सड़क हादसे में चाचा-भतीजे और पड़ोसी की मौत

युवक दो बाइकों पर सवार थे। वे जैसे ही राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित शुगर मिल के पास पहुंचे तो शुगर मिल से आ रहे ट्रैक्टर ने उनकी बाइकों को टक्कर मार दी।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 22 Oct 2021 03:47 PM (IST) Updated:Fri, 22 Oct 2021 03:47 PM (IST)
सड़क हादसे में चाचा-भतीजे और पड़ोसी की मौत
सड़क हादसे में चाचा-भतीजे और पड़ोसी की मौत

जागरण संवाददाता, पलवल: राष्ट्रीय राजमार्ग-19 पर ट्रैक्टर-ट्राली की टक्कर से भूपगढ़ गांव के तीन युवकों की मौत हो गई। युवक दो बाइकों पर सवार थे। वे जैसे ही राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित शुगर मिल के पास पहुंचे तो शुगर मिल से आ रहे ट्रैक्टर ने उनकी बाइकों को टक्कर मार दी। सदर थाना पुलिस ने एक के भाई योगेश की शिकायत पर ट्रैक्टर चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।

भूपगढ़ गांव निवासी योगेश ने बताया कि वह 21 अक्टूबर की शाम साढ़े सात बजे पड़ोसी सूरज के साथ बाइक से पलवल से घर जा रहा था। उसके सामने एक बाइक पर उसके ताऊ का बेटा हीरालाल (25), पड़ोसी गयालाल उर्फ नेतराम (22) व दूसरी बाइक पर गयालाल का भतीजा बंसत (24) गांव के लिए जा रहे थे, जब वह शुगर मिल से निकले एक आयशर ट्रैक्टर-ट्राली ने हीरालाल व बंसत की बाइक को टक्कर मार दी। हादसे के बाद आरोपित ट्रैक्टर का चालक मौके से फरार हो गया।

वह हीरालाल, गयालाल व बंसत को जिला नागरिक अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां पर हीरालाल को चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया और गयालाल उर्फ नेतराम व बंसत को प्राथमिक उपचार के बाद रेफर कर दिया। अस्पताल ले जाते समय रास्ते में गयालाल उर्फ नेतराम की मौत हो गई, जबकि बंसत की मौत बल्लभगढ़ स्थित निजी अस्पताल में उपचार के दौरान हो गई। परिवार के सामने अब छाया रोजी-रोटी का संकट

तीनों युवक फरीदाबाद स्थित पंतजलि गोदाम में काम करते थे और अपनी ड्यूटी से घर आ रहे थे। तीनों मजदूरी कर अपने परिवार का भरण पोषण करते थे।

सड़क हादसे में जान गंवाने वाले हीरालाल के पिताजी कुछ समय पहले गुजर चुके हैं। बसंत घर में सबसे बड़ा था। उसके दो भाई और तीन बहने हैं, जिनमें से एक बहन की शादी हो चुकी है और एक की शादी की बात चल रही थी। अब उनके परिवार के सामने रोजी-रोटी का संकट मंडरा रहा है।

बता दें कि बसंत की करीब छह वर्ष पहले शादी हुई थी। उसके पिता मिस्त्री का काम करते हैं। उसकी पत्नी गर्भवती थी। स्वजन के मुताबिक उस पर ही पूरे घर के भरण-पोषण का भार था। वहीं गयालाल की तकरीबन तीन साल पहले शादी हुई थी। उसकी एक बेटी थी। उसकी पत्नी गर्भवती थी। गयालाल के पिता भी गुजर चुके हैं।

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