एक्टिवा से सुलझी सर्राफा कारोबारी हत्याकांड की गुत्थी, एडीजीपी ने की प्रेसवार्ता

अंबाला रेंज के आइजी एवं एडीजीपी डॉ. आरसी मिश्रा ने मंगलवार को एक प्रेसवार्ता में करके सर्राफा कारोबार हत्याकांड का पर्दाफाश किया है। ये गुत्थी एक स्कूटी से सुलझी है।

By Ravi DhawanEdited By: Publish:Tue, 27 Nov 2018 02:45 PM (IST) Updated:Tue, 27 Nov 2018 05:01 PM (IST)
एक्टिवा से सुलझी सर्राफा कारोबारी हत्याकांड की गुत्थी, एडीजीपी ने की प्रेसवार्ता
एक्टिवा से सुलझी सर्राफा कारोबारी हत्याकांड की गुत्थी, एडीजीपी ने की प्रेसवार्ता

पानीपत/अंबाला, जेएनएन। अंबाला शहर में सर्राफा कारोबारी सुनील जैन हत्याकांड की गुत्थी केवल एक एक्टिवा नंबर से ही सुलझी है। इसका खुलासा खुद अंबाला रेंज के आइजी एवं एडीजीपी डॉ. आरसी मिश्रा ने मंगलवार को एक प्रेसवार्ता में किया है। 

आइजी ने बताया कि घटना के बाद जब पुलिस ने आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली तो उसमें घटना से पहले एक एक्टिवा आती दिखी। इस एक्टिवा पर दो लोग सवार थे। घटना होने के बाद फिर से यही एक्टिवा घटनास्थल के पास पहुंची। इसी आधार पर पुलिस ने एक्टिवा नंबर को आधार बनाकर संदीप कक्कड़ उर्फ टिंकू तक पहुंची और उसने सीआइए की पूछताछ में पूरे घटनाक्रम का खुलासा कर दिया। 

हत्याकांड का मास्टरमाइंड है संदीप
संदीप इस पूरे हत्याकांड का मास्टरमाइंड है और उसने पंजाब के समाना स्थित अपनी ससुराल में रहते ही कुख्यात आरोपित सिमरनदीप सिंह उर्फ सिम्मी के जरिए इस हत्याकांड को अंजाम दिया। पूछताछ में यह भी खुलासा हुआ कि वह यहां हत्या के इरादे से नहीं बल्कि सर्राफा की दुकान में लूटपाट की वारदात को अंजाम देने आए थे। लेकिन सिम्मी द्वारा भेजे गए साथियों की सर्राफा कारोबारी सुनील जैन व उसके कारिंदों के साथ हुई मारपीट में गोली चलाने से मौत हो गई। 

  

हत्यारोपित।

इस तरह से हुई थी वारदात
बीते चार दिन पूर्व तीन मोटरसाइकिलों पर सवार छह-सात युवकों ने सर्राफा कारोबारी सुनील जैन की दुकान में घुसते ही बंदूक दिखा दी थी। हालांकि इनकी सराफ व कारिंदों के साथ मारपीट हो गई और गोली लगने से सुनील जैन की मौत हो गई थी। इस मामले में पुलिस ने जब सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली तो यहां से आरोपितों तक पहुंचने के कुछ साक्ष्य मिले। यहीं से कडिय़ां जोड़ते-जोड़ते पुलिस व सीआइए की जांच टीमें आरोपितों तक पहुंची। 

 

इसी एक्टिवा से सुलझी गुत्थी।

पांच साल पहले भी हुई थी मारपीट
आइजी ने प्रेसवार्ता में बताया कि करीब पांच साल पहले भी संदीप कक्कड़ की सुनील जैन के साथ दुकान में घुसने को लेकर मारपीट हुई थी। लेकिन उस वक्त पुलिस को कोई शिकायत नहीं दी गई जिस कारण कोई पुलिस कार्रवाई नहीं हुई। अगर उस वक्त शिकायत दी गई होती तो अब यहां तक नौबत न आती। 

ससुराल में सिम्मी के साथ बनाई प्लानिंग 
पकड़े गए आरोपित संदीप की ससुराल पंजाब के समाना में है। वह अपनी ससुराल में गया हुआ था जहां उसकी मुलाकात सिमरनदीप उर्फ सिम्मी के साथ हुई। उसने सिम्मी को बताया कि सुनील जैन अच्छा कारोबारी है और वहां से हमें अच्छी ज्वेलरी व कैश भी मिल सकता है। सिम्मी ने 21 नवंबर की रात को संदीप के साथ खुद अंबाला शहर में सुनील जैन की दुकान के आसपास रेकी की। इसके बाद 23 नवंबर की रात को उसने तीन मोटरसाइकिल पर अपने छह साथियों को घटना को अंजाम देने के लिए भेजा। साथ ही एक अन्य सातवें साथी को खुद सराफ की दुकान के नजदीक ही संदीप कक्कड़ अपनी एक्टिवा पर यहां तक छोडऩे आया। 

सातवां आरोपित पैदल ही गया था
घटना को अंजाम देने के बाद छह युवक तो अपनी मोटरसाइकिल पर भागे लेकिन उनका सातवां साथी गलियों में से पैदल ही भागा। संदीप ने उसे वहीं पुरानी जगह से अपनी एक्टिवा पर बैठाया जहां उसे छोड़कर गया था। यह दोनों फुटेज जब पुलिस ने देखी और एक्टिवा नंबर के आधार पर संदीप को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने पूरे हत्याकांड का खुलासा कर दिया। फिलहाल संदीप पांच दिन के पुलिस रिमांड पर है और उसके अन्य साथियों को सीआइए की टीम पंजाब पुलिस के साथ मिलकर तलाश कर रही है। 

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