करनाल में कोरोना संक्रमित ने तोड़ा दम, 10 दिन में कोरोना से 3 की मौत, एक्टिव केस हुए 265

कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ता जा रहा है। करनाल में दस दिन में तीन लोगों की कोरोना संक्रमण से मौत हो गई। अब कुल एक्टिव केस 265 हैं। संवेदनशील होते हालात के बीच दफ्तरों में जुट रही है भीड़।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Sat, 06 Mar 2021 04:40 PM (IST) Updated:Sat, 06 Mar 2021 04:40 PM (IST)
करनाल में कोरोना संक्रमित ने तोड़ा दम, 10 दिन में कोरोना से 3 की मौत, एक्टिव केस हुए 265
कोरोना संक्रमण के केस लगातार सामने आ रहे।

करनाल, जेएनएन। कोरोना संक्रमण को लेकर प्रशासनिक अधिकारियों की कार्यशैली आमजन को खतरे में डाल रही है। दस दिन में तीन लोगों की मौत हो चुकी है और स्कूलों के छात्र लगातार संक्रमित हो रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के पास ठोस योजना न होने के कारण स्कूलों में बच्चे कोरोना के खतरे के बीच पढ़ाई को मजबूर हैं। शिक्षा विभाग सेनिटाइजेशन के नाम पर बजट खर्च करने में कंजूसी बरत रहा है। प्रशासनिक अधिकारी बैठकों में एक-दूसरे से बिना उचित दूरी बनाए शहर को प्रगति देने के दावे कर रहे हैं। कोरोना को हल्के में लेने की इसी गलती के बीच कई कार्यालयों के प्रांगण में रोजाना भीड़ दिखाई पड़ती है।

कोरोना को हल्के में ले रहे लोग, अधिकारी सुस्त

लॉकडाउन में पुलिस की पहरेदारी में आमजन संक्रमण से बचाव पर गंभीर था। अब चार माह से बाजारों में भीड़ आम है। सरकारी संस्थानों में सेनिटाइजेशन व मास्क दिखाई नहीं पड़ता है। बाजारों में दुकानदार बिना मास्क लगाए सब्जी व अन्य सामान बेच रहे हैं। पुलिस व अन्य विभागों के अधिकारी सड़कों पर खड़े होकर तो बिना मास्क पहने राहगीरों के चालान काट रहे हैं। परंतु सब्जी विक्रेताओं व पार्कों में टहलने आए लोगों पर कार्रवाई नहीं हो रही। इससे अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लग रहा है।

पिछले दस दिन में कोरोना मामलों का ग्राफ

तिथि         संक्रमित

23 फरवरी : 24

24 फरवरी : 17

25 फरवरी : 32

26 फरवरी : 30

27 फरवरी : 35

28 फरवरी : 10

01 मार्च : 21

02 मार्च : 20

03 मार्च : 44

04 मार्च : 60

जिले में टेस्टिंग सभी की, संक्रमित की गिनती नहीं

स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के नियमानुसार टेस्टिंग बेशक जिले में हो लेकिन संक्रमित बाहरी लोगों को गिनती जिले की सूची में नहीं की जाती। ऐसे में सैनिक स्कूल के बच्चों का उदाहरण भी लिया जा सकता है। दो मार्च को सैनिक स्कूल में 54 मामले सामने आने के बावजूद स्वास्थ्य विभाग की ओर से 20 मामले ही दिखाए गए। स्कूलों के हालात जानने पर मालूम पड़ा कि सैनिक स्कूल के अलावा एक सप्ताह में सरकारी-गैर-सरकारी स्कूलों में 53 छात्र संक्रमित मिले हैं। बुधवार को 13 छात्र व तीन शिक्षक भी संक्रमित मिले। जबकि वीरवार को 20 छात्र संक्रमित पाए गए। जिले के स्कूलों में कोरोना संक्रमित मामले मिलना जारी है। मगर प्रशासन ने ठोस एक्शन प्लान तैयार नहीं किया है।

शुक्रवार को एक मौत 19 मामले उजागर

प्रशासनिक अधिकारियों की कोताही के कारण जिले में शुक्रवार को 19 मामले सामने आए जबकि एक मौत बताई जा रही है। उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने सिविल सर्जन की रिपोर्ट के अनुसार बताया कि जिले में शुक्रवार को 19 नए केस पाए गए हैं। अब तक कोरोना वायरस संक्रमण से संदिग्ध कुल 227013 व्यक्तियों के सैम्पल लिए गए। इनमें 212239 की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। 11635 मामले पॉजिटिव हैं। 156 मरीजों की मृत्यु हो चुकी है। 265 एक्टिव हैं और 11214 मरीज ठीक होकर घर चले गए हैं।

डोर-टू-डोर करेंगे स्‍क्रीनिंग : सिविल सर्जन

उपायुक्त निशांत कुमार ने बताया कि जरूरी कार्य के लिए ही घर से बाहर निकलें, मास्क का प्रयोग करें, शारीरिक दूरी का ध्यान रखें, अपने आपको निरंतर सैनिटाइज करते रहें। उन्होंने स्पष्ट किया कि कोरोना वायरस के बढ़ते केसों के दृष्टिगत प्रशासन सख्त है। जो व्यक्ति बिना मास्क घर से बाहर निकलेगा, उसका 500 रुपये का चालान किया जाएगा। दूसरी तरफ स्वास्थ्य विभाग के सिविल सर्जन डा. योगेश शर्मा ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग ने अब डोर-टू-डोर स्क्रीनिंग का फैसला लिया है। जिस स्कूल में छात्र संक्रमित मिलते हैं तो टीम तुरंत स्कूल पहुंचकर स्थिति संभालेगी। प्रशासन के साथ आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।

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