जाति आधारित आरक्षण के विरोध में जनरल ओबीसी कैटेगरी फ्रंट ने आजादी दिवस को गुलामी दिवस के तौर पर मनाया

केंद्र सरकार की ओर से एससी-एसटी एक्ट के संशोधन बिल को संसद में पारित करने और जाति आधारित आरक्षण के विरोध में जनरल ओबीसी कैटेगरी फ्रंट की तरफ से 15 अगस्त आजादी दिवस को गुलामी दिवस के तौर पर मनाया गया। इस दौरान दीनानगर में पूर्ण तौर पर बंद रखा गया। इस दौरान शहर के सभी कारोबार बंद पूर्ण तौर पर बंद रहे।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 16 Aug 2018 07:56 PM (IST) Updated:Thu, 16 Aug 2018 07:56 PM (IST)
जाति आधारित आरक्षण के विरोध में जनरल ओबीसी कैटेगरी फ्रंट ने आजादी दिवस को गुलामी दिवस के तौर पर मनाया
जाति आधारित आरक्षण के विरोध में जनरल ओबीसी कैटेगरी फ्रंट ने आजादी दिवस को गुलामी दिवस के तौर पर मनाया

संवाद सहयोगी, दीनानगर : केंद्र सरकार की ओर से एससी-एसटी एक्ट के संशोधन बिल को संसद में पारित करने और जाति आधारित आरक्षण के विरोध में जनरल ओबीसी कैटेगरी फ्रंट की तरफ से 15 अगस्त आजादी दिवस को गुलामी दिवस के तौर पर मनाया गया। इस दौरान दीनानगर में पूर्ण तौर पर बंद रखा गया। इस दौरान शहर के सभी कारोबार बंद पूर्ण तौर पर बंद रहे। बंद के समर्थन में मेडिकल स्टोर भी आधा दिन बंद रखे गए। सब्जी और फलों की दुकानें और रेहड़ियां भी बंद रहीं। जनरल ओबीसी कैटेगरी के प्रधान ¨डपल खजूरिया और चेयरमैन ¨पदरपाल ¨सह राजू के नेतृत्व में शहर में काले लिबास और हथकड़ियां पहन कर रोष मार्च भी निकाला गया और एससी एसटी एट्रोसिटी एक्ट व जाति आधारित आरक्षण को समाप्त करने कर सभी जातियों के लिए आर्थिक आधार पर आरक्षण प्रणाली लागू करने की मांग की गई।

प्रधान ¨डपल खजूरिया और चेयरमैन ¨पदर पाल ¨सह राजू ने कहा कि जिस उद्देश्य को लेकर इन कानूनों की संरचना की गई थी, उनकी पूर्ति की बजाए यह कानून समाज को जातियों के आधार पर बांटने वाले साबित हो रहे हैं। समय-समय की सरकारें सामाजिक उत्थान की बजाए इन कानूनों का इस्तेमाल अपने सियासी फायदों के लिए कर रही हैं। वहीं जाति आरक्षण का फायदा भी इन वर्गों के साधन संपन्न लोग ही उठाने में कामयाब हो रहे हैं। इसलिए समाजिक समानता लाने के लिए इन कानूनों को समाप्त कर सभी जातियों के लिए आर्थिक आधार पर आरक्षण प्रणाली को देश में लागू किया जाना चाहिए। इसकी पूर्ति तक संघर्ष को जारी रखा जाएगा और आने वाले समय में देशव्यापी आंदोलन को शुरू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि समाज फ्रंट की तरफ से समाज के जनरल, ओबीसी और दलित वर्ग के लोगों को एक प्लेटफार्म पर एकत्र करने की दिशा में काम किया जाएगा। ताकि पूरे भारत में समाज को बांट रहे जाति आधारित आरक्षण के खिलाफ पुरजोर आवाज बुलंद की जा सके। इससे पहले बाल माता मंदिर में आयोजित एक विशाल बैठक को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने इस बात पर जोर दिया कि हमारी किसी जाति वर्ग के साथ कोई लड़ाई नहीं है। समाज के सभी वर्गों के लोग एक दूसरे को पूरक हैं। मानवता से बढ़कर कोई धर्म नहीं है और हम सामाजिक समानता के पक्षधर हैं।

इस मौके पर फ्रंट के महासचिव अनिल कुमार चपाटा, उपप्रधान शिवशंकर, सिटी प्रधान रोहित महाजन, विशाल महाजन, रोबिन शर्मा, नोहित शर्मा, सुधांषु पुष्प, कमल शर्मा, नवनीत सोढी, रोजी, रमेश शर्मा, वरुण शर्मा, सूरत ¨सह काटल, सु¨रदर शर्मा, सतीश पंडोरी, आनंद भारती, ललित कुमार बॉबी, कुणाल महाजन, मुकेश शर्मा, तरसेम महाजन, ऋषव ओहरी, आतिश महाजन, विक्रांत महाजन, राहुल गुप्ता, मोहित अग्रवाल, अश्विनी सैनी, जतिन शर्मा, ¨सह डीसी, राजू मेहरा, बाबा बल¨वदर ¨सह, अमित शर्मा, कपिल, रोहित, गौरव, राहुल, दिनेश शर्मा, सोनू आदि उपस्थित थे।

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