ओपीडी से पहले कोरोना जांच में देरी से मरीज परेशान

ठंड बढ़ने के साथ ही एनसीआर में कोरोना मरीजों की संख्या में भी तेजी से इजाफा हुआ है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 04 Dec 2020 06:52 PM (IST) Updated:Fri, 04 Dec 2020 06:52 PM (IST)
ओपीडी से पहले कोरोना जांच में देरी से मरीज परेशान
ओपीडी से पहले कोरोना जांच में देरी से मरीज परेशान

जागरण संवाददाता, पलवल: ठंड बढ़ने के साथ ही एनसीआर में कोरोना मरीजों की संख्या में भी तेजी से इजाफा हुआ है। बावजूद इसके अधिकांश लोग कोरोना टेस्ट नहीं करा रहा हैं। ऐसे में जांच का दायरा बढ़ाने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने फैसला लिया है कि सरकारी अस्पताल में जो भी मरीज इलाज के लिए ओपीडी आएगा, उसे पहले अपना कोरोना टेस्ट कराना होगा। अगर कोई बिना कोरोना टेस्ट कराए डाक्टर के पास पहुंचा तो उसका इलाज नहीं किया जा रहा है। इसी क्रम में जिला नागरिक अस्पताल में भी यही व्यवस्था लागू है, लेकिन ओपीडी से पहले कोरोना टेस्ट का असर अब अस्पताल में आने वाले मरीजों पर पड़ रहा है।

शुक्रवार को नागरिक अस्पताल की ओपीडी के बाहर लगाए गए निश्शुल्क कोरोना जांच शिविर में सुबह करीब 11 बजे मरीजों ने हंगामा कर दिया। कई घंटे इंतजार करने के बाद भी कोरोना टेस्ट के लिए नंबर न आने पर मरीज भड़क गए और शिविर में बैठे वालंटीयर्स का विरोध किया। दैनिक जागरण से बातचीत में मरीजों ने बताया कि पहले पर्ची कटवाने के लिए लाइन में लगना पड़ रहा है। फिर डाक्टर से मिलने के लिए भी लाइन लगानी पड़ती है। डाक्टर के पास किसी तरह से पहुंचते हैं, तो वहां से कोरोना टेस्ट के लिए भेज देते हैं। यहां घंटो इंतजार करने के बाद भी टेस्ट के लिए नंबर नहीं आ रहा। सिफारिश करने वालों का पहले टेस्ट किया जा रहा है। कई मरीज तो इंतजार करते-करते घर वापस लौट रहे हैं। मुझे कुत्ते ने काट लिया। इंजेक्शन लगवाने के लिए आया था, लेकिन डाक्टर ने पहले कोरोना टेस्ट कराने को बोल दिया। डेढ़ घंटे तक खड़ा रहा लेकिन नंबर नहीं आया।

रतन सिंह, मरीज मुझे नींद न आने की बीमारी है। उसी का इलाज कराने आया था, लेकिन अव्यवस्था देखकर मेरा तो मन घबरा गया, यहां कोई सुनने को तैयार नहीं है।

-भगत राम, मरीज। खांसी- जुकाम का इलाज कराने आया था। एक घंटे तक नंबर का इंतजार किया। मुझसे आए पहले लोग टेस्ट कराकर चले भी गए। सिफारिश वालों का पहले टेस्ट किया जा रहा है।

-निसार अहमद, मरीज। दैनिक जागरण के माध्यम से मामला संज्ञान में आया है। यदि ऐसा कुछ हो रहा है तो उचित कदम उठाया जाएगा। मरीजों की सेवा ही हमारा पहला कर्तव्य है।

- डाक्टर ब्रह्मदीप, सिविल सर्जन, नागरिक अस्पताल।

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