकर सांस्कृतिक कार्यक्रमों पर चर्चा की। बैठक में हरियाणा कला एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग की निदेशिका प्रतिमा चौधरी, हरियाणा कला परिषद के निदेशक संजय बसीन, मुख्यमंत्री के पब्लिसिटी सेल के ओएसडी एवं हरियाणा कला परिषद के अतिरिक्त निदेशक गजेंद्र फोगाट, एडीसी अखिल पिलानी, केडीबी के मानद सचिव मदन मोहन छाबड़ा, सीईओ अनुभव मेहता, केडीबी के सदस्य सौरभ चौधरी व उपेंद्र ङ्क्षसघल शामिल रहे। बैठक में दो से 19 दिसंबर तक होने वाले अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव के सांस्कृतिक कार्यक्रमों के चयन पर विस्तार से चर्चा की। पुरुषोत्तमपुरा बाग में सुबह 11 से शाम पांच बजे और शाम को 6:30 से 8:30 बजे, ब्रह्मसरोवर के आरती स्थल पर भजन संध्या शाम पांच से छह बजे तक और द्रौपदी कूप में बनने वाले हरियाणा पैवेलियन में हरियाणवी सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए सूचि तैयार करने का प्रस्ताव पारित किया गया।

ये बनाया प्रस्ताव

डीसी मुकुल कुमार ने बताया कि पुरुषोत्तमपुरा बाग में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का मुख्य मंच बनाया जाएगा। इस मंच पर सुबह के समय चार और शाम के समय दो सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति होगी। हरियाणा पैवेलियन में नियमित रूप से हरियाणवी लोक सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। इसके अलावा ब्रह्मसरोवर के घाटों पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आरती से पहले भजन संध्या का आयोजन किया जाएगा।

75 तीर्थों पर होंगे कार्यक्रम

कुरुक्षेत्र 48 कोस के 75 तीर्थों पर भी सांस्कृतिक कार्यक्रम कराए जाएंगे। इसकी रूपरेखा तैयार की जा रही है। इन आयोजनों की जिम्मेदारी संबंधित जिलों के डीसी की रहेगी। इसमें कुरुक्षेत्र के अलावा, करनाल, कैथल, जींद और पानीपत जिलों के तीर्थ होंगे। इस बार देश की आजादी के 75 वर्ष पूरे होने के विषय को जहन में रखते हुए 75 तीर्थों पर कार्यक्रमों का आयोजन करने की योजना तैयार की गई है।

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