Corona Vaccination: हरियाणा में वैक्सीनेशन के लिए जागरूक नहीं स्वास्थ्यकर्मी, अब तक 28 हजार ने ही लगाया टीका
Corona Vaccination हरियाणा में कोरोना वैक्सीनेशन का काम शुरू हो चुका है लेकिन चिंताजनक यह है कि स्वास्थ्य कर्मचारी ही इसके लिए जागरूक नहीं हैं। विभाग उन्हें टीका लगाने के लिए प्रेरित कर रहा है। अब तक 28 हजार कर्मचारियों ने ही टीका लगाया है।
जेएनएन, चंडीगढ़। Corona Vaccination: हरियाणा में करीब एक सप्ताह पहले स्वास्थ्य विभाग के जिन कर्मचारियों के माध्यम से कोरोना वैक्सीन टीकाकरण अभियान शुरू किया गया था, वही कोरोना वारियर्स इस वैक्सीन को लगवाने में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं। इस अभियान के दौरान अब तक 28 हजार से अधिक स्वास्थ्य कर्मियों को कोरोना वैक्सीन लगाई जा चुकी है।
स्वास्थ्य विभाग का यह अभियान आने वाले दिनों में भी जारी रहेगा, लेकिन चिंताजनक बात यह है कि अस्पतालों व डिस्पेंसरियों में कार्यरत चतुर्थ श्रेणी व तृतीय श्रेणी के कर्मचारियों के वैक्सीनेशन में दिलचस्पी नहीं दिखाने से संदेश ठीक नहीं जाएगा। ऐसे में निकट भविष्य में वैक्सीनेशन शुरू करने से पहले इन कर्मचारियों व आम लोगों को जागरूक करने की काफी जरूरत रहेगी।
हरियाणा में 16 जनवरी से प्रदेशव्यापी कोरोना वैक्सीन टीकाकरण अभियान शुरू किया गया है। राज्य में 67 लाख लोगों को चरणबद्ध तरीके से वैक्सीन दी जाएगी। इसमें से पहले फेज में 2.25 लाख स्वास्थ्य कर्मियों को वैक्सीन दी जाएगी। स्वास्थ्य विभाग द्वारा मंगलवार तक प्रदेश में कोरोना वैक्सीन लगाने के लिए 227 सत्रों का आयोजन किया गया, जिनमें कुल 28 हजार 685 स्वास्थ्य कर्मियों को कोरोना वैक्सीन दी गई है। हालांकि अभी तक प्रदेश के किसी भी जिले में कोरोना वैक्सीन लेने के बाद किसी की तबीयत बिगड़ने की सूचना नहीं आई है। इसके बावजूद स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत दर्जा तीन व चार श्रेणी के कर्मचारी टीकाकरण अभियान में शामिल नहीं हो रहे हैं।
दिलचस्प बात यह है कि 16 जनवरी को इस मुहिम को इसी श्रेणी के कर्मचारियों के माध्यम से शुरू किया गया था। स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक अब तक गुरुग्राम में सर्वाधिक 3489, फरीदाबाद में 3121 तथा हिसार में 2964 लोगों को कोरोना वैक्सीन दी जा चुकी है। इस अभियान में शुरू से पिछड़ रहे जींद जिला में अभी तक 367, चरखी-दादरी व कुरूक्षेत्र में 453, तथा रोहतक में 505 स्वास्थ्य कर्मचारियों को कोरोना वैक्सीन दी गई है।
स्वास्थ्य विभाग ने प्रदेश के सभी सिविल सर्जनों को निर्देश दिए हैं कि टीकाकरण अभियान को दोबारा शुरू करने से पहले दर्जा तीन व चार के कर्मचारियों को कोरोना वैक्सीन के परिणामों के बारे में बताएं। उन्हें इस बात का अहसास दिलाया जाए कि अभी तक कहीं से भी कोई नकारात्मक प्रभाव सामने नहीं आया है। इस श्रेणी के कर्मचारी लोगों के सीधे संपर्क में रहते हैं। इसलिए उन्हें इस अभियान में शामिल करने के निर्देश जारी किए गए हैं।
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