चुनाव पर्यवेक्षक बन कर गए हरियाणा के आइजी कल्सन ने चेन्नई में की हवाई फायरिंग, सस्पेंड

तमिलनाडु में चुनाव पर्यवेक्षक के रूप में नियुक्‍त किए गए हरियाणा के आइजी हेमंत कल्‍सन ने चेन्‍नई में फायरिंग कर दी। हरियाणा सरकार ने अधिकारी को निलंबित क‍र दिया है।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Publish:Mon, 01 Apr 2019 04:39 PM (IST) Updated:Mon, 01 Apr 2019 04:39 PM (IST)
चुनाव पर्यवेक्षक बन कर गए हरियाणा के आइजी कल्सन ने चेन्नई में की हवाई फायरिंग, सस्पेंड
चुनाव पर्यवेक्षक बन कर गए हरियाणा के आइजी कल्सन ने चेन्नई में की हवाई फायरिंग, सस्पेंड

चंडीगढ़, जेएनएन। विवादों में रहे होमगार्ड के आइजी (पुलिस महानिरीक्षक) हेमंत कल्सन को हरियाणा सरकार ने निलंबित कर दिया है। उन पर तमिलनाडु के चेन्नई में हवाई फायरिंग करने का आरोप है। आरोप है कि अरियालुर में चुनाव पर्यवेक्षक की जिम्मेदारी संभाले कल्सन ने रविवार सुबह अपनी सुरक्षा में तैनात कांस्टेबल की बंदूक से नौ राउंड हवाई फायर किए जिसके बाद चुनाव आयोग ने उन्हें ड्यूटी से हटा दिया था। मामले में एफआइआर भी दर्ज की गई है।

तमिलनाडु में चुनाव पर्यवेक्षक लगे हरियाणा के आइपीएस ने गार्ड की बंदूक से किए नौ फायर

चुनाव आयोग की शिकायत के बाद गृह सचिव एसएस प्रसाद ने सोमवार को हेमंत कल्सन के निलंबन आदेश जारी करते हुए उन्हें वापस हरियाणा बुला लिया है। भिवानी निवासी 2001 बैच के आइपीएस कल्सन तमिलनाडु के अरियालुर में चुनाव ड्यूटी के चलते सर्किट हाउस में ठहरे हुए थे। बताया जाता है कि रविवार रात करीब एक बजे कल्सन अपने कमरे से बाहर निकले और अपनी सुरक्षा में तैनात कांस्टेबल मणिबालन से जांच के लिए सेमी ऑटोमेटिक गन ले ली और हवा में नौ राउंड फायर किए।

चुनाव आयोग ने ड्यूटी से हटाकर दर्ज कराई एफआइआर, सरकार ने आइपीएस को वापस बुलाया

इससे इलाके में सनसनी फैल गई और सर्किट हाउस में ठहरे दूसरे लोग भी बाहर निकल आए। इसके बाद कल्सन  कांस्टेबल को बंदूक वापस कर अपने कमरे में जाकर सो गए। वहां के जिला चुनाव अधिकारी एम. विजयलक्ष्मी ने मुख्य चुनाव अधिकारी सत्यब्रत साहू को मामले की सूचना दी जिसके बाद आइपीएस अधिकारी को ड्यूटी से कार्यमुक्त कर दिया गया।

बता दें कि हरियाणा विजिलेंस ब्यूरो के डीआइजी रहते हेमंत कल्सन का पिछले साल सितंबर में एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें उनके साथ पिंजौर के पास मारपीट की गई थी। 23 सितंबर को हुए रोड रेज में भीड़ ने डीआइजी के साथ मारपीट की थी। हालांकि उस मामले में कोई एफआइआर दर्ज न कर केवल पुलिस रजिस्टर में ही नोट किया गया।

chat bot
आपका साथी