विदेश भेजने के दो मामलों में ठगे 22.57 लाख

शहर के नए बस अड्डे के सामने स्टडी वीजा के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले एजेंटों के खिलाफ पुलिस ने दो और मामले दर्ज किए हैं।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 28 Feb 2020 08:10 AM (IST) Updated:Fri, 28 Feb 2020 08:10 AM (IST)
विदेश भेजने के दो मामलों में ठगे 22.57 लाख
विदेश भेजने के दो मामलों में ठगे 22.57 लाख

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : शहर के नए बस अड्डे के सामने स्टडी वीजा के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले एजेंटों के खिलाफ पुलिस ने दो और मामले दर्ज किए हैं। आरोपितों ने दो युवकों के साथ धोखाधड़ी कर 22.57 लाख रुपये की ठगी की है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर 12 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है।

पहला मामला

गांव प्रतापगढ़ निवासी गुरदेव सिंह ने थाना शहर में शिकायत दर्ज कराई कि उसके बेटे हरजीत सिंह सैनी व विशाल ने एक साथ आइलेट्स की थी। जिस कारण विशाल और रविद्र के साथ दोस्ती हो गई थी। विशाल और रविद्र उसके घर आए और बताया कि उन्होंने नए बस अड्डे के सामने कार्यालय बना रखा है। वह उसे कनाडा भेज देंगे। इसके लिए उसने उनकी बातों में आ गया। उन्होंने उसकी लुधियाना निवासी सलोनी सलूजा से उसी समय बात की। आरोपितों ने उससे 15 लाख 71 हजार पांच सौ रुपये ले लिए, लेकिन विदेश नहीं भेजा। उसे पता चला कि आरोपितों ने कई लोगों के साथ भी स्टडी वीजा के नाम पर धोखाधड़ी की है। आरोपितों के खिलाफ थाना सदर, थाना शहर, आर्थिक अपराध शाखा सहित लुधियाना के थाना मॉडल टाउन में दो मामले तथा लुधियाना के थाना डिवीजन छह में भी मुकदमे दर्ज हैं। उसके बेटे का पासपोर्ट, चेक बुक, पास बुक, हस्ताक्षर किए हुए खाली चेक व अन्य दस्तावेज भी नहीं दिए। आरोपितों ने उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी। पुलिस ने शिकायत के आधार पर विशाल मान, अनीता, रविद्र, रणबीर सिंह, दर्शनी देवी, गुरमीत कौर, लुधियाना निवासी सलोनी सलूजा, रामिद्र सिंह, इंदू, प्रदीप, चिराग और चंडीगढ़ की एक फर्म के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है।

दूसरा मामला

गादली गांव निवासी रोशनलाल ने थाना शहर में शिकायत दर्ज कराई कि उसने न्यू बस अड्डे के सामने स्टडी वीजा का काम करने वाले युवकों को अपनी बेटी को कनाडा भेजने के लिए फाइल दी थी। मार्च, 2019 को उसके पास फोन आया कि उसका कनाडा से ऑफर लेटर आ गया है। उसकी बेटी का दिल्ली में मेडिकल कराना है। उसने 4 अप्रैल को जीआइसी अकाउंट खुलवा दिया है। उसमें उसने साढ़े पांच लाख रुपये जमा कराए। उसे पता चला कि उसकी बेटी का निजी कॉलेज में दाखिला हुआ है। वह निजी कॉलेज में दाखिला नहीं लेना चाहती। उसने अपनी बेटी की फाइल वहां से वापस ले ली और अपने जीआइसी अकांउट की आइडी और पासवर्ड मांगा तो मोहित ने उन्हें ई-मेल का पासवर्ड दे दिया लेकिन जीआइसी अकांउट की आइडी और पासवर्ड नहीं दिया। आरोपितों ने 1 मार्च, 2019 से एक सितंबर, 2019 के बीच उनसे धोखे से छह लाख 86 हजार रुपये ठग लिए। पुलिस ने शिकायत के आधार पर विशाल मान, अनीता, रविद्र, रणवीर सिंह, दर्शनी देवी, गुरमीत कौर, लुधियाना निवासी सलोनी सलूजा, रामिद्र और पानीपत निवासी प्रदीप के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

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