Coronavirus effect: टोल प्लाजा पर कार रोक पूछ रहे- सर! विदेश से तो नहीं आए हो

कोरोना के खौफ के चलते हर कोई डरा है। अब तो टोल पर स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी कार चालकों को रोककर पूछ रहे सर आप विदेश से तो नहीं आए।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Mon, 09 Mar 2020 11:09 AM (IST) Updated:Tue, 10 Mar 2020 10:50 AM (IST)
Coronavirus effect: टोल प्लाजा पर कार रोक पूछ रहे- सर! विदेश से तो नहीं आए हो
Coronavirus effect: टोल प्लाजा पर कार रोक पूछ रहे- सर! विदेश से तो नहीं आए हो

पानीपत, जेएनएन। सर! आप विदेश से तो नहीं लौट रहे हैं.. यह पूछते हुए स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों ने लग्जरी कार में सवार बैठे लोगों को कोरोना वायरस के लक्षण और बचाव की जानकारी देने वाला पंफलेट थमा दिया। 200 से अधिक ऐसी कारों-टैक्सियों को रोका, जिनमें कई-कई सूटकेस और बैग रखे हुए थे। 

कोरोना वायरस (कोविड-19) के खतरे को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर है। स्वास्थ्य मंत्रालय की गाइडलाइन पर सिविल अस्पताल में कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीजों की जांच के लिए ओपीडी संख्या 101 ओपन कर दी गई है।  इस ओपीडी में स्टाफ नर्स और एएनएम की ड्यूटी लगाई गई है। सिविल सर्जन ने डॉ. संतलाल वर्मा बताया कि संदिग्ध मरीज, जिसकी कोरोना वायरस हिस्ट्री है तो नाक-कान-गला विशेषज्ञ जांच करेंगे। स्वैब का नमूना लेकर नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (एनसीडीसी) या एम्स दिल्ली भेजेंगे। रिपोर्ट मिलने तक संदिग्ध मरीज को आइसोलेशन वार्ड में रखा जाएगा। 12 सदस्यीय रेपिड रिस्पांस टीम गठित कर दी गई है।

बता दें कि इमीग्रेशन विभाग ने जिला प्रशासन को 20 लोगों की सूची सौंपी थी। सभी 29 दिसंबर 2019 के बाद चीन सहित अन्य देशों की यात्रा कर लौटे थे। मॉडल टाउन वासी एक व्यक्ति की पहचान संदिग्ध मरीज के रूप में हुई थी। लैब से रिपोर्ट निगेटिव मिली। सभी से सेल्फ डेक्लेरेशेन फॉर्म भरवाया गया है। 

ओपीडी में नहीं फोन सुविधा  

सिविल अस्पताल में कोरोना वायरस के खौफ के चलते अलग ओपीडी तो बना दी गई है। वहां मास्क और सेनेटाइजर भी रखे हुए हैं। टेबल पर लैंडलाइन फोन रखा गया है ताकि मरीज आने पर डॉक्टरों को बुलाया जा सके। हैरत यह कि उसके कनेक्शन नहीं हुए हैं, महज शो-पीस है। 

रेपिड टीम के सदस्य

डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. शशि गर्ग (वैक्टर बोर्न डिजीज), डॉ. आलोक जैन (चिकित्सा अधीक्षक), डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. कर्मवीर चोपड़ा (हेल्थ), डॉ. जितेंद्र त्यागी (मेडिसिन कंसल्टेंट), डॉ. भूपेश चौधरी (नाक-कान-गला विशेषज्ञ), डॉ. श्यामलाल (माइक्रोबायोलॉजिस्ट), डॉ. निहारिका (शिशु रोग विशेषज्ञ), डॉ. तनूजा वर्मा (महामारी रोग विज्ञानी)। 

विदेश से लौटे यात्रियों के लिए गाइडलाइन 

-चौदह दिनों तक लोगों के संपर्क में न आएं, अलग कमरे में सोएं। 

-छींकते-खांसते समय मुंह पर रूमाल, टिश्यू पेपर जरूर रखें। 

-नियमित रूप से साबुन और पानी से हाथ धोएं। 

-खांसी-जुकाम-बुखार के लक्षण हैं तो उससे दूरी बनाए रखें। 

-लक्षण वाले यात्री मुंह पर मास्क लगाएं। 

-बुखार-खांसी-सांस लेने में तकलीफ है तो जांच जरूर कराएं।  

टोल फ्री नंबर जारी 

अस्पताल प्रशासन ने कोरोना वायरस को लेकर टोल फ्री नंबर 0180-2640255 जारी किया हुआ है। इसके अलावा लैंडलाइन फोन से 108 और मोबाइल फोन से 0180-108 डायल कर संदिग्ध मरीज जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। इस संबंध में सूचना दे सकते हैं। 

होम्योपैथिक मेडिसिन उपलब्ध 

आयुष विभाग, पानीपत में होम्योपैथिक डॉ. उज्जवल ने बताया कि कोरोना वायरस के लक्षण स्वाइन फ्लू या अन्य बुखार के समान ही हैं। आयुष मंत्रालय ने एडवाइजरी जारी करते हुए होम्योपैथिक मेडिसिन आर्सेनिक एल्बम-30 के प्रयोग का सुझाव दिया गया है। यह मेडिसिन फ्लू के सभी लक्षणों पर काम करती है। यह बचाव और इलाज दोनों के लिए इस्तेमाल की जा सकती है।

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