हरियाणा हाउसिंग बोर्ड ने 863 फ्लैटों का ड्रा किया रद, घपले की शिकायत के बाद कार्रवाई

हरियाणा हाउसिंग बोर्ड ने 863 फ्लैटों का ड्रा रद कर दिया है। यह कार्रवाई घपले की शिकायत के बाद की गई है। ये फ्लैट आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को आबंटित किया जाना था।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Publish:Mon, 01 Jun 2020 04:49 PM (IST) Updated:Mon, 01 Jun 2020 04:49 PM (IST)
हरियाणा हाउसिंग बोर्ड ने 863 फ्लैटों का ड्रा किया रद, घपले की शिकायत के बाद कार्रवाई
हरियाणा हाउसिंग बोर्ड ने 863 फ्लैटों का ड्रा किया रद, घपले की शिकायत के बाद कार्रवाई

नई दिल्ली, [बिजेंद्र बंसल]। हरियाणा हाउसिंग बोर्ड ने आर्थिक रूप से पिछड़ों (ईडब्ल्यूएस) के लिए 863 फ्लैटों का ड्रा रद कर दिया है। 6 मार्च को हुए ड्रा को लेकर बोर्ड के तत्कालीन प्रशासक पर आरोप लगाए जा रहे थे। प्रभावित लोगों ने पंचकूला में इस ड्रा को रद करने की मांग लेकर हाउसिंग बोर्ड मुख्यालय के समक्ष प्रदर्शन भी किए थे। इसके चलते सरकार ने 18 मई को हाउसिंग बोर्ड में तत्कालीन प्रशासक डॉ. शालीन का तबादला भी कर दिया था।

गुरुग्राम और फरीदाबाद में गरीबों के 863 फ्लैटों के ड्रा में हुआ था बड़ा घपला

डॉ. शालीन की जगह सरकार ने तेजतर्रार आइएएस अधिकारी डॉ. अंशज सिंह को मुख्य प्रशासक सहित नए बनाए गए हाउसिंग फॉर ऑल के महानिदेशक नियुक्त किया था। डॉ. अंशज सिंह ने ड्रा की बाबत लगे आरोपों की जांच के बाद 6 मार्च को हुआ ड्रा रद करने का निर्णय लिया।

ईडब्ल्यूएस फ्लैट आवंटन में है बड़ा खेल

राज्य सरकार की नीति के अनुसार निजी कॉलोनाइजर अपने कुल फ्लैट या प्लॉट में से 25 फीसद आॢथक रूप से पिछड़ों के लिए बनाएंगे। इसके लिए सरकार द्वारा तय मापदंड के अनुसार कॉलोनाइजर ही सरकारी प्रतिनिधियों के सामने फ्लैट का ड्रा करवाते थे। अकेले गुरुग्राम व फरीदाबाद में इस श्रेणी के 20 हजार फ्लैट का आवंटन गरीबों में हो चुका है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल को इस बाबत जब विस्तृत विवरण में यह जानकारी मिली कि गरीबों के नाम पर आवंटित फ्लैटों में गोलमाल होता है तो उन्होंने इसका ड्रा हाउसिंग बोर्ड के जिम्मे कर दिया। हाउसिंग बोर्ड द्वारा कराए गए ड्रा में भी बड़ा घपला हो गया।

पंचकूला में जिन प्रभावित लोगों ने हाउसिंग बोर्ड मुख्यालय पर प्रदर्शन किया था, उन्होंने आरोप लगाया था कि हाउसिंग बोर्ड ने बंद कमरे में ड्रा निकाला और ड्रा की पूर्व सूचना भी तय मापदंड के अनुसार सार्वजनिक नहीं की। प्रभावितों ने यह भी आरोप लगाया कि बोर्ड के अधिकारियों ने गुरुग्राम-फरीदाबाद के कॉलोनाइजर्स व प्रॉपर्टी डीलर्स की मिलीभगत से फर्जी नाम पर भी फ्लैट का ड्रा निकाल दिया। हाउसिंग बोर्ड ने अभी ड्रा रद तो कर दिया है, मगर वह रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं की, जिसके आधार पर यह ड्रा रद किया है।

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'' यह ड्रा लोगों की शिकायत पर रद किया गया है। कोरोना संकट काल से पहले का यह मामला है। हाउसिंग बोर्ड के प्रशासक के तबादले को इस प्रकरण से जोड़कर नहीं देखा जाए। सरकार ने हाउसिंग फॉर ऑल नया विभाग बनाया है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खुद इस विभाग को देख रहे हैं। ईडब्ल्यूएस के फ्लैट जरूरतमंद गरीबों को तय मापदंड पर आवंटित किए जाएंगे।

                                                                                - संदीप जोशी, चेयरमैन, हाउसिंग बोर्ड, हरियाणा।

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