श्यामसुंदर बंसल हत्याकांड, बलजीत पोंकरीखेड़ी सहित तीन आरोपित 6 दिन की पुलिस रिमांड पर

जींद के सीआइए स्टाफ प्रभारी अनूप कुमार ने बताया कि पूछताछ में सामने आया कि 23 नवंबर 2021 को श्यामसुंदर बंसल की गोली मारकर हत्या करने में मुख्य शूटर बलजीत पोकरीखेड़ी का साला हिसार के गांव सिसाय का निवासी कुलदीप था।

By Naveen DalalEdited By: Publish:Sun, 23 Jan 2022 01:45 PM (IST) Updated:Sun, 23 Jan 2022 01:45 PM (IST)
श्यामसुंदर बंसल हत्याकांड, बलजीत पोंकरीखेड़ी सहित तीन आरोपित 6 दिन की पुलिस रिमांड पर
पीजी में कमरा किराये पर लेकर रह रहा था आरोपित।

जींद, जागरण संवाददाता। शहर के रोहतक रोड पर ढुलाई ठेकेदार श्यामसुंदर बंसल की हत्या के आरोपित एक लाख के इनामी बलजीत पोंकरीखेड़ी, उसके साले गांव सिसाय निवासी कुलदीप व गांव मुढ़ाल निवासी मनजीत को रविवार को ड्यूटी मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया। जहां पर पुलिस ने आरोपितों का दस दिन के रिमांड मांगा था, लेकिन अदालत ने उनको छह दिन दिन का रिमांड स्वीकार किया। रिमांड के दौरान पुलिस हत्या में प्रयोग किए गए हथियार, कार, मोटरसाइकिल व आरोपितों न हत्या की साजिश कहां पर बनाई, इसके बारे में पूछताछ करेगी। 

पुलिस से बचने के लिए बदल रहे थे लोकेशन

सीआइए इंचार्ज अनूप ने बताया कि आरोपित बलजीत पोंकरीखेड़ी व सुभाष नगर जींद निवासी धर्मेंद्र पहलवान की प्लानिंग के अनुसार 23 नवंबर 2021 को बलजीत के साले गांव सिसाय निवासी कुलदीप, उसके दोस्त गांव मुढ़ाल निवासी मनजीत, पवन उर्फ जोनी, राजेश व सचिन गांधी ने मिलकर श्यामसुंदर बंसल पर अंधाधुंध फायरिंग करके हत्या कर दी थी, जबकि उसके भतीजे हन्नी बंसल के पेट में गोली मार दी थी। हत्या के बाद आरोपित बलजीत पोंकरीखेड़ी अपने साले कुलदीप व उसके दोस्त को लेकर अलग-अलग राज्यों में शरण ली। अब फिलहाल नागालैंड के दीमापुर में ट्रांसपोर्टर बनकर पीजी में कमरा किराये पर लेकर रुके हुए थे। वहां पर भी पुलिस से बचने के लिए लगातार लोकेशन को बदल रहे थे।

गवाही न दे सके इसलिए की हत्या

आरोपित ने बताया कि श्याम सुंदर बंसल अपने भाई पुरुषोत्तम बंसल पर वर्ष 2016 में बलजीत पोंकरीखेड़ी व धर्मेंद्र पहलवान द्वारा सुपारी देकर करवाए गए जानलेवा हमला में गवाह था और उसकी 24 नवंबर 2021 को अदालत में गवाही के साथ-साथ सबूत पेश करने थे। अदालत में फाइनल गवाही न हो इसलिए उसकी गोली मारकर हत्या की थी। आरोपित बलजीत पोंकरीखेड़ी पर श्यामसुंदर बंसल की हत्या के अलावा 18 अपराधिक मामले दर्ज हुए हैं, लेकिन अधिकतर मामलों में अदालत में गवाही नहीं होने के चलते बरी होता रहा। फिलहाल उसके खिलाफ पुरुषोत्तम बंसल पर जानलेवा हमला व उसके भाई श्यामसुंदर बंसल की हत्या का मामला ही अदालत में विचाराधीन है।

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