आलू-प्याज खा रहे भाव, लहसुन-अदरक भी महंगा
टमाटर-प्याज के लगातार बढ़ते दाम के चलते अब गृहणियां जीरे का छौंक लगाने को विवश हो रही हैं। वैसे तो अधिकांश सब्जियों के भाव इन दिनों आसमान को छू रहे हैं लेकिन लहसुन अदरक प्याज व टमाटर के दाम इस कदर बढ़ रहे हैं कि फलों के दाम भी उनसे कम हो गए हैं।
संजय मग्गू, पलवल
टमाटर-प्याज के लगातार बढ़ते दाम के चलते अब गृहणियां जीरे का छौंक लगाने को विवश हो रही हैं। वैसे तो अधिकांश सब्जियों के भाव इन दिनों आसमान को छू रहे हैं, लेकिन लहसुन, अदरक, प्याज व टमाटर के दाम इस कदर बढ़ रहे हैं कि फलों के दाम भी उनसे कम हो गए हैं। महंगाई के कारण गृहणियों की रसोई का बजट भी बिगड़ गया है।
पिछले कई महीनों से प्याज के दाम जहां आम लोगों की आंखों में पानी ला रहे हैं, वहीं अब लहसुन की कीमतों ने दाल-भाजी के तड़के से दूरी बनानी शुरू कर दी है। लहसुन, प्याज व टमाटर की चटनी से गुजारा करने वाले गरीबों के लिए तो अब यह भी सपने की बात हो चली है। सब्जी के थोक और खुदरा कीमतों में काफी अंतर भी लोगों के जी का जंजाल बना हैं। थोक दुकानदार जहां मंदी की मार बता रहे हैं, तो खुदरा दुकानदार व्यापार में घाटा बताकर अपना पल्ला झाड़ रहे हैं। सब्जी खरीदने के नाम पर ग्राहक की जेब दिन-प्रतिदिन ढीली होती जा रही है।
पिछले कई माह से प्याज की कीमतों में चल रही तेजी अभी काबू से बाहर दिख रही है। करीब दो माह पूर्व जहां प्याज 35 से 40 रुपये प्रतिकिलो में आसानी से मिल जाती थी, आज वही प्याज 60 रुपये प्रतिकिलो की दर पर बिक रही है। इसी प्रकार टमाटर 60-70 रुपये प्रतिकिलो में उपलब्ध है। इसी प्रकार अन्य सब्जियों के भाव भी तेवर दिखा रहे हैं।
बाजार के सब्जियों के भाव सब्जी भाव (रुपये/किलो) प्याज 60 से 70
टमाटर 70 से 80
लहसुन 160 से 180
खीरा 50 से 60
आलू 30 से 40
बैंगन 30 से 40
घीया 30 से 40
गोभी 100 से 120
करेला 70 से 80
मूली 40 से 50
मटर 180 से 200
शिमला मिर्च 50 से 60
वर्जन..
सब्जी के आसमान छूती कीमतों से रसोई का बजट बिगड़ने लगा है। दुकानदारों की मनमर्जी के कारण सब्जी की कीमतें बेलगाम हो गई हैं।
- पूजा तायल, गृहणी बढ़ती कीमतों के मामले में प्रशासनिक अधिकारियों को संज्ञान लेना चाहिए। टमाटर और प्याज की कीमतों ने तो आंखों में आंसू ही निकाल दिए हैं।
- हेमा, गृहणी
सब्जियों के बढ़ती कीमतों से अब थोड़ी सब्जी में ही गुजारा करना पड़ रहा है। इन दिनों सस्ती मिलने वाली सब्जियां भी महंगी मिल रही हैं।
- आरती
----
अभी सब्जियों की कीमतें इसी प्रकार से रहने वाली हैं। महंगी सब्जियां होने के चलते दुकानदारी तो ज्यादा दिखती है, लेकिन मुनाफा कम हो रहा है।
- मणिक चंद, सब्जी विक्रेता