जर्मनी ट्रेड फेयर से निर्यातकों में उत्साह, मंदी के बादल छटेंगे

जर्मनी में लगे चार दिवसीय ट्रेड फेयर से निर्यातकों को संजीवनी मिली। मंदी के बादलों से जल्द ही छुटकारा मिलेगा। विश्व स्तर पर सबसे बढ़ा होम टेक्सटाइल ट्रेड फेयर हर वर्ष जनवरी में जर्मनी के फ्रेंक्फर्ट शहर में लगता रहा है। कोरोना के कारण ढाई साल बाद यह ट्रेड फेयर लगा है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 25 Jun 2022 10:51 PM (IST) Updated:Sat, 25 Jun 2022 10:51 PM (IST)
जर्मनी ट्रेड फेयर से निर्यातकों में उत्साह, मंदी के बादल छटेंगे
जर्मनी ट्रेड फेयर से निर्यातकों में उत्साह, मंदी के बादल छटेंगे

जागरण संवाददाता, पानीपत : जर्मनी में लगे चार दिवसीय ट्रेड फेयर से निर्यातकों को संजीवनी मिली। मंदी के बादलों से जल्द ही छुटकारा मिलेगा। विश्व स्तर पर सबसे बढ़ा होम टेक्सटाइल ट्रेड फेयर हर वर्ष जनवरी में जर्मनी के फ्रेंक्फर्ट शहर में लगता रहा है। कोरोना के कारण ढाई साल बाद यह ट्रेड फेयर लगा है।

जून में लगे इस ट्रेड फेयर में भाग लेकर लौटे निर्यातक रमन छाबड़ा ने बताया कि इस बार अच्छा रेस्पांस मिला है। ग्लोबल मंदी के कारण बायर (खरीददार) कम आने की उम्मीद थी, लेकिन स्थिति इसके विपरीत रही। यूरोप के बायर काफी संख्या में पहुंचे। फ्रांस, इटली पुर्तगाल, बेल्जियम के बायर अधिक पहुंचे। ब्राजील, साउथ अफ्रीका से भी बढ़ी संख्या में बायर पहुंचे। पानीपत के निर्यातकों की हिस्सेदारी अच्छी रही

इस बार का ट्रेड फेयर बाकी वर्षों से अलग रहा। नार्मल साइज का 30 प्रतिशत लगा। अर्थात कम स्टाल लगाए गए। ट्रेड फेयर में आने वाले विजिटर की संख्या भी काफी कम रही। पानीपत से 125 निर्यातक इस फेयर में जाते हैं। इस बार 75 निर्यातकों ने होम टेक्सटाइल फेयर में हिस्सा लिया।

पानीपत से ट्रेड फेयर में भाग लेने वाली कंपनियों में गौरव इंटरनेशनल, श्याम एक्सपोर्ट, पीपी इंटरनेशनल, यूनाइटेड ओवरसीज, शिवशक्ति ओवरसीज आदि शामिल रहे। पानीपत के परंपरागत प्राडक्ट का जलवा

फेयर में पानीपत के परंपरागत प्राडक्ट बाथ मेट, जूट उत्पाद, कुशन कवर के अतिरिक्त कारपेट को विदेशी खरीददारों ने सराहा। ट्रेड फेयर में आए यूरोप के एक बायर ने बताया कि पिछले तीन चार महीनों वे मंदी के वजह से खरीददारी नहीं कर रहे। जो प्राडक्ट प्रदर्शनी में लगे उन्हें काफी पसंद आए वे जल्द ही इनका आर्डर देंगे। विदेशों में मंदी बरकरार

ट्रेड फेयर में यूएस के बायर कम आए। एक यूएस के बायर ने बताया कि ने बताया कि मंदी चल रही है। मंदी का कारण महंगाई, ब्याज दर बढ़ना, पेट्रोल की कीमत बढ़ना, कोरोना के चलते सरकार जो सहायता देती वो बंद हो चुकी है। कई महीने से तैयारी

पानीपत के निर्यातक कई माह पहले ही ट्रेड फेयर की तैयारी करते हैं। डिजाइन बनाना, कोरियर करना, सेंपलिग करना, अपने स्टेंड के डिजाइन तैयार करना शामिल है।

निर्यातक रमन सिगल, रमेश वर्मा, ललित गोयल ने कहा कि इस फेयर से उम्मीद जगी है जल्द ही पानीपत से मंदी के बादल छंट जाएंगे। पहले की तरह एक्सपोर्ट गति पकड़ेगा। ट्रेड फेयर में भले ही कम खरीददार आए हों, लेकिन जो आए वे सीरियस थे।

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