संकीर्णता को त्यागकर तनाव पर काबू पाएं

जासं, समालखा : महावटी गांव स्थित चौधरी कपूरी राम कॉलेज आफ एजुकेशन में स्ट्रेस मैनेजमेंट विषय पर एक द

By Edited By: Publish:Sat, 28 Feb 2015 10:29 PM (IST) Updated:Sat, 28 Feb 2015 10:29 PM (IST)
संकीर्णता को त्यागकर तनाव पर काबू पाएं

जासं, समालखा : महावटी गांव स्थित चौधरी कपूरी राम कॉलेज आफ एजुकेशन में स्ट्रेस मैनेजमेंट विषय पर एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया गया। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय कुरुक्षेत्र के शिक्षा संकाय के चेयरमैन प्रो. पूरन सिंह ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की, जबकि बीपीएस महिला विश्वविद्यालय खानपुर कलां की डॉ. सुमन दलाल मुख्य वक्ता के तौर पर उपस्थित रहीं। अतिथियों ने मां सरस्वती की मूर्ति के सामने दीप प्रज्ज्वलित करके कार्यक्रम की शुरुआत की।

मुख्य अतिथि ने कहा कि तनाव मस्तिष्क की एक नकारात्मक स्थिति है। जीवन का अपना सहज मार्ग है। यदि जीवन में सहज होना सीख लें तो अधिक सुविधा होगी। छोटी छोटी बातों को स्थान न दें। संकीर्णता को त्याग कर तनाव पर काबू पाया जा सकता है। मुख्य वक्ता दलाल ने कहा कि जीवन सिर्फ गुलाब नहीं, बल्कि फूल के साथ साथ कांटे भी जीवन का हिस्सा है। हमारी समझ, सहनशीलता एवं कार्य तनाव के नियंत्रण का बैरोमीटर है। डॉ. हेमंत चौहान ने कहा कि आधुनिक जीवन हताशा एवं निराशा से पूर्ण है। तनाव हमारे जीवन का अभिन्न अंग बन गया है। तनाव से बचने के लिए सबल एवं समर्थ साधन है योग एवं अध्यात्म। कॉलेज के चेयरमैन पवन रमन ने कहा कि 21वीं सदी के लोग तेज तरार्र जीवन से भरे है। जो तनाव का मुख्य कारण है। हमें अपनी जीवन शैली बदलकर जीवन को संतुलित करना होगा। कोषाध्यक्ष कपिल देशवाल ने अतिथियों का आभार जताया। इस अवसर पर डॉ. अखंड प्रताप, अजब सिंह, प्रवीण, मनीषा चौधरी, अर्चना सिंह, मनीषा वत्स, रिटा चौधरी, अंतिम जैन, सीमा, प्रतिभा सिंह, सुरजीत सिंह, कुलदीप सिंह, पूजा शर्मा, सुमन, सुनहरा आदि उपस्थित रहे।

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