Chhath Puja 2021: छठ पर्व के तहत शुरू हुआ दो दिवसीय निर्जला व्रत, जानिए महत्व

हर वर्ष जन विकास सेवा समिति की ओर से छठ का पर्व मनाया जाता है। इस बार समिति द्वारा छठा छठ पर्व मनाया जा रहा है। इसको लेकर घट पर व्यवस्थाएं बनाई जा रही है। नगर परिषद द्वारा भी शीतलपुरी घाट पर सफाई करवा दी गई हैं।

By Rajesh KumarEdited By: Publish:Tue, 09 Nov 2021 11:22 AM (IST) Updated:Tue, 09 Nov 2021 11:22 AM (IST)
Chhath Puja 2021: छठ पर्व के तहत शुरू हुआ दो दिवसीय निर्जला व्रत, जानिए महत्व
छठ पर्व पर निर्जला व्रत की शुरुआत।

कैथल, जागरण संवाददाता। सोमवार से नहाय-खाय के साथ छठ पर्व की शुरूआत हो गई है। पर्व के तहत पहले दिन महिलाओं ने सुबह के समय सूर्य भगवान को अर्घ्य देने के बाद तीन दिन तक लगातार रखे जाने वाले व्रत की शुरूआत की थी। मंगलवार से महिलाओं का दो दिवसीय निर्जला व्रत शुरू हो चुका है। महिलाओं द्वारा बुधवार को मनाए जाने वाले छठ पर्व के दौरान शाम के समय अस्ताचल सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा। इसके लिए नई सब्जी मंडी में बाजार सज गए हैं। बता दें कि वीरवार को महिलाओं का छठ पर्व के व्रत समापन होगा। छठ के पर्व को लेकर पूर्वांचल  के लोगों में काफी उत्साह है। 

बाबा शीतलपुरी के घर पर बनाई व्यवस्था

बता दें कि हर वर्ष जन विकास सेवा समिति की ओर से छठ का पर्व मनाया जाता है। इस बार समिति द्वारा छठा छठ पर्व मनाया जा रहा है। इसको लेकर घट पर व्यवस्थाएं बनाई जा रही है। नगर परिषद द्वारा भी शीतलपुरी घाट पर सफाई करवा दी गई हैं। बुधवार शाम के समय घाट के पास ही छठ माता का जागरण आयोजित किया जाएगा। जिसमें बिहार से तीन भोजपुरी गायक छठ माता का जागरण करेंगे। 

निर्जला व्रत शुरू हुआ

जन विकास सेवा समिति के प्रधान डा. बीएन शास्त्री ने बताया कि छठ पर्व के तहत मंगलवार से महिलाओं द्वारा 48 घंटे तक निर्जला व्रत शुरू किया गया है। मंगलवार शाम के समय महिलाएं खरना करेंगे। इसमें बिना जल और बिना नमक के खाना खाएंगी। शास्त्री ने बताया कि इसके बाद बुधवार को सूर्य देव की उपासना करेंगी। इस दौरान सुबह के समय उदय होते हुए सूर्य में पूजा-अर्चना करेंगी। जिसके बाद शाम के समय अस्ताचल सूर्य को अर्घ्य देंगी। 

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