हड़ताल का नहीं पड़ा कामकाज पर ज्यादा असर

प्रशासन की पूर्व में की गई तैयारियों के चलते कर्मचारियों द्वारा मंगलवार से शुरू की गई देशव्यापी हड़ताल के दौरान सरकारी विभागों में कामकाज पर खासा असर नहीं पड़ा। वैसे भी दो दिवसीय हड़ताल को लेकर लोग अपने कार्यों को लेकर कार्यालय में कम ही पहुंचे थे, जिन्हे तैनात कर्मचारियों ने डील कर लिया। रोडवेज बसें भी निर्धारित समय पर चली। हालांकि सरकार विभागों में कर्मचारियों की उपस्थिति कम थी और कर्मचारियों ने जुलूस निकालकर विरोध प्रदर्शन किया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 08 Jan 2019 05:29 PM (IST) Updated:Tue, 08 Jan 2019 05:29 PM (IST)
हड़ताल का नहीं पड़ा कामकाज पर ज्यादा असर
हड़ताल का नहीं पड़ा कामकाज पर ज्यादा असर

संवाद सहयोगी, पलवल: प्रशासन की पूर्व में की गई तैयारियों के चलते कर्मचारियों द्वारा मंगलवार से शुरू की गई देशव्यापी हड़ताल के दौरान सरकारी विभागों में कामकाज पर खासा असर नहीं पड़ा। वैसे भी दो दिवसीय हड़ताल को लेकर लोग अपने कार्यो को लेकर कार्यालय में कम ही पहुंचे थे, जिन्हे तैनात कर्मचारियों ने डील कर लिया। रोडवेज बसें भी निर्धारित समय पर चली। हालांकि सरकारी विभागों में कर्मचारियों की उपस्थिति कम थी और कर्मचारियों ने जुलूस निकालकर विरोध प्रदर्शन किया।

सरकारी विभागों में निजीकरण को खत्म करने, पुरानी पेंशन की बहाली तथा कच्चे कर्मचारियों को नियमित कराने जैसी 12 सूत्रीय मांगों को लेकर शुरू की गई इस हड़ताल को विभिन्न कर्मचारी यूनियनों ने अपना समर्थन दिया है। हड़ताल के चलते सरकार ने भी एस्मा लगा दिया था तथा अधिकारियों को सख्त निर्देश जारी किए गए थे। पुलिस प्रशासन भी सतर्क था। रोडवेज बसों को लेकर सबसे ज्यादा मारामारी होने की आशंका थी। इस कारण रोडवेज महाप्रबंधक लाजपतराय ने स्वयं डिपो में कमान संभाल ली और बसों को रवाना करवाया।

सर्व कर्मचारी संघ के नेता रमेशचंद, सीआइटीयू के श्रीपाल ¨सह भाटी, किसान नेता धर्मचंद व रिटायर्ड कर्मियों के नेता बीधू ¨सह ने संयुक्त रूप से प्रदर्शन का नेतृत्व किया। पहले ताऊ देवीलाल पार्क में सभा आयोजित की गई, जिसमें सीआइटीयू के प्रांतीय महासचिव जयभगवान ने बताया कि केंद्र व प्रदेश सरकार पूंजीपतियों के हित में श्रम कानूनों में बदलाव कर रही हैं। मजदूरों व कर्मचारियों के अधिकारों में लगातार कटौती की जा रही है। सरकार न्यूनतम वेतन 15 हजार करने के अपने वायदे से पीछे हट रही है।

बाद में कर्मचारी जुलूस के रूप में बस अड्डा परिसर पहुंचे, जहां कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस मौके पर कर्मचारी नेता योगेश शर्मा, जितेंद्र तेवतिया, राजेश शर्मा, उर्मिला रावत, कृष्णा, कमला, बिमलेश, गीता, रामरती चौहान, संतोष, ऊषा, सीमा, सरोज, सीमा, ज्ञानेंद्र, अर्जुन, चंद्रप्रकाश, राजू, विरेंद्र, श्यामसुंदर, ताराचंद, बनवारी लाल ने संबोधित किया।

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