हरियाणा में होगी नए डाक्टर भर्ती, सेवानिवृत्त डाक्टरों को अब चार की बजाए सात साल का एक्सटेंशन

Doctors Recruitment हरियाणा सरकार ने डाक्‍टराें के बारे में बड़ा कदम उठाया है। राज्‍य में जल्‍द ही नए डाक्‍टरों की भर्ती होगी। इसके साथ ही राज्‍य में सेवानिवृत डाक्‍टरों काे अब चार साल की बजाए सात साल का एक्‍सटेंशन मिलेगा।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Publish:Sat, 04 Sep 2021 04:48 PM (IST) Updated:Sun, 05 Sep 2021 08:30 AM (IST)
हरियाणा में होगी नए डाक्टर भर्ती, सेवानिवृत्त डाक्टरों को अब चार की बजाए सात साल का एक्सटेंशन
हरियाणा में नए डाक्‍टरों की भर्ती होगी। (फाइल फोटो)

राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। Doctors Recruitment: सरकारी अस्पतालों में डाक्टरों की किल्लत दूर करने के तमाम प्रयास विफल रहने के बाद प्रदेश सरकार ने अब फिर से सेवानिवृत्त डाक्टरों पर भरोसा जताया है। पहले जहां 58 साल की उम्र में सेवानिवृत्त हुए डाक्टरों को चार साल के अनुबंध पर रखा जा रहा था, वहीं अब यह सीमा बढ़ाकर सात साल कर दी गई है। बेहतरीन सर्विस रिकार्ड वाले सेवानिवृत्त डाक्टर 62 साल की बजाय 65 साल तक अस्पतालों में बाह्य रोगी विभाग (ओपीडी) में सेवाएं दे सकेंगे। इसके साथ ही नए डाक्टरों की भी भर्ती की जाएगी।

बेहतरीन सर्विस रिकार्ड वाले रिटायर्ड डाक्टर 65 साल तक ओपीडी में दे सकेंगे सेवाएं

स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज की हरी झंडी मिलने के बाद स्वास्थ्य सचिव राजीव अरोड़ा ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिए हैं। प्रदेश में फिलहाल वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारियों के स्वीकृत 590 पदों में से 209 पद रिक्त हैं। इसी तरह चिकित्सा अधिकारियों के 3596 पदों में से 980 पद खाली पड़े हैं।

सरकारी अस्पतालों में कुल 2616 चिकित्सकों के सहारे मरीजों का इलाज हो रहा है। इतना ही नहीं, नेत्र सहायक के 117, रेडियोग्राफर के 232, दंतक के 110, सीनियर दंतक के 26 और दंतक हाईजेनिस्ट के 175 पदों के खाली होने से मरीजों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है। प्रदेश में दंतक सर्जन के कुल 41 पद हैं, लेकिन किसी पर भी नियुक्ति नहीं हो पाई है।

वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारियों के 209 तो चिकित्सा अधिकारियों के 980 पद लंबे समय से खाली

इस समस्या से निपटने के लिए प्रदेश सरकार ने जहां डाक्टरों की नई भर्ती की तैयारी की है, वहीं 58 साल की उम्र में रिटायर होने वाले डाक्टरों को सीनियर कंसल्टेंट और कंसल्टेंट के रूप में नियुक्ति देने की योजना बनाई है। हालांकि डाक्टर चाहे किसी भी पद से रिटायर हुए हों, उन्हें ओपीडी में लगाया जाएगा। स्पेशलिस्ट डाक्टरों की ड्यूटी जिला अस्पताल में रहेगी। भविष्य में सेवानिवृत्त होने वाले डाक्टरों को अगर अनुबंध पर सरकारी सेवा में आना है तो उन्हें सेवानिवृत्ति से एक महीने पहले आवेदन करना होगा। इन डाक्टरों को एक्सटेंशन देते समय यह जरूर ध्यान रखा जाएगा कि उनकी

आखिरी दस साल में 70 फीसद वार्षिक गोपनीय (रिपोर्ट) अच्छी या बेहतरीन हो। उनके पसंदीदा तीन जिलों में से किसी एक में उन्हें नियुक्ति दी जाएगी। पहले से एक्सटेंशन पर चल रहे डाक्टरों का अनुबंध खत्म कर दिया जाएगा और उन्हें नई पालिसी के तहत 15 अक्टूबर तक आवेदन करना पड़ेगा। जिन डाक्टराें ने 50-55 वर्ष की उम्र में सेवानिवृत्ति ली थी, उन्हें भी विकल्प दिया गया है। इन डाक्टरों की फाइल कमेटी के पास जाएगी जो इस पर अंतिम फैसला करेगी।

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