पूर्व सरपंच पर करोड़ों के गबन का मामला दर्ज

हथीन : टोंका गांव की पूर्व महिला सरपंच हलीमा पर पंचायत के लगभग सवा करोड़ रुपये डकारने के आरोप हैं। यह ही नहीं उन्होंने कब्रिस्तान तक को भी नहीं छोड़ा। कब्रिस्तान के निर्माण के लिए आई राशि को भी फर्जकारी कर डकार लिया गया। इसमें से मात्र चंद राशि कब्रिस्तान में लगाई गई। गांव में चौपाल के नाम से आई पूरी राशि को अधर में ही उड़ा दिया गया।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 26 Aug 2018 05:12 PM (IST) Updated:Sun, 26 Aug 2018 05:12 PM (IST)
पूर्व सरपंच पर करोड़ों के गबन का मामला दर्ज
पूर्व सरपंच पर करोड़ों के गबन का मामला दर्ज

संवाद सहयोगी, हथीन: टोंका गांव की पूर्व महिला सरपंच हलीमा पर पंचायत के लगभग सवा करोड़ रुपये डकारने का आरोप है। यह ही नहीं उन्होंने कब्रिस्तान तक को भी नहीं छोड़ा। कब्रिस्तान के निर्माण के लिए आयी राशि को भी डकार लिया। इसमें से मात्र चंद राशि कब्रिस्तान में लगाई गई। गांव में चौपाल के नाम से आयी पूरी राशि को अधर में ही उड़ा दिया गया। इस मामले की शिकायत गांव के इसराईल ने की थी। जिस पर लोक निर्माण विभाग के उपमंडल अधिकारी की अध्यक्षता में जांच कमेटी बनाकर मामले की जांच की। जांच में जो तथ्य सामने आए उसे लेकर पुलिस ने फिलहाल गबन का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

टोंका गांव की हलीमा पत्नी असरूद्दीन 2010 में गांव की महिला सरपंच बनी थी। सरपंच का काम अक्सर उसका पति असरुद्दीन व बेटा देखता था। आरोप है कि अपने कार्यकाल में पंचायत में विभिन्न मदों में आई विकास राशि को सरपंच ने बिना काम किए ही अधर में उड़ा दिया। जांच के दौरान रास्ता निर्माण, चौपाल निर्माण, स्ट्रीट लाइट तथा मनरेगा में लाखों रुपये उड़ा दिए गए। मौके पर नाम मात्र के ही कुछ काम मिले। बता दें कि पूर्व कार्यकाल में हलीमा का पति असरूद्दीन एक पूर्व मुख्य संसदीय सचिव के काफी करीबी रहा है। इसलिए उस समय में जमकर कई सरपंचों ने नियमों को ताक पर रखकर सरकारी पैसे का दुरुपयोग किया। बता दें कि खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी की तरफ से हलीमा के खिलाफ पंचायत के रिकॉर्ड को खुर्द-बुर्द करने का एक मामला बहीन थाने में पहले से ही चल रहा है। आरोप है कि महिला सरपंच के पति ने रिकार्ड को पहले खुर्द-बुर्द कर दिया।

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जांच रिपोर्ट के कुछ तथ्य:

अधिकारियों द्वारा की जांच में कब्रिस्तान की चारदीवार निर्माण के लिए पंचायत फंड से नौ लाख 71 हजार 455 रुपये अलग अलग मदों में निकाले गए। मौके पर अधिकारियों द्वारा जांच में केवल एक लाख 12 हजार रुपये का काम पाया। सरपंच ने कब्रिस्तान की आठ लाख 59 हजार 455 रुपये की राशि का सीधा गबन किया। जांच के मुताबिक गांव में कई रास्तों के निर्माण के लिए पंचायत फंड से 21 लाख 552 रुपये की राशि अलग-अलग फर्मो के नाम से निकाली गई। मौके पर जांच की गई तो केवल आठ लाख 76 हजार रुपये का कार्य ही मिला। जांच में पट्टे पर छोड़ी गई चार लाख 15 हजार रुपये की राशि को बैंक में जमा करने की बात बता अधर में उड़ा दिया गया। इस राशि का कोई कार्य नहीं मिला। सरपंच ने चौपाल निर्माण के नाम से आठ लाख 61 हजार 97 रुपये अलग-अलग फर्मो के नाम से चेक काटकर निकलवा लिए, लेकिन गांव में कोई चौपाल का निर्माण नहीं हुआ। स्ट्रीट लाइटों के नाम दो लाख 67 हजार 750 रुपये निकाले गए, लेकिन मौके पर 11 लाइटें ही मिली। इतना नहीं महात्मा गांधी रोजगार गारंटी योजना के तहत स्कूल भरत, सफाई भूमि समतल, कब्रिस्तान की भरत कार्य के नाम लाखों रुपये को अलग अलग तिथियों में निकाले गए लेकिन धरातल पर कोई काम नहीं हुआ।

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