आश्विन नवरात्र उत्सव के लिए सजने लगे मंदिर, बाजारों में भी बढ़ने लगी रौनक

- दुकानों के बाहर दिखाई देने लगी मां भगवती लाल चुनरी नारियल श्रृंगार व सिंदूर

By JagranEdited By: Publish:Tue, 13 Oct 2020 05:53 PM (IST) Updated:Tue, 13 Oct 2020 05:53 PM (IST)
आश्विन नवरात्र उत्सव के लिए सजने लगे मंदिर, बाजारों में भी बढ़ने लगी रौनक
आश्विन नवरात्र उत्सव के लिए सजने लगे मंदिर, बाजारों में भी बढ़ने लगी रौनक

फोटो -- 08 व 10 - दुकानों के बाहर दिखाई देने लगी मां भगवती लाल चुनरी, नारियल, श्रृंगार व सिदूर जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : आश्विन नवरात्र उत्सव के लिए धर्मनगरी के मंदिरों में तैयारियां जोर-शोर से शुरू कर दी हैं। मंदिरों को रंग बिरंगी रोशनियों और लाल पताकाओं से सजाया जाने लगा है। इसके साथ बाजार में भी मां की पूजा की सामग्री पहुंच गई है। लोगों ने इसको घर ले जाना भी शुरू कर दिया है। शुक्रवार को प्रथम नवरात्र पर माता के मंदिरों के कपाट खुलते ही श्रद्धालुओं का पहुंचना शुरू हो जाएगा। मंदिर व पुलिस प्रशासन ने व्यवस्था बनाए रखने के लिए सुरक्षा व्यवस्था की तैयारियां कर ली हैं। कोरोना गाइडलाइन के अनुसार ही मंदिरों में श्रद्धालु मां भगवती के दर्शन कर पाएंगे। इस बार श्रद्धालु मां को प्रसाद का भोग नहीं लगा पाएंगे, केवल दर्शन कर मां का आशीर्वाद ले सकेंगे।

17 अक्टूबर को पहला नवरात्र होगा। यह 24 अक्टूबर तक चलेंगे। प्राचीन शक्तिपीठ श्रीदेवीकूप मां भद्रकाली मंदिर में मां के दरबार को फूलों से सजाया जा रहा है। मां का पावन स्वरूप श्रद्धालुओं को अपनी और काफी आकर्षित कर रहा है। इसके अलावा सूखे मेवे से मंदिर का द्वार सजाया जाएगा और पूरे मंदिर में रंग-रोगन किया जा रहा है। मां की पावन ज्योत के साथ होगी देवीकूप की परिक्रमा

श्रीदेवीकूप भद्रकाली मंदिर के पीठाध्यक्ष सतपाल शर्मा ने बताया मां की पावन ज्योत के साथ हर वर्ष शहर में विशाल शोभायात्रा निकाल जाती है, लेकिन इस बार कोरोना महामारी के चलते देवीकूप की ही परिक्रमा की जाएगी। जिसके बाद ज्योति को स्थापित किया जाएगा। मंदिर में भजन संध्या व भगवती जागरण का आयोजन नहीं होगा। सुबह छह से दोपहर 12 बजे व सायं साढ़े छह बजे मंदिर में आरती होगी। जिसमें शारीरिक दूरी के नियम की पालना के साथ ही श्रद्धालु आरती में शामिल होंगे। श्रीदुर्गाष्टमी पर इस बार भगवती जागरण नहीं होगा। मां के 52 शक्तिपीठों की प्रतीक स्वरूप पावन पवित्र बावन महान ज्योति मां के लाडले 52 सौभाग्यशाली परिवार प्रज्वलित करेंगे।श्रीदुर्गाष्टमी पर सायं छह बजे से रात नौ बजे तक मां का संकीर्तन होगा।

बिना मास्क नहीं आने दिया जाएगा

पीठाध्यक्ष सतपाल महाराज ने बताया कि मंदिर में बिना मास्क के किसी को प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा। मंदिर गेट पर ही थर्मल स्केनिग होगी और सैनिटाइजर मशीन से हाथ को सैनिटाइज कराया जाएगा। श्रद्धालुओं से ग्रिल, घंटियों व प्रतिमाओं को न छूने की अपील रहेगी। पूरे मंदिर को दिन में चार बार सैनिटाइज किया जाएगा। फेसबुक पर आरती लाइव की जाएगी। इन मंदिरों में भी चल रही है नवरात्र की तैयारियां

नवरात्र उत्सव के लिए ब्रह्मसरोवर के मध्य स्थित पुरुषोत्तमपुरा बाग में कात्यानी मंदिर, सन्निहित सरोवर तीर्थ स्थित भद्रकाली मंदिर, प्राचीन श्रीदुर्गा मंदिर, पिहोवा में माता बाला सुंदरी मंदिर, श्रीदक्षिणा पीठ काली मंदिर, गोबिदा नंद आश्रम सहित श्रीमहाब्राह्मण आचार्य धर्मशाला में नवरात्रे महोत्सव मनाया जाएगा। बाजर में बढ़ने लगी रौनक

नवरात्र के लिए बाजारों में भी रौनक बढ़ने लगी है। बाजारों में मां की लाल चुनरी, नारियल, श्रृंगार व सिदूर बेचने के लिए बाहर आ गए हैं। दुकानदारों को उम्मीद है कि इस बार नवरात्र उत्सव के दौरान बाजार में अच्छी खरीददारी होगी। इसके साथ ही करियाने की दुकानों पर व्रत के दौरान खाद्य पदार्थ भी सजने लगे हैं।

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