श्री गुरु रामदास सिंह सभा का चुनाव पर विवाद, थाने पहुंचा मामला

श्री गुरु रामदास सिंह सभा का चुनाव विवाद थाने पहुंच गया। पुलिस ने सदस्‍यों ने रिकॉर्ड मांग लिया। अब डीएसपी इसकी बैठक करेंगे।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Fri, 26 Jun 2020 05:28 PM (IST) Updated:Fri, 26 Jun 2020 05:28 PM (IST)
श्री गुरु रामदास सिंह सभा का चुनाव पर विवाद, थाने पहुंचा मामला
श्री गुरु रामदास सिंह सभा का चुनाव पर विवाद, थाने पहुंचा मामला

पानीपत, जेएनएन। गुरुद्वारा श्री गुरु रामदास सिंह सभा के चुनाव का मामला थाने तक पहुंच गया है। मोहनजीत पक्ष वीरवार को डीसी, एसपी के पास पहुंच गया। थाने में बैठक हुई। कब्जे का आरोप लगाते हुए कानूनी कार्रवाई की मांग उठ गई है। वहीं, रजिस्ट्रार को भी शिकायत दी गई। दोनों पक्षों को मॉडल टाउन थाना पुलिस में बुलाया गया लेकिन कोई समझौता नहीं हो सका। 

एक दिन पहले श्री गुरु रामदास सिंह सभा का चुनाव करवाया गया था। पांच सदस्यीय कमेटी चुनी गई। कमेटी ने गुरशरण सिंह बब्बू को प्रधान चुन लिया। इस चुनाव से निवर्तमान प्रधान मोहनजीत पक्ष को दूर रखा गया। सभा में 485 सदस्य हैं। 30 से 40 सदस्यों की मीटिंग कर 15 मिनट में चुनाव करवा लिया गया। नियमानुसार श्रीगुरुरामदास सिंह सभा पंजीकृत होने के कारण चुनाव के लिए आरओ नियुक्त होना चाहिए। कम से कम 14  दिनों को नोटिस चुनाव के लिए दिया जाना चाहिए। 

मोहनजीत सिंह से सीधी बातचीत 

प्रश्न : गुरुरामदास सभा का प्रधान किसे माना जाए? 

उत्तर : सभा का चार्ज हमारे पास है। रिकार्ड हमारे पास। मुख्य सेवादार का पद मेरे पास है। 

प्रश्न : गुरशरण सिंह बब्बू नए प्रधान चुने गए हैं, आप क्या कहेंगे? 

उत्तर : यह चुनाव संवैधानिक तरीके से नहीं किया गया है। 14 दिन का नोटिस चुनाव के लिए दिया जाना चाहिए। हमारे पास पूरे चुनाव की वीडियो है। 30-40 लोगों की बैठक में ही चुनाव कर लिया गया। 

प्रश्न : आपका कार्यकाल कब तक था 

उत्तर : मेरा कार्यकाल 25 मई तक का है। 

प्रश्न : फिर चुनाव क्यों नहीं करवाया गया? 

उत्तर : कोविड 19 के कारण हम मीटिंग नहीं बुला सकते, 485 सदस्य हैं, लॉकडाउन लगा हुआ था। धार्मिक स्थान बंद रखने के आदेश थे। संगत सेवा में लगी थी, चुनावी प्रोसेस अप्रैल में शुरु हो जाता है। 20 मई तक प्रोसेस पूरा होना था। हमारा कसूर यही है कि लॉकडाउन के कारण चुनाव प्रोसेस शुरू नहीं करवा पाए। 

प्रश्न : अब क्या समाधान होगा? 

उत्तर : गुरु घर की सेवा संगत किसी को दे। बैक डोर से इंट्री नहीं होनी चाहिए। डीसी, एसपी, रजिस्ट्रार को हमने अपना पक्ष रख दिया है। 

मॉडल टाउन पुलिस ने बुलाया था वहां मैं अपने एक साथी के साथ गया। दूसरे पक्ष के लोग पहले से मौजूद थे। हमारे ऊपर दबाव बनाने का प्रयास किया।   

इनके खिलाफ कार्रवाई की जाए 

प्रधान मोहनजीत ने चुनाव करवाने के लिए इकबाल सिंह, गुरशरण बब्बू, प्रीतम सचदेवा, उपकार सिंह, जोगिंद्र चावला, रणजीत सिंह के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। साथ ही मामले की जांच करवाकर अन्य पाए जाने वाले दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। 

रजिस्ट्रार ने कहा, शिकायत आएगी तो देखेंगे 

जिला रजिस्ट्रार फर्म एंड सोसायटी क्षितिज कपूर ने कहा कि वह आज अवकाश पर है। फिलहाल गुरुद्वारे का कोई मामला नहीं चल रहा है। यदि चुनाव करवाए गए हैं, उसका एक भी सदस्य शिकायत करता है तो मामले की जांच होगी। मेरी अनुपस्थिति में कोई शिकायत कार्यालय में दे गया है तो मुझे पता नहीं है। कार्यालय दिवस पर शिकायत को देखेंगे। 

तीन साल में सभा का चुनाव 

मॉडल टाउन में श्रीगुरुरामदास सिंह सभा सबसे प्रतिष्ठित सभाओं में शामिल है। इस बार कोविड -19 में भोजन बनाने के साथ-साथ वितरित करने की जिम्मेदारी भी सभा ने संभाली थी। लाखों पैकेट भोजन सहित राशन यहां से वितरित किया गया। तीन साल के लिए सभा का चुनाव होता है।  

संगत ने किया चुनाव, प्रक्रिया में कोई गलती नहीं : गुरशरण सिंह बब्बू 

गुरुद्वारा श्री गुरुरामदास सिंह सभा के नवनिर्वाचित प्रधान गुरशरण सिंह बब्बू ने कहा कि चुनाव हमेशा इसी तरीके से होते हैं। कार्यकाल पूरा होने से पहले ही प्रधान पद छोड़ देते हैं। मोहनजीत से पहले मैं ही सभा का प्रधान रहा हूं। जैसे ही मेरे कार्यकाल पूरा होने का समय आया, एक महीने पहले ही मैंने चाबी सौंप दी थी। मोहनजीत को प्रधान बनाया गया था। पांच सदस्यीय कमेटी संगत चुनती है, जो पंच परमेश्वर होते हैं। मोहनजीत को तो दो सदस्यों की कमेटी ने ही चुन लिया था। चुनाव को लेकर बैठक है, इसकी जानकारी भी मोहनजीत को इकबाल सिंह (पूर्व प्रधान) हैं ने दी। अब वे ही बैठक में नहीं आए। बैठक में 55 संगत के अलावा 15 महिलाएं थी। सर्वसम्मति से चुनाव हुआ। तीन बार पूछा भी गया कि किसी और की रूचि हो तो नाम दें। किसी ने नाम नहीं दिया। मैं चुनाव के लिए राजी नहीं था, लेकिन गुरुघर ने जो सेवा दी है, मैं करूंगा। मोहनजीत को मार्च में चार्ज छोड़ देना चाहिए था। मई में तो उनका कार्यकाल ही समाप्त हो चुका है। मॉडल टाउन में 252 सदस्य है। सभी को बैठक की जानकारी है।

सोसायटी के रिकार्ड में गुरशरण प्रधान 

रजिस्ट्रार सोसायटी में फिलहाल तक गुरशरण सिंह बब्बू ही प्रधान चले आ रहे हैं। सभा के एचडीएफएस व अर्बन कोओपरेटिव में खाते हैं। वहां साइन तक तीन साल में अपडेट नहीं हुए हैं। 

पुलिस में मामला जाने पर संगत में रोष : प्रीतम 

पांच सदस्यीय कमेटी के सदस्य प्रीतम सचदेवा का कहना है कि पुलिस में बुलाने से संगत में रोष है। कहीं किसी की गलती नहीं है। मोहनजीत के सभी आरोप निराधार हैं। सभा में कोई गडबड़ी नहीं है, ना ही कोई लड़ाई है। समय पूरा होने पर मुख्य सेवादार एक मिनट भी पद पर नहीं रह सकता। मोहनजीत को भी एक एक महीने पहले की चुनाव प्रक्रिया शुरू करनी चाहिए। उनका चुनाव भी इसी तरह हुआ था। पुलिस में बुलाने से संगत में रोष है। थाना मॉडल टाउन में पांच सदस्यीय कमेटी के अलावा 10-15 संगत पहुंची थी।

chat bot
आपका साथी