ईवीएम की निगरानी में बैठे रहे चंद्रमोहन और योगेश्वर शर्मा

ईवीएम के वीवीपैट की बैटरी निकालने को लेकर देर रात हुए विवाद के बाद आज की निगरानी।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 22 Oct 2019 07:40 PM (IST) Updated:Thu, 24 Oct 2019 06:29 AM (IST)
ईवीएम की निगरानी में बैठे रहे चंद्रमोहन और योगेश्वर शर्मा
ईवीएम की निगरानी में बैठे रहे चंद्रमोहन और योगेश्वर शर्मा

जासं, पंचकूला : ईवीएम के वीवीपैट की बैटरी निकालने को लेकर देर रात हुए विवाद के बाद कांग्रेस प्रत्याशी चंद्रमोहन और आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार योगेश्वर शर्मा पूरा दिन स्ट्रांग रूम की सीसीटीवी से निगरानी करते रहे। चंद्रमोहन राजकीय महाविद्यालय सेक्टर-1 के बाहर कुर्सियां और टेबल लगाकर बैठे रहे। स्ट्रांग रूम के सीसीटीवी की तार और उसकी स्क्रीन लगा दी गई, ताकि हर कोई ईवीएम देख सके। कांग्रेस ने कार्यकर्ताओं की बारी-बारी ड्यूटी लगा दी। आम आदमी पार्टी के पंचकूला से उम्मीदवार योगेश्वर शर्मा ने मंगलवार को सेक्टर-एक के सरकारी कॉलेज का दौरा किया, जहां मतगणना के लिए ईवीएम रखी गई हैं। उन्होंने वहां स्थिति का जायजा लिया और प्रशासनिक अधिकारियों से मुलाकात की। उन्होंने पूर्व उप मुख्यमंत्री चंद्रमोहन बिश्नोई से भी बात की। दोनों काफी देर एक साथ बैठे भी रहे। दोनों में चुनावी समीकरण को लेकर काफी देर तक चर्चा भी हुई। उल्लेखनीय है कि सोमवार देर रात ईवीएम वीवीपैट से छेड़छाड़ को लेकर कई घंटों हाई वोल्टेज ड्रामा चला था। जिस पर योगेश्वर शर्मा व चंद्रमोहन दोनों की प्रशासनिक अधिकारियों से काफी देर तक बहस हुई। विपक्ष पूरी तरह मुस्तैद

ईवीएम वीवीपैट से संभावित छेड़छाड़ की आशंका को देखते हुए विभिन्न राजनीतिक दलों के उम्मीदवार वहां मौजूद हैं और मतदान केंद्र पर नजरें गड़ाए हुए हैं। ऋषि शर्मा ने कहा कि रात की घटना के बाद समूचा विपक्ष पूरी तरह से मुस्तैद है और इस तरह की ईवीएम किसी भी छेड़छाड़ की घटना को प्रदान किया जाएगा। गौरतलब है कि सोमवार को मतदान के बाद ग्रामीण इलाकों की ईवीएम मशीनों के वीवीपैट की बैटरी नहीं निकाली गई थी। जिसके बाद ईवीएम को लेकर गड़बड़ी का अंदेशा जताया जा रहा था, तो बड़ी संख्या में कार्यकर्ता कॉलेज के बाहर इकट्ठा हो गए थे। एक स्थान पर बैठकर खोलनी थी बैटरी

पुलिस ने कार्यकर्ताओं को अंदर नहीं जाने दिया था, तो कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया था। चंद्रमोहन ने बताया कि ग्रामीण इलाकों की वोटिग मशीनों के एजेंटों ने कहा कि वह वीवीपैट की बैटरी निकालना भूल गए हैं, यदि एजेंट बैटरी निकालना भूल गए थे तो कम से कम उम्मीदवार या उसके अधिकृत एजेंट को बुलाया जाना चाहिए था। सरकारी एजेंट अलग-अलग स्थानों पर बैठकर बैटरियों को खोलने में जुटे हुए थे, जबकि उन्हें एक स्थान पर बैठकर बैटरी खोलने थी। चंद्रमोहन ने कहा कि ग्रामीण इलाकों की 22 मशीनों की बैटरियां नहीं निकाली गई। चंद्रमोहन ने दावा किया कि कम से कम 15 हजार मतों के अंतर से जीत दर्ज करेंगे।

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