परशुराम जंयती पर गौड़ सभा यज्ञ आयोजित

फोटो-3 जागरण संवाददाता, नारनौल: भगवान परशुराम जयंती अक्षय तृतीया के शुभ अवसर पर श्री गौड़ ब्राह

By Edited By: Publish:Tue, 21 Apr 2015 04:55 PM (IST) Updated:Tue, 21 Apr 2015 04:55 PM (IST)
परशुराम जंयती पर गौड़ सभा यज्ञ आयोजित

फोटो-3

जागरण संवाददाता, नारनौल:

भगवान परशुराम जयंती अक्षय तृतीया के शुभ अवसर पर श्री गौड़ ब्राह्मण सभा नारनौल द्वारा मंगलवार को सभा भवन के प्रांगण में हवन यज्ञ का कार्यक्रम आयोजित किया गया। आज के हवन कार्यक्रम में यजमान के रूप में प्रधान अर्जुनलाल शर्मा, राकेश शर्मा, व सुरेश शर्मा सपत्नीक शामिल हुए। शारदा संस्कृत विद्यालय के प्राचार्य पं. देवदत्त शास्त्री के साथ पं. बजरंग शास्त्री, शशिकान्त शास्त्री, पं मनीष शास्त्री, तथा शारदा संस्कृत विद्यालय के 25 ब्रह्मचारी विद्यार्थियों ने वेद ध्वनि के साथ यज्ञ संपन्न करवाया। हवन के समय वातावरण में गूंज रही कर्ण प्रिय वेदध्वनि बहुत ही सुंदर लग रही थी। यज्ञ सम्पन्न होने के बाद सभी को खीर का प्रसाद वितरित किया गया। इस अवसर पर उपस्थित विप्रजनों को संबोधित करते हुए आचार्य देवदत्त शास्त्री ने कहा कि

उन्होंने बताया कि आज का दिन ग्रह नक्षत्रों के गणित के हिसाब से अति शुभ व मंगलमय माना गया है। आचार्य ने बताया कि आज का यह शुभ योग 72साल बाद आया है।

परशुराम जयंती पर सीहमा में यज्ञ आयोजित

अक्षय तृतीया परशुराम जयंती अवसर पर शिव-परशुराम मंदिर सीहमा में हवन-यज्ञ का आयोजन किया गया। मुख्यातिथि के रूप में पहुंचे श्रीकृष्ण-सुदामा भालखी के संत सुरेश मुनि ने भगवान परशुराम ने शास्त्र की रक्षा के लिए शस्त्र उठाया। गौ-विप्र-धर्म की रक्षा के लिए परशु धारण किया और अन्याय के खिलाफ लड़ाई लड़कर लोकतंत्र की नींव रखी। परशुराम का जन्म ब्रह्मं कुल में बेशक हुआ लेकिन वे स्वभाव से और कर्म से क्षत्रिय रहे, शिव भक्त परशुराम चिरंजीवी है और उनकी समाज को एक ही प्रमुख शिक्षा रही कि निर्बल पर कभी जुर्म नहीं करना चाहिए। न ही अन्याय को सहन करना चाहिए। वे विष्णु भगवान के अवतार थे। उनकी शिक्षाएं आज भी समाज का मार्ग प्रशस्त करती है। यज्ञ के आचार्य पंडित मंगतुराम जोशी-यजमान हेमंत भारद्वाज, सरपंच नरेश कुमार सीहमा, सत्यनारायण जोशी, कैलाश जोशी, पूर्व सरपंच अमर ¨सह, देवेन्द्र ठाकुर, हरफूल ठाकुर, महेन्द्र शर्मा अटाली, दिनेश भारद्वाज, आनंद शर्मा महेन्द्रगढ़, हरिऔम तहसीलदार, युद्धवीर ¨सह, डाक्टर दुलीचंद, डाक्टर सुभाष भटनागर, कंवल ¨सह, वेद यादव, केदार शर्मा, महेन्द्र शर्मा ने विधि विधान से परशुराम की पूजा-अर्चना की। इस अवसर पर अंगुरी देवी, बिमला देवी, त्रिवेणी देवी, सुमन शर्मा, लाली देवी समेत दर्जनों महिलाओं ने यज्ञ में आहुति डाली। कार्यक्रम के अंत में सुरेश मुनि महाराज को आयोजकों ने स्मृति चिन्ह देकर आशीर्वाद लिया।

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