किसानों की Income बढ़ाने का Formula तैयार, गांवों में बनेंगे बाजार, किसान खुद बेचेंगे अपना सामान

किसानों की आय बढ़ाने का फार्मूला तैयार है। सरकार फार्मर प्रोड्यूज आर्गेनाइजेशन खड़े कर रही है। सरकार चार से छह गांवों को जोड़कर उनकी जरूरतें पूरी करने को ग्राम हाट भी बनाएगी।

By Kamlesh BhattEdited By: Publish:Wed, 15 Jan 2020 07:15 AM (IST) Updated:Wed, 15 Jan 2020 10:05 AM (IST)
किसानों की Income बढ़ाने का Formula तैयार, गांवों में बनेंगे बाजार, किसान खुद बेचेंगे अपना सामान
किसानों की Income बढ़ाने का Formula तैयार, गांवों में बनेंगे बाजार, किसान खुद बेचेंगे अपना सामान

चंडीगढ़ [अनुराग अग्रवाल]। हरियाणा के कृषि विभाग ने किसानों को फसल विविधिकरण की तरफ मोड़ने और उनकी आय में बढ़ोतरी का फार्मूला तैयार किया है। कृषि मार्केटिंग बोर्ड राज्य में किसानों व ग्राहकों के बीच से बिचौलिये खत्म करने की योजना पर तेजी से आगे बढ़ रहा है। इसके तहत राज्य में फल व सब्जी उत्पादक किसान न केवल मंडियों में खुद के उत्पाद स्वयं बेच सकेंगे, बल्कि इसके लिए उन्हें मार्केटिंग बोर्ड से आढ़तियों की तरह लाइसेंस लेने की भी जरूरत नहीं होगी। राज्य सरकार चार से छह गांवों को जोड़कर उनकी जरूरतें पूरी करने को ग्राम हाट (बाजार) भी बनाएगी।

हरियाणा कृषि मार्केटिंग बोर्ड ने ऐसे किसानों को फार्मर प्रोड्यूज आर्गेनाइजेशन (एफपीओ) का नाम दिया है, जो खुद के उत्पाद स्वयं बेचने को आगे आएंगे। राज्य में अभी तक करीब 450 एफपीओ अपने खेतों में तैयार सब्जियां और फल बेचने के लिए सामने आ चुके हैैं। बिना लाइसेंस ऐसे एफपीओ को मंडियों में अपने उत्पाद बेचने को 15 बाई 15 का फड़ उपलब्ध कराया जाएगा।

किसी भी सब्जी मंडी में आढ़तियों को किसानों के उत्पाद बेचने के लिए लाइसेंस की जरूरत होती है। वह किसानों और ग्राहकों से अलग-अलग आढ़त वसूलते हैैं, लेकिन किसानों की आय में जबरदस्त बढ़ोतरी और बिचौलियों को साइड करने के लिए एफपीओ की परिकल्पना की गई है। यह व्यवस्था उन सभी किसानों के लिए खुली है, जो अपने उत्पाद खुद मंडी में बेचना चाहते हैैं। इसके लिए उन्हें संबंधित मार्केटिंग बोर्ड में अपना निशुल्क रजिस्ट्रेशन कराना होगा।

कृषि मंत्री जेपी दलाल ने हरियाणा राज्य कृषि मार्केटिंग बोर्ड के मुख्य विपणन अधिकारी राजकुमार बैनीवाल के इस प्रोजेक्ट पर मुहर लगाई है। पूरे राज्य में एफपीओ की संख्या बढ़ाने की दिशा में तेजी से काम हो रहा है। एफपीओ को प्रमोट करने के लिए सरकार ग्राम हाट (बाजार) योजना तैयार कर रही है। एफपीओ ही इन ग्राम हाट का संचालन करेंगे।

चार से छह गांवों का होगा एक ग्राम हाट

योजना के तहत चार से छह गांवों को मिलाकर एक ग्राम हाट तैयार किया जाएगा। मार्केटिंग बोर्ड के पास रजिस्टर्ड एफपीओ (किसान) यह हाट चलाएंगे। इन्हीं हाट से संबंधित गांवों के लोग अपनी जरूरत के फल, सब्जियां, मसाले और अन्य उत्पाद खरीद सकेंगे। मार्केटिंग बोर्ड के मुख्य विपणन अधिकारी राजकुमार बैनीवाल के मुताबिक प्रत्येक हाट में 10 से 15 दुकानें होंगी। अभी तक 196 प्वाइंट ऐसे चिन्हित किए जा चुके हैैं, जहां ग्राम हाट बनेंगे।

ग्राम हाट के लिए पंचायतों से लीज पर ली जमीन

हरियाणा राज्य कृषि मार्केटिंग बोर्ड के मुख्य विपणन अधिकारी राजकुमार बैनीवाल के अनुसार कृषि मंत्री जेपी दलाल की यह सोच है कि किसानों को ज्यादा से ज्यादा फायदा मिले। उनकी आय में बढ़ोतरी हो। ग्राम हाट के लिए मार्केटिंग बोर्ड ने पंचायतों से चार-चार एकड़ जमीन लीज पर ली है। इस चार एकड़ जमीन में से एक एकड़ पर ग्राम हाट बनाने की योजना है। अभी तक करीब 200 जगह ऐसे हाट बनाने की दिशा में तेजी से काम चल रहा है। यहीं पर किसानों के आराम के लिए एक-एक रेस्ट हाउस भी बनेगा।

कृषि मंत्री जेपी दलाल का कहना है कि हरियाणा की भाजपा सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लक्ष्य और सपने को पूरा करने की ओर तेजी से बढ़ रही है। हम किसानों की आय डबल करने की दिशा में काम कर रहे हैैं। ऐसी तमाम परियोजनाओं पर काम किया जा रहा है, जिनके लागू होने से किसानों की आय में बढ़ोतरी होगी। फसल विविधिकरण के साथ ही किसानों को खुद के उत्पाद बेचने के लिए सामने लाने की दिशा में सरकार आगे बढ़ रही है।

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