कोरोना संक्रमण के पांच माह बाद आज सुनी जानी थी पानीपत के लोगों की शिकायतें, अब रद
पानीपत में कष्ट निवारण समिति की बैठक आज होनी थी। कोरोना संक्रमण के बाद आज यह बैठक होनी थी। अब इस बैठक को किसी कारणवश रद कर दी गई है।
पानीपत, जेएनएन। जिला कष्ट निवारण समिति की बैठक 11 बजे लघु सचिवालय के द्वितीय तल के सभागार में संपन्न होनी थी। प्रदेश के उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला को बैठक की अध्यक्षता करते हुए शिकायतों की सुनवाई करनी थी। डीसी धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि बैठक में कुल 16 शिकायतें रखी जानी थी, लेकिन किसी कारणवश अब ये बैठक नहीं होनी है।
कष्ट निवारण समिति की बैठक हर माह होती थी। लॉकडाउन और अनलॉक-वन के कारण पांच माह बैठक नहीं हो सकी। पिछली बैठक 22 जनवरी को संपन्न हुई थी। इस बार रखी जाने वाली शिकायतों में सात पुरानी, छह नई और तीन सीएम विंडो की शिकायतें हैं। सबसे अधिक पांच शिकायतें पुलिस विभाग से संबंधित हैं। चार शिकायतें पंचायत विभाग से जुड़ी हैं। इनके अलावा प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड, औद्योगिक सुरक्षा, शिक्षा विभाग, अग्रणी बैक और हाउसिंग बोर्ड आदि से संबंधित हैं।
इन शिकायतों पर फोकस :
चंदौली गांव के राकेश ने डाई हाउसों के निकलने वाले दूषित पानी की शिकायत की थी। डिप्टी सीएम ने प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के अधिकारियों को टैंकरों जब्त करने, जुर्माना लगाने, टैंकर चालकों और डाई हाउस के मालिकों से गो-चरान भूमि में पौधारोपण कराने के आदेश दिए थे। पालना कितनी हुई, अधिकारियों को जबाव देना पड़ सकता है।
हरि सिंह कॉलोनी वासी देवी सिंह ने शिकायत दी थी कि उसने एटीएम से दो हजार रुपये निकाले, मैसेज 10 हजार रुपये निकासी का मिला। डिप्टी सीएम ने एलडीएम को आदेश दिए थे कि पीडि़त की रिजर्व बैंक तक पैरवी करें या जेब से 10 हजार रुपये भुगतान करें।
रवींद्र गोयल ने शिकायत दी थी कि उसने नियति इंटरनेशनल और हरिओम ट्रेडिंग कंपनी से आए खराब माल को वापस कर, बिल भेज दिया। माल प्राप्त करने के बाद दोनों फर्मों ने बिल रिजेक्ट कर दिया। डिप्टी सीएम ने उप आबकारी कराधान आयुक्त को दोनों कंपनियों लेखा-जोखा खंगालने के आदेश दिए थे।
एक कॉलोनी वासी विधवा ने कहा था कि कॉलोनी के युवक ने उसकी बेटी के साथ दुष्कर्म किया, बाद में अपहरण कर ले गया। पुलिस के चक्कर काट रहीं हूं, कार्रवाई नहीं हो रही है। डीएसपी पूजा डाबला ने पक्ष रखा कि कोर्ट से पॉलीग्राफ टेस्ट की अनुमति मांगी है। उप मुख्यमंत्री ने दो टूक कहा कि मिङ्क्षसग को ट्रैस करो।
अनाज मंडी, मतलौडा वासी व्यापारी राजकुमार की शिकायत थी कि आरोपित राजेंद्र, पंकज, मनोज, सुशील और सचिन ने नवंबर 2015 से 30 जनवरी 2016 तक उससे डेढ़ करोड़ रुपये से अधिक की जीरी अलग-अलग फर्मों के नाम से क्रय की। उन पर 75 लाख 59 हजार रुपये बकाया है। उप मुख्यमंत्री ने आरोपित की प्रॉपर्टी अटैच करने के आदेश दिए थे।