पंजाब कांग्रेस अध्‍यक्ष नवजोत सिद्धू ने हरियाणा की गन्‍ना नीति की तारीफ की, धनखड़ व दुष्‍यंत ने तुरंत लपका

हरियाणा के सत्‍ताधारी नेताओं को पंजाब कांग्रेस अध्‍यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू की राज्‍य की गन्‍ना नीति की तारीफ बहुत भा गई है। सिद्धू ने ट्वीट कर हरियाणा की गन्‍ना नीति की तारीफ की है। डिप्‍टी सीएम दुष्‍यंत चौटाला और हरियाणा भाजपा अध्‍यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ ने इसे री-ट्वीट किया है।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Publish:Mon, 23 Aug 2021 02:52 PM (IST) Updated:Mon, 23 Aug 2021 02:52 PM (IST)
पंजाब कांग्रेस अध्‍यक्ष नवजोत सिद्धू ने हरियाणा की गन्‍ना नीति की तारीफ की, धनखड़ व दुष्‍यंत ने तुरंत लपका
हरियाणा भाजपा अध्‍यक्ष ओमप्रक‍ाश धनखड़, हरियाणा डिप्‍टी सीएम दुष्‍यंत चाैटाला और पंजाब कांग्रेस अध्‍यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू। (फाइल फोटो)

राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। हरियाणा में गन्ने के बढ़े दामों को लेकर पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने अपनी ही सरकार की घेराबंदी की है और हरियाणा की गन्‍ना नीति की तारीफ की है। पंजाब में चल रहे गन्ना किसानों के आंदोलन के बीच सिद्धू ने ट्वीट किया है कि हरियाणा, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के मुकाबले पंजाब में गन्ने के रेट कम हैं। नवजोत सिंह सिद्धू के इस ट्वीट को हरियाणा सरकार के नेताओं ने तुरंत लपक लिया है।

पंजाब व हरियाणा के किसानों को मिल रहे गन्ने के दामों की तुलना की

इस ट्वीट को आधार बनाते हुए भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार के मंत्रियों ने कहा है कि अब तो कांग्रेस नेताओं को भी समझ में आया गयश है कि किसानों के हितों की वास्तविक परवाह करने वाली सरकार कौन सी है। पंजाब में गन्ने का रेट प्रति क्विंटल बहुत कम है।। हरियाणा की मनोहर लाल सरकार गन्ने का भाव 350 रुपये प्रति क्विंटल दे रही है, जबकि पंजाब में हाल ही में 15 रुपये बढ़ाने के बाद भी गन्ने का रेट 325 रुपये प्रति क्विंटल पर ही पहुंच पाया है। हरियाणा और पंजाब में गन्ने के भाव में 25 रुपये क्विंटल का अंतर है।

 दुष्‍यंत और धनखड़ बोले, हम तो पहले ही कर रहे हैं हरियाणा सरकार किसान हितैषी

हरियाणा भाजपा के अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ और डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने कहा है कि हम पहले से कहते आ रहे हैं कि हरियाणा में पंजाब समेत कई राज्यों से बेहतर तरीके से फसलों की सरकारी खरीद होती है। हरियाणा सरकार ने अपने राज्य के किसानों का बाजरा तक न्यूनतम समर्थन मूल्य तय कर खरीदा है, जबकि राजस्थान और पंजाब सरकारों ने बाजरे की खरीद के लिए कोई एमएसपी तय नहीं किया था।

ओमप्रकाश धनखड़ के अनुसार यह बात दूसरे दलों के नेताओं को भी समझ में आने लगी है कि हरियाणा में किसानों के हित वास्तविक रूप से सुरक्षित हैं। किसानों को भी कुछ राजनीतिक दल और किसान जत्थेबंदियां अपने फायदे के लिए भड़का रहे हैं, जबकि हकीकत यह है कि तीन कृषि कानूनों से किसानों को किसी तरह का नुकसान नहीं होने वाला है। यह तीनों कानून फायदा पहुंचाने वाले हैं।

हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला के ने कहा कि यह बात पूरी तरह से साबित हो चुकी है कि किसान संगठनों को कुछ राजनीतिक दल अपने फायदे के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं। पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने मान लिया है कि हरियाणा सरकार किसानों को गन्ने का रेट अधिक दे रही है, जबकि पंजाब में कम है।

दुष्यंत ने सवाल उठाया कि यदि पंजाब सरकार अपने राज्य के किसानों की चिंता करते हुए उन्हें फायदा पहुंचाने की योजनाएं बनाती तो वहां आंदोलन नहीं होता। पंजाब सरकार और कांग्रेस का पूरा ध्यान हरियाणा व दिल्ली के बार्डर पर बैठे आंदोलनकारियों को उकसाने का रहा है।

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