बंजर भूमि पर भी मत्स्य पालन करें किसान

मत्स्य पालन विभाग द्वारा जिले के हर वर्ग के किसानों को सभी तरह की आधुनिक जानकारी मुहैया कर मत्स्य पालन के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। मत्स्य पालन से किसान अपनी बेकार पड़ी भूमि का सदूपयोग कर सकते हैं। लेकिन जानकारी के अभाव में किसानों ने अपनी भू

By JagranEdited By: Publish:Thu, 08 Nov 2018 04:12 PM (IST) Updated:Thu, 08 Nov 2018 04:12 PM (IST)
बंजर भूमि पर भी मत्स्य पालन करें किसान
बंजर भूमि पर भी मत्स्य पालन करें किसान

जागरण संवाददाता, नूंह: मत्स्य पालन विभाग द्वारा जिले के हर वर्ग के किसानों को सभी तरह की आधुनिक जानकारी मुहैया कर मत्स्य पालन के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। मत्स्य पालन से किसान अपनी बेकार पड़ी भूमि का सदूपयोग कर सकते हैं। लेकिन जानकारी के अभाव में किसानों ने अपनी भूमि का लाभ नहीं उठा रहे हैं। अगर समय रहते किसान मत्स्य पालन से जुड़कर कार्य करेंगे, तो निश्चित तौर पर उनको काफी लाभ मिलेगा।

मत्स्य अधिकारी इलियास खान ने बताया कि जिले में लगभग एक हजार किसान मत्स्य पालन कर रहे हैं। इससे उनको काफी लाभ मिल रहा है। ऐसे में अगर किसान मत्स्य पालन में आगे आते हैं, तो वह भी क्षेत्र के विकास में अपनी भागीदारी निभा सकते हैं। उन्होंने बताया कि जिले के नूंह, पुन्हाना व नगीना ब्लाक के किसान मत्स्य पालन में आगे आ रहे हैं। ऐसे में अन्य ब्लाक के किसानों को भी मत्स्य पालन में आगे आना चाहिए। मत्स्य पालन मीठे व खारे दोनों तरह के तालाबों में किया जा सकता है। मत्स्य पालन से किसान अपनी बेकार बंजर भूमि को सदुपयोग में लेकर लाभ उठा सकते हैं। जो किसान मत्स्य पालन कर रहे हैं। उनकी स्थिति बहुत ही मजबूत है। इसलिए उनको इस क्षेत्र में आगे आना चाहिए। जिले में वर्तमान समय में मत्स्य पालन से सैंकड़ों किसान जुड़े हुए है। सभी किसानों को विभाग द्वारा समय-समय पर आधुनिक जानकारी विभाग द्वारा दी जा रही है।

-इलियास खान, मत्स्य अधिकारी।

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