शोध के लिए अब पैसे की कमी नहीं : प्रो. रजनीश

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : कुवि के डीन ऑफ कालेज प्रो. रजनीश शर्मा ने कहा है कि शोध

By JagranEdited By: Publish:Wed, 28 Jun 2017 11:49 PM (IST) Updated:Wed, 28 Jun 2017 11:49 PM (IST)
शोध के लिए अब पैसे की कमी नहीं : प्रो. रजनीश
शोध के लिए अब पैसे की कमी नहीं : प्रो. रजनीश

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : कुवि के डीन ऑफ कालेज प्रो. रजनीश शर्मा ने कहा है कि शोधार्थी को विषय का चयन गंभीरता से करना चाहिए। इस क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं। वे अच्छा प्रपोजल तैयार कर अपने विषय में वैज्ञानिक अनुसंधान तो कर ही सकते हैं साथ ही भारत सरकार की विभिन्न संस्थाओं से वित्तीय मदद भी ले सकते हैं। शोध के लिए अब पैसे की कोई कमी नहीं है। वे बुधवार को कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के मानव संसाधन केंद्र में आयोजित सात दिवसीय कार्यशाला के समापन अवसर पर बतौर मुख्यातिथि बोल रहे थे।

उन्होंने कहा कि यूजीसी, सीएसआइआर, डीएसटी जैसी सैकड़ो सरकारी व गैर-सरकारी संस्थाएं हैं जो शोध को प्रोत्साहित करने के लिए वित्तीय मदद करती हैं। शोधकर्ता को अपने विषय के चयन से लेकर अपने शोध के अंत तक बहुत ही सूझबुझ के साथ कार्य करना पड़ता है। विषय संबधी प्राथमिक एवं द्वितीय स्त्रोत को बड़े बारीकी से अध्ययन करना चाहिए ताकि निष्पक्षतापूर्वक शोध किया जा सके। इसके अलावा उन्होंने बताया की आज शोधकर्ता को अपने शोध की सफलता के लिए अंतर विषयक ²ष्टिकोण को अपनाने की जरूरत है जिससे की शोध कार्य सुचारू रूप से चल सकता है क्योकि आज के समय में सभी विषय एक दूसरे से प्रभावित होते है। ग्रीन मैन के नाम से विख्यात डॉ. सुरेश देसवाल ने जीवन बचाओ का संदेश देते हुए सभी प्रतिभागियों को प्रोत्साहित किया। केंद्र के निदेशक प्रो. आरपी ग्रोवर ने प्रतिभागियों को सर्टिफिकेट वितरित किए। सत्र की अध्यक्षता डॉ. सोनिया मलिक ने की तथा अंत में उन्होंने सभी प्रतिभागियों की तरफ से मुख्यातिथि, निदेशक का सभी प्रतिभागियों की तरफ से धन्यवाद किया।

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