साइबर सुरक्षा में नई तकनीक की जरूरत : प्रोफेसर त्रिपाठी

कुरुक्षेत्र । कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के डीन इंजीनियरिग एवं टैक्नोलॉजी प्रोफेसर सीसी त्रिपाठी के नेतृत्व में बोर्ड ऑफ स्टडीज की मीटिग हुई।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 27 Aug 2020 07:50 AM (IST) Updated:Thu, 27 Aug 2020 07:50 AM (IST)
साइबर सुरक्षा में नई तकनीक की जरूरत : प्रोफेसर त्रिपाठी
साइबर सुरक्षा में नई तकनीक की जरूरत : प्रोफेसर त्रिपाठी

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के डीन इंजीनियरिग एवं टैक्नोलॉजी प्रोफेसर सीसी त्रिपाठी के नेतृत्व में बोर्ड ऑफ स्टडीज की मीटिग हुई। मीटिग की अध्यक्षता डा. त्रिपाठी ने की।

उन्होंने कहा कि कुलपति डा. नीता खन्ना का तकनीकी शिक्षा में विशेष रुचि के कारण विश्वविद्यालय कई नए प्रोग्राम संबंधित तकनीकी महाविद्यालयों के माध्यम से शुरू कर रहा है। आज साइबर क्राइम का ग्राफ निरंतर बढ़ रहा है जिसके कारण समय-समय पर समाज को इसकी हानि उठानी पड़ती है। इन विषयों को अच्छी तरह से समझने और तकनीकी सक्षम छात्रों को तैयार करने के लिए बोर्ड ऑफ स्टडीज ने कंप्यूटर इंजीनियरिग विभाग के अंतर्गत साइबर सुरक्षा, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग, आर्टिफिशियल डाटा साइंस जैसे नए प्रोग्राम की सहमति प्रदान की है। जिसके कारण बीटेक कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिग में इस विषय के कारण जहां साइबर अपराध रोकने में सक्षम मानव संसाधन का विकास होगा, वहीं आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मशीन लर्निंग के साथ कार्य को बहुत ही सरल तरीके से वह कम समय में किया जा सकेगा।

इसी प्रकार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एवं डाटा साइंस के अध्ययन के माध्यम से एक ही स्थान पर हर प्रकार का डाटा को एकीकरण कर और इसका आंकलन कर बहुत सारी समस्याओं का समाधान पाया जा सकेगा। प्रोफेसर त्रिपाठी ने बताया कि वर्तमान में बीटेक कोर्स 160 क्रेडिट का है और अब तीव्र गति से अध्ययन करने वाले छात्र 20 अतिरिक्त क्रेडिट प्राप्त करने पर ऑनर्स के साथ डिग्री प्राप्त कर सकते हैं। प्रो. त्रिपाठी ने बताया कि जो विद्यार्थी अपने बीटेक कोर्स के दौरान 20 प्रतिशत तक क्रेडिट ऑनलाइन स्वयं पोर्टल के माध्यम से प्राप्त कर सकते हैं। जो विद्यार्थी उसी विभाग के स्पेशलाइजेशन वाले कोर्स करता है तो उसे स्पेशलाइजेशन की डिग्री भी दी जाएगी। इसी कड़ी में विद्यार्थी अगर दूसरे विभाग के 20 क्रेडिट लेते हैं तो उनको उस डिग्री के साथ दूसरे विषय की माइनर डिग्री दी जाएगी। यह स्वाध्याय के अंतर्गत लर्निंग कार्यक्रम होगा जो स्वयं पोर्टल से ऑनलाइन कर सकते हैं। यह एनपीटीईएल के माध्यम से किया जाएगा जो विद्यार्थी जिस क्षेत्र में अधिक मेहनत करेगा उसको उसकी मेहनत के अनुसार योग्यता में इजाफा मिल जाएगी।

chat bot
आपका साथी