रोडवेज कर्मी आज भी हड़ताल पर, परेशान यात्रियों के लिए स्कूल-कॉलेजों की बसों पर दारोमदार

हरियाणा में रोडवेज कर्मचारियों की हडताल जारी है। इससे यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Publish:Fri, 19 Oct 2018 09:46 AM (IST) Updated:Fri, 19 Oct 2018 09:46 AM (IST)
रोडवेज कर्मी आज भी हड़ताल पर, परेशान यात्रियों के लिए स्कूल-कॉलेजों की बसों पर दारोमदार
रोडवेज कर्मी आज भी हड़ताल पर, परेशान यात्रियों के लिए स्कूल-कॉलेजों की बसों पर दारोमदार

जेएनएन, चंडीगढ़। पिछले तीन दिन से हड़ताल पर चल रहे रोडवेज कर्मचारियों और सरकार में तनातनी चरम पर पहुंच गई है। बुरी तरह चरमरा चुकी परिवहन व्यवस्था को संभालने के लिए सरकार ने अब निजी स्कूल-कॉलेजों और कंपनियों की बसों को सड़कों पर उतारा है। रोडवेज कर्मियों की हड़ताल आज भी जारी है। इससे यात्रियों को बेहद परेशानी हो रही है।

लगातार तीसरे दिन दूसरे महकमों के कर्मचारियों से रोडवेज बसों को चलवाने की कोशिश की गई, जिससे कई जगह टकराव हुआ। कैथल, करनाल और गुरुग्राम सहित विभिन्न जिलों में लाठीचार्ज के बाद करीब 350 कर्मचारियों को हिरासत में लिया गया है। वहीं, रोडवेज कर्मचारी तालमेल कमेटी ने शुक्रवार को फिर आपात बैठक बुलाई है जिसमें हड़ताल को आगे बढ़ाने पर निर्णय लिया जाएगा।

उधर, बृहस्पतिवार को मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने फिर से परिवहन मंत्री कृष्ण लाल पंवार, प्रधान सचिव राजेश खुल्लर और परिवहन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव धनपत सिंह के साथ बैठक कर हड़ताल की समीक्षा की। त्योहारी सीजन में यात्रियों को राहत दिलाने के लिए निजी शिक्षण संस्थाओं की बसें अनुबंध पर लेने का निर्णय लिया गया जिनमें चालक-परिचालक भी संस्थान के होंगे।

इन बसों के मालिकों को परिवहन विभाग 30 रुपये प्रति किलोमीटर के हिसाब से भुगतान करेगा। यात्रियों से प्रति किलोमीटर एक रुपया किराया लिया जाएगा। तीन दिन तक इन बसों की सेवाएं आसानी से मिल सकेंगी, क्योंकि शिक्षण संस्थाओं में इस दौरान अवकाश है। शाम तक करीब पांच सौ से अधिक स्कूली बसें सड़कों पर उतर चुकी थी।

अनुबंध की नौकरी के लिए उमड़े बेरोजगार

रोडवेज डिपुओं में खड़ी बसों को चलाने के लिए परिवहन निदेशालय ने अनुबंध पर तीन महीने के लिए 905 परिचालकों और 500 चालकों की भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी है। बुधवार रात को विज्ञापन जारी होते ही कुरुक्षेत्र, कैथल, अंबाला, यमुनानगर सहित विभिन्न स्थानों पर काफी संख्या में युवा आवेदन करने के लिए रोडवेज महाप्रबंधकों के पास पहुंच गए। हालांकि इस संदर्भ में अफसरों के पास कोई लिखित आदेश नहीं होने के कारण युवाओं को बैरंग लौटना पड़ा।

कई डिपुओं में पूरी तरह चक्का जाम, 1400 से अधिक कर्मचारियों को नोटिस

पूरे प्रदेश में कई डिपुओं में रोडवेज बसों का पूरी तरह चक्का जाम रहा। कैथल में कोई बस नहीं चली। इस दौरान प्रदर्शन कर रहे करीब 200 कर्मचारियों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। करनाल में 44, गुरुग्राम में 70 और पानीपत में 18 कर्मचारियों की गिरफ्तारी के साथ ही 192 पर केस दर्ज कराया गया है। अंबाला में 11 कर्मचारी बर्खास्त किए जा चुके हैं। यहां बसों की आवाजाही पूरी तरह बंद है। सिरसा में आउटसोर्सिंग पर लगे पांच हड़ताली कर्मचारियों को बर्खास्त किया गया है। पूरे प्रदेश में 1400 से अधिक कर्मचारियों को एस्मा के तहत नोटिस थमाए गए हैं।

फैसला नहीं बदला तो बेमियादी हड़ताल

तालमेल कमेटी नेताओं ने सरकार पर अडिय़ल रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि किलोमीटर स्कीम के तहत 720 निजी बसों को चलाने का फैसला नहीं बदलने तक हड़ताल जारी रहेगी। शुक्रवार को तालमेल कमेटी की आपात बैठक बुलाई गई है जिसमें आगे की रणनीति तय की जाएगी। दलबीर किरमारा, शरबत सिंह पूनिया, हरिनारायण शर्मा, बलवान सिंह दोदवा और अनूप सहरावत ने कहा कि सरकार नहीं मानी तो हड़ताल को अनिश्चितकाल के लिए बढ़ाया जा सकता है।

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