टीबी के 1000 मरीजों को मिलना था पोषण भत्ता, मिला सिर्फ 38 को

केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली द्वारा वित्तीय वर्ष 2018-19 का बजट में प्रावधान किया गया था।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 11 Jun 2018 09:24 AM (IST) Updated:Mon, 11 Jun 2018 09:24 AM (IST)
टीबी के 1000 मरीजों को मिलना था पोषण भत्ता, मिला सिर्फ 38 को
टीबी के 1000 मरीजों को मिलना था पोषण भत्ता, मिला सिर्फ 38 को

जागरण संवाददाता, पानीपत : केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली द्वारा वित्तीय वर्ष 2018-19 का बजट में टीबी के मरीजों को पौष्टिक आहार के लिए 500 रुपये प्रतिमाह आहार भत्ता दिए जाने की निक्षय पोषण योजना शुरुआत में ही दम तोड़ती नजर आ रही है। जिले में करीब 1000 मरीज इस योजना के पात्र हैं, स्वास्थ्य विभाग मात्र 3.8 प्रतिशत मरीजों को प्रथम किस्त का भुगतान कर सका है। अभी तक लगभग 300 मरीज ऐसे हैं, जिन्होंने विभाग को अपना आधार संख्या और बैंक खाता संख्या उपलब्ध नहीं कराया है।

केंद्र सरकार ने जनवरी 2018 से निक्षय पोषण योजना लागू करने की घोषणा की थी, लेकिन स्वास्थ्य विभाग को अप्रैल 2018 में आदेश प्राप्त हुए। योजना के तहत कैटेगरी-1 मरीजों को प्रथम किस्त 1000 रुपये नोटिफिकेशन होने और इलाज शुरू होने पर, दूसरी किस्त 2 माह का कोर्स पूरा होने और फॉलोअप जॉब होने, तीसरी किस्त इलाज का कोर्स पूरा होने पर दी जाएगी। कैटेगरी- 2 के मरीज को प्रथम किस्त इलाज शुरू होने, दूसरी किस्त 3 माह का इलाज पूरा होने, तीसरी किस्त 5 माह का इलाज पर तथा बाकी 1000 रुपये की किस्त इलाज पूरा होने पर मिलेगी। गंभीर प्रकार की टीबी के रोगियों को पहली किस्त इलाज शुरू होने, दूसरी दो माह का इलाज होने, तीसरी किस्त 4 माह का इलाज करवाने तथा हर दो माह बाद 1000 रुपये तब तक मिलेंगे जब तक मरीज का इलाज चलता रहेगा। जानकारी के मुताबिक योजना के पात्र करीब 1000 मरीज हैं। इनमें से 38 मरीजों को पहली किस्त का भुगतान हो चुका है, 70 मरीजों के खाते में जल्द रकम पहुंचने का दावा किया गया है।

300 मरीजों के पास आधार और बैंक खाता नहीं

करीब 10 मरीजों ने शपथ पत्र देकर योजना का लाभ लेने से मना कर दिया है। जिला क्षय रोग अधिकारी एवं डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. मुनेश गोयल ने बताया कि बजट की कोई कमी नहीं है, बाकी पात्रों के खाते में भी जल्द ही निक्षय पोषण योजना की पहली किस्त पहुंच जाएगी। जिन्होंने आधार कार्ड नंबर और बैंक खाता संख्या नहीं दी है, उनसे मांगे गए हैं।

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