सरकारी स्कूलों में बदलेगा फीस स्ट्रक्चर, बनेगी तीन कैटेगरी, अभी स्कूल खुलने की संभावना नहीं

हरियाणा में सरकारी स्‍कूलों में फीस स्‍ट्रक्‍चर बदलेगा। हरियाणा सरकार सरकारी स्‍कूलों में फीस की तीन कैटेगरी बना रही है। इसके साथ ही अभी स्‍कूल खुलने की संभावना नहीं है।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Publish:Tue, 09 Jun 2020 09:07 AM (IST) Updated:Tue, 09 Jun 2020 09:07 AM (IST)
सरकारी स्कूलों में बदलेगा फीस स्ट्रक्चर, बनेगी तीन कैटेगरी, अभी स्कूल खुलने की संभावना नहीं
सरकारी स्कूलों में बदलेगा फीस स्ट्रक्चर, बनेगी तीन कैटेगरी, अभी स्कूल खुलने की संभावना नहीं

चंडीगढ़, जेएनएन। हरियाणा के सरकारी स्कूलों में नए शिक्षा सत्र में फीस स्ट्रक्चर बदलने की तैयारी है। छात्रों की तीन कैटेगरी बना कर फीस ली जाएगी। पहली श्रेणी में पिछड़े वर्गों और गरीबी रेखा से नीचे (बीपीएल) परिवार के बच्चे शामिल होंगे जिनकी पूरी फीस माफ रहेगी। दूसरी श्रेणी में ऐसे बच्चे होंगे जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं। इनकी आधी फीस माफ की जाएगी। तीसरी श्रेणी ऐसे बच्चों की होगी जिनके परिवार पूरी फीस चुकाने में सक्षम हैं। इनसे पूरा शुल्क लिया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने दिया ड्राफ्ट तैयार करने का निर्देश, 15 अगस्त के बाद ही स्कूल खोलने पर विचार

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने योजना को लेकर शिक्षा विभाग के अधिकारियों को ड्राफ्ट तैयार करने के निर्देश दिए हैं। प्रदेश सरकार भी अब केंद्र सरकार की हिदायतों के मुताबिक 15 अगस्त के बाद ही स्कूल खोलने पर विचार कर रही है। पहले शिक्षा विभाग एक जुलाई से स्कूल खोलने की तैयारी में जुटा था जिसके लिए कुछ स्कूलों में डेमो कक्षाएं शुरू कर दी गईं थी। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल द्वारा 15 अगस्त के बाद ही स्कूल खोले जाने के संकेत मिलने के बाद अब रणनीति में बदलाव किया जा रहा।

सामान खरीदने के लिए स्कूलों को अलग-अलग बजट

स्कूलों को खोलने से पहले साबुन, मास्क, हैंडवाश, सैनिटाइजेशन, टॉयलट क्लीनर खरीदने के लिए शिक्षा निदेशालय ने बजट जारी कर दिया है। प्राथमिक स्कूलों को 2500 रुपये, मिडल स्कूलों को तीन हजार रुपये, हाई स्कूलों को साढ़े तीन हजार और वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों के लिए चार हजार रुपये जारी किए गए हैं। सभी स्कूल मुखियाओं को निर्देश दिया गया है कि पुस्तकालय, कक्षाओं, परिसर के दरवाजे, प्रयोगशालाओं व अन्य संसाधनों को अगर कोई क्षति पहुंची है तो इसे दुरुस्त किया जाए।

98 सीनियर सेकेंडरी स्कूल बनेंगे आदर्श संस्कृति मॉडल विद्यालय

98 सीनियर सेकेंडरी स्कूलों को आदर्श संस्कृति मॉडल विद्यालय का दर्जा मिलेगा। हर ब्लॉक में एक आदर्श संस्कृति मॉडल विद्यालय होगा। इसके लिए कंप्यूटर, वर्चुअल क्लास रूम के लिए बोर्ड खरीद लिए गए हैं। इन स्कूलों में विज्ञान की पढ़ाई अनिवार्य होगी।

इसके अलावा एक हजार स्कूलों को इंग्लिश मीडियम का बनाने की कवायद शुरू हो गई है। यह स्कूल बैग फ्री होंगे। यानी कि पांचवीं तक के बच्चों को स्कूलों में बैग लेकर नहीं जाना पड़ेगा। स्कूल में ही उनके लिए पढ़ाई के तमाम इंतजाम होंगे।

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