वैक्सीन लगवाने को लेकर कर्मचारियों और अधिकारियों में रही ऊहापोह की स्थिति

कोरोना वैक्सीन को लेकर न केवल आम लोगों में बल्कि खुद स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी और अधिकारियों में भी ऊहापोह की स्थिति बनी रही। शनिवार को एलएनजेपी अस्पताल में टीकाकरण के पहले दिन कई चिकित्सक कोरोना वैक्सीन की सूची से अपना नाम कटवा गए।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 17 Jan 2021 06:43 AM (IST) Updated:Sun, 17 Jan 2021 06:43 AM (IST)
वैक्सीन लगवाने को लेकर कर्मचारियों और अधिकारियों में रही ऊहापोह की स्थिति
वैक्सीन लगवाने को लेकर कर्मचारियों और अधिकारियों में रही ऊहापोह की स्थिति

विनीश गौड़, कुरुक्षेत्र

कोरोना वैक्सीन को लेकर न केवल आम लोगों में बल्कि खुद स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी और अधिकारियों में भी ऊहापोह की स्थिति बनी रही। शनिवार को एलएनजेपी अस्पताल में टीकाकरण के पहले दिन कई चिकित्सक कोरोना वैक्सीन की सूची से अपना नाम कटवा गए। अधिकारियों ने भी ऑनलाइन पंजीकरण नहीं होने की बात कहकर कोरोना वैक्सीन लेने से मना कर दिया, जबकि दूसरी तरफ ऐसे भी कर्मचारी थे जो पहले टीकाकरण कराने के लिए लड़ते हुए दिखाई दिए और ऐसे भी स्थिति आई जब कर्मचारियों ने अपना टीकाकरण कराने से पहले अधिकारी को भी टीका लगवाने की बात कह दी। एलएनजेपी अस्पताल के टीकाकरण केंद्र में दोपहर एक बजकर 38 मिनट तक सिर्फ आठ ही कर्मचारियों और अधिकारियों को टीका लग पाया था। 100 की बजाय 93 की सूची बनी, इसमें से भी कई नहीं आए

एलएनजेपी अस्पताल में टीकाकरण केंद्र पर पहले दिन 100 अधिकारियों और कर्मचारियों का टीकाकरण करने का लक्ष्य रखा गया था, मगर सूची 93 की ही तैयार हुई और उसमें से भी मौके पर अधिकारियों को फोन करके बुलाना पड़ा। कई चिकित्सक और स्टाफ तो मौके से गायब भी हो गए। कर्मवीर सिंह बोले पहले मुझे टीका लगाओ

मुख्य तकनीकी अधिकारी कर्मवीर सिंह आखिर में नाम होने की बात से खफा हो गए। उन्होंने आरोप लगाया कि वे 27 अप्रैल से लगातार आइसोलेशन वार्ड में ड्यूटी कर रहे हैं और दो बजे उन्हें फिर से कोरोना आइसोलेशन वार्ड में जाना है, लेकिन उनका नाम सूची में सबसे आखिर में हैं। उन्होंने कहा कि जब वे आइसोलेशन वार्ड में अग्रिम पंक्ति में कोरोना से लड़ रहे हैं तो टीकाकरण कराने में उनका नाम सबसे पीछे नहीं होना चाहिए था। अधिकारियों ने उन्हें समझाया। सफाई कर्मचारी बोले-पहले सुपरवाइजर को लगवाओ टीका

आउटसोर्सिंग के सफाई कर्मचारियों ने टीकाकरण कराने से मना कर दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि उनको पिछले कई महीने का मानदेय तक नहीं दिया गया। उनके सुपरवाइजर को भी टीका नहीं लगाया जा रहा। सीएमओ डा. सुखबीर सिंह ने एमएस डा. शैलेंद्र को आउटसोर्सिंग के कर्मियों का मानदेय जारी करने के आदेश दिए। सीएमओ के आश्वासन के बाद कर्मी वैक्सीन लगवाने के लिए आगे आए। किसी चिकित्सक या कर्मचारी ने टीकाकरण से नाम नहीं कटाया

सिविल सर्जन डा. सुखबीर सिंह ने बताया कि किसी भी चिकित्सा या कर्मचारी ने टीकाकरण की सूची से नाम नहीं कटवाया है। कर्मचारियों को किसी तरह की परेशानी नहीं है। अस्पताल प्रशासन में एमडी डा. गुरप्रीत सिंह ने सबसे पहले टीकाकरण कराया है। ऑनलाइन सूची अनुसार ही टीकाकरण किया गया है। वह खुद भी टीका लगवाएंगे।

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