स्कूल का आंगन चहचहाया, बजी शिक्षा की घंटी

जागरण संवाददाता पानीपत 183 दिन बाद सोमवार को राजकीय स्कूलों में शिक्षकों और विद्यार्थियों क

By JagranEdited By: Publish:Tue, 22 Sep 2020 06:53 AM (IST) Updated:Tue, 22 Sep 2020 06:53 AM (IST)
स्कूल का आंगन चहचहाया, बजी शिक्षा की घंटी
स्कूल का आंगन चहचहाया, बजी शिक्षा की घंटी

जागरण संवाददाता, पानीपत : 183 दिन बाद सोमवार को राजकीय स्कूलों में शिक्षकों और विद्यार्थियों का आमना-सामना हुआ। सरकार के निर्देश पर सुबह से ही बच्चे स्कूलों में अपनी-अपनी समस्याओं का समाधान कराने पहुंचे। हालांकि सीबीएसई स्कूलों में अ‌र्द्ध वार्षिक परीक्षा के कारण बच्चों को प्रवेश की अनुमति नहीं मिली। राजकीय स्कूलों में पहुंचने वाले अधिकतर बच्चे 11वीं में प्रवेश के लिए विषयों का कांबिनेशन सही कराने वाले मिले।

प्रवेश से पूर्व मेन गेट पर सभी विद्यार्थियों की थर्मल स्क्रीनिग और हाथों को सैनिटाइज किया गया। प्रत्येक विद्यार्थी की रजिस्टर में एंट्री की गई। जीटी रोड स्थित राजकीय मॉडल संस्कृति स्कूल में आने वाले बच्चों की समस्या के समाधान के लिए महिला और पुरुष शिक्षकों को कोविड-19 की गाइड लाइन का पालन करते हुए अलग-अलग कमरों में तैनात किया गया। विद्यार्थियों ने एक-एक करके अपनी-अपनी समस्या का समाधान कराया।

विषय संबंधी परेशानी की दूर

गौतम नगर के निखिल ने बताया कि वह राजकीय मॉडल संस्कृति स्कूल का ही छात्र है और 11वीं में प्रवेश भी ले चुका है। प्रवेश तो ऑनलाइन हो गया, लेकिन विषय कांबिनेशन को लेकर परेशानी थी। अब उसे विषय बदलवाने हैं। इसके लिए वह सोमवार को स्कूल पहुंचा और शिक्षकों से परेशानी दूर कराई।

प्रवेश तो लिया, विषय नहीं चुन पाया

मॉडल टाउन की इंद्रा कालोनी के शिवम ने बताया कि उसने 10वीं के परीक्षा परिणाम के बाद 11वीं में प्रवेश तो ले लिया था, लेकिन विषयों को लेकर असमंजस में था। शिक्षकों से सलाह नहीं ले पाया। अब शिक्षकों के सुझाव लेने के बाद वह विषयों का चुनाव करने स्कूल पहुंचा है।

कुल 11 बच्चे पहुंचे स्कूल

जीटी रोड स्थित राजकीय मॉडल संस्कृति स्कूल के प्रधानाचार्य राजेंद्र सिंह ने बताया कि सरकार और विभाग के आदेशानुसार सोमवार को कक्षा नौ से 12 तक के विद्यार्थियों को स्कूल में प्रवेश दिया गया। सोमवार को कुल 11 बच्चे स्कूल आए। रजिस्टर में एंट्री के दौरान की बच्चे से समस्या पूछी और समाधान के लिए संबंधित शिक्षक के पास भेज दिया। कई बच्चे प्रवेश तो कई को कोर्स संबंधी परेशानी थी। सुबह आठ बजे से ही बच्चों की समस्याओं का समाधान किया गया।

chat bot
आपका साथी