पोर्टल बढ़ा रही परेशानी, 3000 किसानों का नहीं हो पाया पंजीकरण

प्रदेश सरकार की ओर से किसानों की सुविधा के लिए बनाया गया मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल ही इनके लिए आफत बन गया है। इस पोर्टल पर पंजीकरण से वंचित रहने पर किसानों को अपनी फसल बेचना मुश्किल हो रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 28 Jun 2020 08:43 AM (IST) Updated:Sun, 28 Jun 2020 08:43 AM (IST)
पोर्टल बढ़ा रही परेशानी, 3000 किसानों का नहीं हो पाया पंजीकरण
पोर्टल बढ़ा रही परेशानी, 3000 किसानों का नहीं हो पाया पंजीकरण

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : मेरी फसल-मेरा ब्यौरा कापोर्टल ही किसानों के लिए आफत बन गया है। इस पोर्टल पर पंजीकरण से वंचित रहने पर किसानों को अपनी फसल बेचना मुश्किल हो रहा है। पोर्टल में खामियों के चलते अकेले सूरजमुखी की पैदावार करने वाले ही तीन हजार से अधिक किसान पंजीकरण से वंचित रह गए हैं। ऐसे में इन किसानों के सूरजमुखी बिक्री में दिक्कत आ रही है। मामला बढ़ा तो सरकार ने खरीद का समय 10 जुलाई तक बढ़ा दिया है। इससे पहले 30 जून तक सूरजमुखी खरीद का समय दिया गया था।

हर बार खड़ी होती है समस्या

किसानों के सामने इस तरह की समस्या हर बार खड़ी होती है। पोर्टल का समय से पहले बंद होना और कई बार गलत नाम व कोई अन्य किल्ला नंबर पंजीकृत होने पर दिक्कत बढ़ जाती है। इसके लिए किसान बार-बार मार्केट कमेटी कार्यालय के चक्कर काट रहे थे। इसके बाद भी समाधान नहीं हो पाया था। परेशान किसानों ने प्रदर्शन कर थाने का घेराव किया तो अधिकारी जागे।

भाकियू के प्रदेश प्रवक्ता राकेश बैंस ने बताया कि शेड्यूल के अनुसार 30 जुलाई तक इनकी सूरजमुखी की बिक्री होना मुश्किल था। इस समस्या को लेकर किसानों ने प्रदर्शन किया तो सरकार ने 10 जुलाई तक के लिए बिक्री का समय बढ़ाया है। किसानों ने पंजीकरण कराना शुरू कर दिया है।

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