फिर से पड़ा पाला, तीसरी बार पड़ रहा है पाला

कनीना क्षेत्र में रविवार की रात को ठंड पड़ने के साथ साथ पाला पड़ा।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 11 Jan 2021 07:33 PM (IST) Updated:Mon, 11 Jan 2021 07:33 PM (IST)
फिर से पड़ा पाला, तीसरी बार पड़ रहा है पाला
फिर से पड़ा पाला, तीसरी बार पड़ रहा है पाला

संवाद सहयोगी, कनीना: कनीना क्षेत्र में रविवार की रात को ठंड पड़ने के साथ साथ पाला पड़ा। कनीना क्षेत्र में पाला पड़ने की तीसरी घटना है। पाला किसानों का पीछा नहीं छोड़ रहा है। सब्जी की फसलों को नुकसान हो चुका है, वहीं अब रबी फसलों को नुकसान होने का अंदेशा बना हुआ है। इस वक्त फसल पर फलियां आ रही हैं, और पाला पड़ने से नुकसान होने का अंदेशा है। सब्जियों और फलों पर अधिक नुकसान होने की संभावना है। कनीना क्षेत्र में जहां करीब 31 हजार हेक्टेयर पर विभिन्न फसलें उगाई गई हैं, वहीं पाला कई दिनों से पीछा नहीं छोड़ रहा है। 18 दिसंबर को पहली बार पाला पड़ा, जो 29 दिसंबर तक जारी रहा। तत्पश्चात दो जनवरी एवं तीन जनवरी 2021 में भी पाला पड़ा। पाला पड़ने से किसानों की समस्याएं बढ़ती जा रही है। यद्यपि कृषि विभाग के अधिकारी इस पाले को नुकसानदायक नहीं मान रहे हैं, कितु किसान चितित हैं।

कनीना के किसान राजेंद्र सिंह, देशराज यादव, महिपाल सिंह ने बताया किनके खेत में सब्जी उगाई हुई है तथा अमरूद, आम, चीकू आदि के फलदार पौधे लगे हुए हैं। इन पौधों के फल भी अब नष्ट हो रहे हैं। गमलों के पौधे तो पहले ही नष्ट हो चुके हैं। सब्जी भी धीरे-धीरे नष्ट हो रही है। हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे मेथी, पालक, धनिया आदि को नुकसान हो रहा है और धीरे धीरे सर्दी से जल रहे है। उन्होंने बताया कि अब सरसों फसल में फलियां आने लग गई हैं और पाला फलियों के लिए नुकसानदायक साबित होता है।

कृषि विस्तार सलाहकार डा देवराज यादव, डा देवेंद्र ने बताया कि लगातार पाला पड़ने से सब्जी की फसलों पर नुकसान अधिक हो सकता है, बाकी फसलों पर कोई नुकसान होने की संभावना अभी तक नजर नहीं आती है। लंबे समय तक पाला पड़ेगा तो नुकसान हो सकता है। ऐसे में उन्होंने फसलों, सब्जी आदि में ताजा पानी देने की अपील की है, जिससे फसलों को नुकसान होने से बच सकता है, वहीं फसलों में 200 मिली गंधक का अमल 200 लीटर पानी में मिलाकर एक एकड़ में छिड़काव कर देने की सलाह दी।

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