बैंक हड़ताल: जींद के 135 सरकारी बैंकों पर लटके ताले, जानिए क्‍या काम होंगे क्‍या नहीं

आज से दो दिन तक बैंक कर्मचारियों की हड़ताल है। बैंक बंद रहेंगी। दो दिन छुट्टी होने की वजह से अब बैंक सोमवार को खुलेंगी। जींद में करीब 135 सरकारी बैंकों में ताले लटके हैं। दो दिवसीय हड़ताल पर जाने के चलते लोगों को हुई परेशान।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Thu, 16 Dec 2021 11:12 AM (IST) Updated:Thu, 16 Dec 2021 11:12 AM (IST)
बैंक हड़ताल: जींद के 135 सरकारी बैंकों पर लटके ताले, जानिए क्‍या काम होंगे क्‍या नहीं
जींद में पीएनबी बैंक के बाहर प्रदर्शन करते कर्मचारी।

जींद, जागरण संवाददाता। सार्वजनिक बैंकों के निजीकरण करने के विरोध में बैंक कर्मी उतर आए हैं और दो दिन की हड़ताल पर चले गए। यूनाइटेड फार्म आफ बैंक यूनियन के आह्वान पर जिलेभर के बैंक कर्मी हड़ताल करके जिला मुख्यालय पर स्थित पंजाब नेशनल बैंक के बाहर इकट्ठा हुए। जहां पर सरकार की नीतियों के विरोध में जमकर नारेबाजी की। इस दौरान सार्वजनिक 12 बैंकों की 135 ग्रामीण व शहरी एरिया की शाखाएं बंद रही। बैंक के हड़ताल के चलते सरकारी कार्यालयों के अलावा आम आदमी के कार्य भी प्रभावित हुए।

यूनियन के मंडल सचिव जगदीश रेढू ने दावा किया कि दो दिवसीय हड़ताल के चलते लगभग पांच हजार करोड़ का लेन-देन प्रभावित होगा। उन्होंने कहा कि सरकारी क्षेत्र के बैंकों के कर्मचारी पूरे देश में हड़ताल पर हैं। हड़ताल में सार्वजनिक क्षेत्र के सभी 12 सरकारी बैंकों शामिल होंगे। यूनियन द्वारा केंद्र सरकार की गलत नीतियों जैसे बैंकों का मर्ज एवं निजीकरण शामिल है। केंद्र सरकार सरकारी बैंकों को बेचकर इन सभी बैंकों को निजी हाथों में सौंपने का कार्य कर रही है। केंद्र सरकार ऐसे फैसले लेकर आम जनता को परेशान करने का काम कर रही है और सरकारी बैंकों का निजीकरण बहुत ही निंदनीय है, क्योंकि आज आम जनता के लिए सरकार से जुड़ी योजनाओं का लाभ सरकारी बैंकों के माध्यम से दिया जा रहा है।

अगर बैंकों का निजीकरण किया गया तो आम लोगों को इन योजनाओं के लाभ से वंचित रहना पड़ेगा। इसलिए बैंक कर्मचारियों ने निर्णय लिया है कि आम जनता को साथ लेकर सरकारी बैंकों के निजीकरण के केंद्र सरकार के फैसले का जमकर विरोध किया जाएगा और किसी भी सूरत में सरकारी बैंकों का निजीकरण नहीं होने देंगे। ग्रामीण व शहरी एरिया के सभी सरकारी बैंकों की हड़ताल के चलते लोगों को परेशानी उठानी पड़ी, क्योंकि 80 प्रतिशत लोगों के बैंक खाते सरकारी बैंकों में है। इसलिए वीरवार सुबह जब लोग बैंकों पर पहुंचे तो वहां पर ताले लटके हुए दिखाई दिए।

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