परिणीति बनीं 'बेटी बचाअो-बेटी पढ़ाओ' अभियान की ब्रांड अंबेसडर

हरियाणा की मनोहर सरकार ने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना को साकार करने के लिए प्रदेश की बेटी और जानी-मानी फिल्म अभिनेत्री परिणीति चोपड़ा को अभियान का ब्रांड अंबेसडर बनाया है। परिणीति मूल रूप से अंबाला की रहने वाली हैं। वह फिल्म अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा की वे चचेरी बहन हैं।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Publish:Thu, 16 Jul 2015 09:25 PM (IST) Updated:Fri, 17 Jul 2015 11:25 PM (IST)
परिणीति बनीं 'बेटी बचाअो-बेटी पढ़ाओ' अभियान की ब्रांड अंबेसडर

चंडीगढ़ : हरियाणा की मनोहर सरकार ने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना को साकार करने के लिए प्रदेश की बेटी और जानी-मानी फिल्म अभिनेत्री परिणीति चोपड़ा को अभियान का ब्रांड अंबेसडर बनाया है। परिणीति मूल रूप से अंबाला की रहने वाली हैं। वह फिल्म अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा की वे चचेरी बहन हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की योजना को प्रदेश में गति प्रदान करने के लिए यह निर्णय किया गया है।

परिणीति कई पुरस्कार अर्जित कर चुकी हैं। उन्होंने फिल्मफेयर और राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार भी जीता है। 'बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ' अभियान को जोर-शोर से आगे बढ़ाने के लिए 21 जुलाई को गुडग़ांव में सरकार बड़ा कार्यक्रम आयोजित करने जा रही है। इस कार्यक्रम में बालीवुड अभिनेत्री परिणीति चोपड़ा भी उपस्थित रहेंगी।

फिल्म अभिनेत्री माधुरी दीक्षित अभियान की राष्ट्रीय ब्रांड अंबेसडर हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने जब इस वर्ष पानीपत से बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना की शुरू की थी तो वह इस मौके पर मौजूद थीं। हरियाणा बेटियों की भ्रूण हत्या को लेकर बदनाम है। प्रदेश के कई जिलों लड़कों व लड़कियों का अनुपात काफी कम है।

प्रदेश में अवैध रूप से चल रहे अल्ट्रासाउंड केंद्रों में लिंग जांच कराकर बेटियों को कोख में ही मार दिया जाता है। कन्या भ्रूण हत्या के कई मामले सामने भी आ चुके हैं। मोदी ने हरियाणा से इसलिए ही योजना की शुरूआत की थी ताकि देश के साथ प्रदेश में लिंगानुपात सुधारा जा सके। योजना में राज्य के 12 जिले शामिल हैं।

मनोहर सरकार ने राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी फिल्मों के जरिए पहचान बनाने वाली परिणीति को इस अभियान से जोड़ा है। सरकार का उद्देश्य प्रदेश की इस बेटी के जरिए हर मां-बाप को ये संदेश देना है कि बेटियों की अच्छी परवरिश की जाए तो वे किसी भी क्षेत्र में कम नहीं हैं।

'लेडीज वर्सेज रिकी बहल' फिल्म से बालीवुड में पदार्पण करने वाली बिंदास गर्ल परिणीति चोपड़ा का जन्म 22 अक्टूबर 1988 को अंबाला में हुआ। परिणीति के पिता पवन चोपड़ा अंबाला कैंट में भारतीय थल सेना के पूर्ति कर्ता हैं। मां का नाम रीना चोपड़ा है।

परिणीति बैंक निवेश कर्ता बनना चाहती थीं, लेकिन मैनचेस्टर बिजनेस स्कूल से व्यापार, वित्त व अर्थशास्त्र में सनद उपाधि प्राप्त करने के बाद 2009 की आर्थिक मंदी में स्वदेश वापस लौट आईं। यहां परिणीति यश राज फिल्मस में जनसंपर्क सलाहकार के रूप में जुड़ गईं। बाद में इसी कंपनी की तीन फिल्में साइन कीं।

लेडीज वर्सेज रिक्की बहल में परिणीति को फिल्म फेयर पुरस्कार मिल चुका है। इश्कजादे में उन्हें उनके अभिनय के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार से नवाजा गया। शुद्ध देशी रोमांस, हंसी तो फंसी, दावत-ए-इश्क, किल दिल परिणीति की प्रमुख फिल्में हैं।

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