घंटी की गूंज और प्रसाद के बिना, केवल दो गज की दूरी से होंगे मां भद्रकाली के दर्शन

घंटी की गूंज और प्रसाद के बिना केवल दो गज की दूरी से होंगे मां भद्रकाली के दर्शन

By JagranEdited By: Publish:Sat, 06 Jun 2020 08:00 AM (IST) Updated:Sat, 06 Jun 2020 08:00 AM (IST)
घंटी की गूंज और प्रसाद के बिना, केवल दो गज की दूरी से होंगे मां भद्रकाली के दर्शन
घंटी की गूंज और प्रसाद के बिना, केवल दो गज की दूरी से होंगे मां भद्रकाली के दर्शन

सतविद्र सिंह, कुरुक्षेत्र : अनलॉक-1 में 78 दिन से बंद प्रदेश एकमात्र प्राचीन शक्तिपीठ श्रीदेवीकूप भद्रकाली मंदिर के कपाट आठ जून से खोलने की तैयारी है। मंदिर के कपाट खुलते ही मां भद्रकाली के दर्शन का तरीका पूरी तरह बदल जाएगा। मंदिरों में न तो घंटियों की गूंज सुनाई देगी और न ही श्रद्धालुओं को प्रसाद मिलेगा। केवल दो गज की दूरी से ही मां भद्रकाली के दर्शन होंगे।

अनलॉक होने के बाद 78 दिन बाद भद्रकाली मंदिर खुलेगा, मगर श्रद्धालु सीधे मां भद्रकाली के दर्शन नहीं करे पाएंगे। मंदिर में बकायदा शारीरिक दूरी के लिए लाइन लगाई जाएगी। मंदिर में प्रवेश से पहले थर्मल स्क्रीनिग होगी, इसके साथ ही हाथों को सैनिटाइज कराया जाएगा। मुंह पर मास्क व रूमाल अनिवार्य होगा, तभी मंदिर में प्रवेश की अनुमति दी जाएगी। मंदिर में प्रवेश के बाद श्रद्धालुओं के बीच 6 फीट की शारीरिक दूरी होगी और यही दूरी मां भद्रकाली के दर्शनों के दौरान भी रहेगी। पहले की तरह मां भद्रकाली के मुख्य दरबार तक जाने किसी को इजाजत नहीं है।

श्री देवीकूप भद्रकाली मंदिर के पीठाध्यक्ष पंडित सतपाल शर्मा ने बताया कि मंदिर में किसी को भी घंटी बजाने की अनुमति नहीं है। मां भद्रकाली के मुख्य दरबार के समीप किसी को भी नहीं आने दिया जाएगा, बाहरी से ही श्रद्धालु दर्शन करेंगे। श्री देवीकूप पर नारियल फोड़ने व चढ़ाने पर भी पूरी तरह मनाही रहेगी। इसके साथ ही सरकार की ओर से जारी की गई हिदायतों की पालना के अनुसार अन्य प्रबंध किए जाएंगे। बुजुर्ग, बच्चे व बीमार व्यक्ति का प्रवेश निषेध

श्री देवीकूप भद्रकाली मंदिर के पीठाध्यक्ष पंडित सतपाल शर्मा ने कहा कि 8 जून को सरकार की हिदायतों के अनुसार मंदिर खोला जाएगा। मंदिर में बुजुर्ग, बच्चों व बीमारी व्यक्ति को प्रवेश की अनुमति नहीं है। हर व्यक्ति की थर्मल स्क्रीनिग होगी। मंदिर की ग्रिलों को एक घंटे बाद सैनिटाइज किया जाएगा, ताकि संक्रमण का प्रभाव न रहे। यही नहीं मंदिर में किसी को भी प्रसाद चढ़ाने की अनुमति नहीं है और न ही मंदिर से प्रसाद दिया जाएगा। रोजाना मंदिर परिसर को तीन बार किया जाएगा सैनिटाइज

80 दिन पहले मंदिर के कपाट को सैनिटाइज के साथ बंद किया गया था। वैसे रोजाना मंदिर परिसर को सुबह व सायं सैनिटाइज कर मां भद्रकाली का पूजन होता था। अब 8 जून से दर्शन शुरू हो रहे हैं तो मंदिर परिसर को सुबह, दोपहर व सायं को तीन बार सैनिटाइज किया जाएगा। शनिवार को मंदिर में श्रद्धालुओं की अधिक भीड़ होती है, इसके लिए मंदिर के सेवक सेवा संभाले रहेंगे।

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