तीसरा सीरो सर्वे 15 से, 20 क्लस्टर बनाए, प्रत्येक से लिए जाएंगे 20 सैंपल

कोरोना की दूसरी लहर दम तोड़ रही है। शहर और देहात के कितने लोगों के शरीर में एंटीबाडी बनी इसके लिए सरकार ने सीरो सर्वे-थ्री कराने का निर्णय लिया है। पानीपत जिले में 20 क्लस्टर बनाए गए हैं हर जगह से 20 लोगों के ब्लड सैंपल लिए जाने हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 12 Jun 2021 08:58 AM (IST) Updated:Sat, 12 Jun 2021 08:58 AM (IST)
तीसरा सीरो सर्वे 15 से, 20 क्लस्टर बनाए, प्रत्येक से लिए जाएंगे 20 सैंपल
तीसरा सीरो सर्वे 15 से, 20 क्लस्टर बनाए, प्रत्येक से लिए जाएंगे 20 सैंपल

जागरण संवाददाता, पानीपत : कोरोना की दूसरी लहर दम तोड़ रही है। शहर और देहात के कितने लोगों के शरीर में एंटीबाडी बनी, इसके लिए सरकार ने सीरो सर्वे-थ्री कराने का निर्णय लिया है। पानीपत जिले में 20 क्लस्टर बनाए गए हैं, हर जगह से 20 लोगों के ब्लड सैंपल लिए जाने हैं। इस बार स्वास्थ्य विभाग की टीमें 06 से 101 साल तक के बच्चों-किशोरों, कोरोना रिकवर और वैक्सीनेशन करा चुके लोगों के भी सैंपल लेंगी।

वैक्सीनेशन के नोडल अधिकारी डा. ललित वर्मा ने बताया कि 15 जून को अपराह्न दो बजे स्वास्थ्य मंत्री सीरो सर्वे का शुभारंभ करेंगे। सर्वे में लगाई 16 टीमें तुरंत फील्ड में उतर जाएंगी। हर क्लस्टर में छह से नौ साल आयु के दो बच्चों, 10 से 17 साल आयु से छह और 18 साल से अधिक आयु वर्ग में 12 सैंपल लिए जाएंगे। दो दिन में सीरो सर्वे-थ्री पूरा करना है। सैंपल की टेस्टिग सिविल अस्पताल स्थित आणविक लैब और जिला रेडक्रास सोसाइटी की लैब में पूरी की जाएगी। प्रत्येक क्लस्टर को दो भागों में विभाजित किया जाएगा।

डा. वर्मा के मुताबिक किसी घर में एक महिला है तो उसका सैंपल लेना है। किसी घर में दो महिलाएं हैं तो आयु में बड़ी महिला का ब्लड सैंपल लेना है। ऐसे अन्य कई मानक हैं, जिसके संबध में निदेशक स्वास्थ्य सेवाएं डा. उषा गुप्ता, डा. शालू और हरियाणा सीरो सर्वे एप बनाने वाली टीम के भानुप्रताप ने ट्रेनिग दी है। ये लिए हैं एरिया

पीएचसी उझा, बापौली, सींक, मांडी। सब सेंटर रिसालू, अधमी, उरलाना कलां, चमराड़ा, कुरार, जलमाना, उरलाना खुर्द और बुआना लाखू। अर्बन पीएचसी खटीक बस्ती, राजीव कालोनी, राजनगर, अ‌र्द्ध शहरी उग्राखेड़ी, बतरा कालोनी और हरिसिंह कालोनी। शहरी स्वास्थ्य केंद्र सेक्टर 11-12, सेक्टर-25 शामिल हैं। 60 फीसद के शरीर में एंटीबाडी बने, तब सुरक्षित

डा. वर्मा ने बताया कि जितने अधिक लोगों के शरीर में कोरोना से लड़ने के लिए एंटीबाडी बन जाएगी, उतना ही ठीक होगा। यदि किसी एरिया में 60 फीसद लोगों के शरीर में एंटीबाडी बन जाएगी तो वह मजबूत हर्ड इम्यूनिटी कहलाएगी। उस एरिया के लोगों को कोरोना सहित दूसरे संक्रमण का डर कम रहेगा। प्रथम सर्वे में जिले के आंकड़े

अगस्त-2020 में शहर में कुल 352 लोगों (130 पुरुष व 222 महिलाओं) के ब्लड सैंपल लिए गए थे। इनमें से 13 पुरुषों, 13 महिलाओं (क्रमश: 10 व 5.85 फीसद) के शरीर में एंटीबाडीज डेवलप हुई थी। ग्रामीण क्षेत्र में कुल 527 (246 पुरुष, 281 महिलाओं) के ब्लड सैंपल लिए गए थे। 22 पुरुषों और 14 महिलाओं (क्रमश: 8.94 व 4.98 फीसद) के शरीर में एंटीबाडीज बनी थी। यानि, 7.4 फीसद जनसंख्या के शरीर में हर्ड इम्युनिटी बनी थी। द्वितीय सीरो सर्वे के आंकड़े

अक्टूबर-2020 में दूसरा सीरो सर्वे हुआ था। 15 क्लस्टर बनाए थे। 726 (शहर में 289, ग्रामीण क्षेत्र में 437) सैंपल लिए गए थे। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने नवंबर में रिपोर्ट जारी की थी। जिला में 23 लोगों के शरीर में हर्ड इम्यूनिटी बन चुकी थी। शहरी क्षेत्र में 36.67 फीसद, ग्रामीण क्षेत्र में 13.95 फीसद आबादी के शरीर में हर्ड इम्युनिटी बनी थी।

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