यमुनानगर के कलेसर जंगल में लगी आग, मचा हड़कंप, वन विभाग की टीम पहुंची

कलेसर के जंगल में आग लगने की सूचना से वन विभाग में हड़कंप मच गया। सूचना मिलते ही कर्मचारी मौके पर पहुंचे। वन्‍य जीवों और जंगल को होने वाले नुकसान को देखते हुए आग बुझाने का काम तेजी से किया गया।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Wed, 03 Mar 2021 11:53 AM (IST) Updated:Wed, 03 Mar 2021 11:53 AM (IST)
यमुनानगर के कलेसर जंगल में लगी आग, मचा हड़कंप, वन विभाग की टीम पहुंची
यमुनानगर कलेसर राष्‍ट्रीय जंगल से मचा हड़कंप

यमुनानगर, जेएनएन। जंगल में आग लगने की सूचना से वन विभाग में हड़कंप मच गया। आग कलेसर के जंगल में लगी। बागपत, खिजरी व खिलांवाला बीट में ग्राउंड फायर थी। इसकी सूचना मिलते ही विभाग के कर्मचारी मौके पर पहुंचे।

कलेसर जंगल की बागपत, खिजरी व खिलांवाला बीट में अचानक आग लग गई। समय रहते हुए वन कर्मचारियों ने आग पर काबू पा लिया। यदि आग भड़क जाती तो भारी नुकसान होता। आग पर काबू पाना भी मुश्किल हो जाता। क्योंकि इन दिनों तेज हवाएं चल रही है। कलेसर जंगल की सीमा उत्तराखंड के जंगल से सटी हुई है। आग वहां तक भी पहुंच सकती थी।

बता दे कि आठ दिसंबर 2003 को नेशनल पार्क का क्षेत्र 11570 एकड़ होने पर उसे राष्ट्रीय उद्यान घोषित किया गया। राष्ट्रीय उद्यान के निकट कलेसर वन्यजीव अभयारण्य है। इसका क्षेत्र 13209 एकड है। इसकी 13 दिसंबर 1996 में अधिसूचित किया गया था। जंगल में काफी वन्यप्राणी है और खैर व सागवान के ज्यादा पेड़ हैं। सुरक्षा के लिए भी वन कर्मचारी तैनात रहते हैं।

पहले भी हो चुकी घटना

वर्ष 2010, 2012 व 2013 में जंगल में आगजनी की घटना हो चुकी है। उस दौरान आग से काफी नुकसान हुआ था। चंडीगढ़ तक के अधिकारी जंगल में पहुंचे थे। जानकारों का यह भी मानना है कि तस्कर भी आगजनी की घटना को अंजाम दे देते हैं, ताकि अवैध कटाई के चिन्ह मिट जाए। कुछ लोगों का यह भी कहना है कि सूखे घास को खत्म करने के लिए भी आगजनी जैसी घटना को अंजाम दे दिया जाता है।

यह ग्राउंड फायर थी , नकुसान होने से बच गया

वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि ग्राउंड फायर थी। जिसे तुरंत कंट्रोल कर लिया गया है। उनका दावा है कि आग से कोई बड़ा नुकसान नहीं है। शरारती तत्वों ने आगजनी की घटना को अंजाम दिया है। थाना प्रताप नगर में केस दर्ज करा दिया गया है। थाना प्रभारी बलराज का कहना है कि मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी गई। जल्द ही आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

यहां पर भड़की आग, बनाई  तीन टीमें

कलेसर जंगल की खिजरी, बागपत व खिलांवाला बीट में देर रात अचानक आग भड़क उठी। आग की सूचना मिलते ही वन विभाग की तीन टीमों ने मिलकर आग पर काबू पा लिया। वन विभाग की टीम आसपास के लोगों से इस बारे में पूछताछ भी कर रही है।

एक साथ तीन जगह पर लगी आग

वन दरोगा जसवंत सिंह ने बताया कि खिजरी व खिलांवाला बीट में किसी शरारती तत्वों द्वारा जंगल में आग  लगाई है। जंगल के तीन स्थानों पर एक साथ आगजनी की घटना हुई। यह इत्फाक नहीं है। जरूर शरारती तत्वों का काम है। खिजरी, खिलांवाला में खेतों के साथ लगते जंगल की बाउंड्री पर ही आग लगी थी। जिससे घास, सूखे पत्ते आदि जले हैं।  उनके मुताबिक ग्राउंड फायर से जंगल में पेड़ पौधों का नुकसान नहीं है। ग्राउंड फायर से आगजनी की बड़ी घटनाओं पर काबू पाना आसान हो जाता है।

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