इस बार मेड इन इंडिया वस्तुओं को मिल रहा तवज्जो

मेड इन चाइना वस्तुओं के बहिष्कार का असर बाजार में इस बार भी दिखाई दे रहा है। लोग मेड इन इंडिया आइटमों को तवज्जो दे रहे हैं। खासकर डेकोरेटिव लाइट्स, गिफ्ट आइटम्स, लैंप, गणेश और लक्ष्मी माता की मूर्तियां, रंगोली समेत अन्य कई उत्पादों की डिमांड बढ़ी है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 05 Nov 2018 11:53 PM (IST) Updated:Mon, 05 Nov 2018 11:53 PM (IST)
इस बार मेड इन इंडिया वस्तुओं को मिल रहा तवज्जो
इस बार मेड इन इंडिया वस्तुओं को मिल रहा तवज्जो

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र :

मेड इन चाइना वस्तुओं के बहिष्कार का असर बाजार में इस बार भी दिखाई दे रहा है। लोग मेड इन इंडिया आइटमों को तवज्जो दे रहे हैं। खासकर डेकोरेटिव लाइट्स, गिफ्ट आइटम्स, लैंप, गणेश और लक्ष्मी माता की मूर्तियां, रंगोली समेत अन्य कई उत्पादों की डिमांड बढ़ी है। इसके चलते कुम्हार जाति के लोगों का मनोबल भी बढ़ा है। पिछले कुछ वर्षों के मुकाबले इस वर्ष ज्यादा तादाद में लोग मिट्टी के दीये व सामान लेकर बाजार में आए हैं। ऐसे में इस बार हाथ से बने दीयों से घर रोशन होंगे। मेड इन इंडिया से मेक इंडिया की मुहिम रंग ला रही है।

20 से 30 फीसदी की बढ़ोतरी

खासपुर के मुकेश ने बताया कि जिस प्रकार का माहौल चल रहा है उससे लगता है कि लोग इस बार हाथ से बने दीयों और मिट्टी के बर्तनों को तवज्जो देंगे। इससे मिट्टी के बर्तन बनाने वालों का मनोबल बढ़ेगा। लोगों को स्वदेशी वस्तुओं को बढ़ावा देना चाहिए। दीपाली में हर व्यापारी की उम्मीदें होती हैं और कुम्हार जाति बहुत ही छोटा व्यापारी है। लोगों से अपील है कि वे इस विलुप्त होती आर्ट को बढ़ावा दें। मिट्टी के आइटमों में इस बार 20 से 30 फीसदी तक की बढ़ोतरी हुई है। पिछले साल 20 रुपए के रंगे हुए 12 दीए मिल रहे थे।

स्मार्ट काम करने की जरूरत

रवि कुमार ने बताया कि दीये और मटके ऑर्डर पर तैयार हो रहे हैं। रंग-बिरंगे दीये बनाकर मार्केट में उतारे जा रहे हैं। समय के अनुरूप कुम्हार को भी बदलना पड़ेगा। इस समय डेकोरेटिव दीये की डिमांड ज्यादा है। बड़ी बड़ी सुपरमार्केट में सजावटी दीये की काफी अच्छी मांग रहती है। इसलिए अब कुम्हार को भी स्मार्ट बनना होगा। अब स्मार्ट काम की जरूरत है।

ओरिजनल फूलों को दे रहे तरजीह

सुमित ने कहा कि पूजा की सामग्री के साथ कैंडल, फूल की भी काफी डिमांड है। इस बार आर्टिफिशियल फ्लावर की जगह लोग ओरिजनल फूल को अधिक तरजीह दे रहे हैं। फूल विक्रेताओं के पास पहले से ऑर्डर बुक कराए जा रहे हैं। इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम पर मेड इन चाइना की जगह मेक इन इंडिया की झलक दिख रही है।

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